वाह जी! मुजफ्फरपुर में थाने से गायब हुई शराब माफिया की गाड़ी से मिली, हिरासत में मुंशी और ठेकेदार
Bihar News: बिहार में होली से पहले शराब जब्त करने की कार्रवाई तेज हो गई है. इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला आया है. बेला थाने से शराब विनष्टीकरण के दौरान 17 पेटी शराब गायब हो गई थी जो अब गाड़ी से जब्त हुई है. संभवतः गाड़ी किसी शराब माफिया की ही होगी. पुलिस ने इस मामले में थाने से एक प्राइवेट मुंशी और ठेकेदार को हिरासत में लिया है. मामला बीते मंगलवार (11 मार्च, 2025) की रात का है. दरअसल, बेला थाने से शराब विनष्टीकरण के दौरान कई कार्टन गायब हो गए थे. पता चला तो वरीय पदाधिकारी बेला थाने पहुंचे. मामले की जांच की. प्रारंभिक जांच के दौरान थाने के प्राइवेट मुंशी और एक ठेकेदार को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की गई. थानेदार की भूमिका की हो रही जांच कार्रवाई के लिए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया. छापेमारी के दौरान पुलिस ने इमली चौक के पास से एक कार को जब्त किया. कार में शराब के कार्टन लदे हुए थे. शराब बरामद होने के बाद उसे बेला थाने लाया गया. पूरे मामले में बेला थानेदार रंजना वर्मा की भूमिका की भी जांच की जा रही है. सिटी एसपी विश्वजीत दयाल ने क्या कहा? घटना के संबंध में सिटी एसपी विश्वजीत दयाल ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि थाने से विनष्टीकरण के लिए लाई गई शराब एक गाड़ी में भरकर ले जाई जा रही थी. शराब पकड़े जाने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. उन्होंने बताया कि इस मामले में थाने के प्राइवेट मुंशी और विनष्टीकरण में शामिल एक ठेकेदार को भी हिरासत में लिया गया है. पूरे मामले की जांच अभी चल रही है. आगे की कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी. यह भी पढ़ें: Holi 2025 Holiday in Bihar: बिहार में होली पर 3 दिन सरकारी कार्यालय बंद, स्कूल और बैंकों में किस दिन छुट्टी?

वाह जी! मुजफ्फरपुर में थाने से गायब हुई शराब माफिया की गाड़ी से मिली, हिरासत में मुंशी और ठेकेदार
Netaa Nagari
हमारे समाज में पिछले कुछ वर्षों से नशीले पदार्थों और अवैध शराब के कारोबार ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। हाल के एक घटनाक्रम ने इस मुद्दे पर एक बार फिर से चिंता का सबब बना दिया है। मुजफ्फरपुर के थाने से गायब हुई शराब माफिया की गाड़ी को आखिरकार बरामद कर लिया गया है। इस मामले में करवाई करते हुए पुलिस ने मुंशी और ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस शिकायत और जांच प्रक्रिया
इस घटना की शुरुआत तब हुई जब स्थानीय पुलिस को शराब माफिया के एक सक्रिय नेटवर्क के बारे में जानकारी मिली। एक पुलिस कर्मी की लापरवाही के कारण शराब माफिया की गाड़ी थाने परिसर के बाहर से गायब हो गई। वारदात की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुचना दी और जांच शुरू की।
गुप्त सूचना से मिली गाड़ी
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गायब गाड़ी मुजफ्फरपुर के पड़ोसी गांव में देखी गई है। इसके बाद पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया और तीव्र गति से कार्रवाई शुरू की। अंततः, पुलिस ने उस गाड़ी को बरामद कर लिया, जो ठेकेदार के पास थी।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
आरोपियों में मुंशी और ठेकेदार का नाम सामने आया है। उन्होंने पुलिस के सामने कई जानकारियाँ साझा की हैं जिनसे इस अवैध व्यापार के जाल को और गहरे तरीके से समझने में मदद मिल सकती है। पुलिस ने कहा है कि यह सिर्फ शुरुआत है और और भी गिरोह के सदस्यों की पहचान जल्द की जाएगी।
सामाजिक प्रतिक्रिया
इस मामले ने स्थानीय निवासियों में आक्रोश फैलाया है और उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लोग यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि आखिरकार अवैध शराब का कारोबार कितना बड़ा हो चुका है। स्थानीय विधायक ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
निष्कर्ष
यह मामला निस्संदेह हमारे समाज में व्याप्त समस्याओं को उजागर करता है। स्थानीय पुलिस की सक्रियता और जनता की जागरूकता इस तरह की अवैध गतिविधियों को रोकने में सहायक हो सकती है। हमें मिलकर इस प्रकार की गतिविधियों से लड़ने की आवश्यकता है ताकि युवा पीढ़ी सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सके। आगे भी इस मामले में नए अपडेट के लिए वेबसाइट पर चलते रहें। netaanagari.com पर और जानकारी के लिए विजिट करें।
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