कौन हैं हरप्रीत कौर बबला? जिन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस-AAP गठबंधन को दिया झटका
Harpreet Kaur Bala News: बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला ने चंडीगढ़ नगर निगम की नई मेयर निर्वाचित हो गईं. हरप्रीत कौर के सामने आम आदमी पार्टी ने प्रेम लता को प्रत्याशी बनाया था. हरप्रीत को 19 वोट और लता को 17 वोट हासिल हुए. कांग्रेस के प्रत्याशी जसबीर सिंह बंटी ने सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीता और तरुणा मेहता ने डिप्टी मेयर का चुनाव जीता. इन दो पदों पर कांग्रेस ने बीजेपी के प्रत्याशियों को हराया. कौन हैं हरप्रीत कौर बबला ? हरप्रीत कौर बबला 60 वर्ष की हैं. उनके पति देवेंदर सिंह बबला भी पार्षद रहे हैं. हरप्रीत के पिता सेना में थे. वह खुद दो बार पार्षद भी रह चुकी हैं. अपने पति की तरह हरप्रीत भी पहले कांग्रेस में थीं. 2001 में कांग्रेस के टिकट से नगर निकाय का चुनाव जीता था. 2021 में वह दूसरी बार विजयी हुई थीं. हालांकि 2022 जनवरी में पति देवेंदर के साथ उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. देवेंदर फिलहाल बीजेपी की चंडीगढ़ इकाई के वाइस प्रेसिडेंट हैं. उन्होंने अंग्रेजी में पोस्ट ग्रैजुएशन किया है. उनकी कॉलेज की पढ़ाई देहरादून में हुई है. बहुमत होने के बाद भी हारा कांग्रेस-आप गठबंधन चंडीगढ़ चुनाव में कांग्रेस और आप को जोरदार झटका लगा है क्योंकि दोनों मिलकर भी मेयर का पद नहीं जीत पाई जबकि 35 सदस्यीय सदन में उनके पास 20 वोट थे. जीतने के लिए 19 वोटों की जरूरत थी. बीजेपी प्रत्याशी की जीत से यह जाहिर हो रहा है कि चुनाव क्रॉस वोटिंग हुई है. आप के 13 पार्षद हैं जबकि कांग्रेस छह पार्षद हैं. दरअसल, चंडीगढ़ के सांसद को भी वोट डालने का अधिकार है. मनीष तिवारी कांग्रेस के सांसद हैं. ऐसे में कांग्रेस और आप के वोट 20 हो गए थे. बीजेपी के पास 16 पार्षद होने के बाद भी वह जीत हासिल करने में कामयाब रही. इस नतीजे से हर कोई हैरान रह गया क्योंकि बहुमत होने के बाद भी आप और कांग्रेस से जीत छिन गई. ये भी पढ़ें- सीएम भगवंत मान के घर पहुंची EC की टीम तो बोले, 'BJP पैसे बांट रही है, ये नहीं दिख रहा'

कौन हैं हरप्रीत कौर बबला? जिन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस-AAP गठबंधन को दिया झटका
रिपोर्टर: अनुपमा शर्मा, टीम नेतानगरी
चंडीगढ़ में हाल ही में आयोजित मेयर चुनाव में हरप्रीत कौर बबला ने अपनी कड़ी मेहनत और राजनीतिक समझदारी से कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी (AAP) के गठबंधन को बड़ा झटका दिया है। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर कौन हैं हरप्रीत कौर बबला, उनकी पृष्ठभूमि, और उन्होंने ये जीत कैसे हासिल की।
हरप्रीत कौर बबला का राजनीतिक सफर
हरप्रीत कौर बबला एक युवा, उत्साही नेता हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्य हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी, जहाँ से उनको राजनीतिक मुद्दों और जनहित की समझ विकसित हुई। उनकी मेहनत और लगातार उपस्थिती ने उन्हें चंडीगढ़ की नगर निगम में अपनी पहचान बनाई।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हरप्रीत कौर बबला ने न केवल अपनी पार्टी बल्कि पूरे शहर को अपनी क्षमता का एहसास कराया। उनके पास एक स्पष्ट विज़न था, जिसमें उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने की योजना बनाई थी। यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस और AAP का गठबंधन चंडीगढ़ की राजनीति में एक बड़ा प्रभाव रखता है, लेकिन हरप्रीत ने साबित कर दिया कि परिवर्तन संभव है।
उनकी रणनीतियाँ और चुनौतियाँ
हरप्रीत कौर बबला ने अपनी राजनीतिक यात्रा में कई चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने अपनी रणनीतियों में स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता दी, युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया और सशक्तिकरण पर जोर दिया। ऐसे में उनका यह हार्दिक दृष्टिकोण उन्हें उनके राजनीतिक लक्ष्यों में सफल बना रहा।
भविष्य की योजनाएँ
हरप्रीत कौर बबला ने चुनावी जीत के बाद एक नए सिरे से काम शुरू करने की योजना बनाई है। उनका उद्देश्य चंडीगढ़ को एक स्वच्छ और सुशासित शहर बनाना है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जनता से जुड़कर उनकी समस्याओं का समाधान तलाशने का प्रण लिया है।
निष्कर्ष
हरप्रीत कौर बबला की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि युवा नेता राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और बदलाव ला सकते हैं। उनका आगामी कार्यकाल न केवल उनके लिए बल्कि चंडीगढ़ के निवासियों के लिए भी महत्वपूर्ण होने वाला है। उनके प्रयास निश्चित रूप से आने वाले समय में और अधिक प्रेरणा देंगे।
अधिक अपडेट्स के लिए, विजिट करें netaanagari.com।
Keywords
Harpreet Kaur Babla, Chandigarh Mayor election, Congress AAP alliance, BJP leader, youth politics, local issues, election victory, political strategies, future plans, Indian politicsWhat's Your Reaction?






