Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ पर AAP की बड़ी मांग, 'इस्तीफा दें योगी आदित्यनाथ, दिल्ली में रैलियां...'
Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ पर विपक्षी पार्टियां योगी सरकार को घेर रही है. इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है. आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''यह बहुत गंभीर मामला है. उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में पूरे देश और लाखों लोगों को आमंत्रित किया. कहा गया कि बहुत अच्छी व्यवस्था की है. उसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री, जिन्हें व्यवस्थाओं की देखरेख करनी चाहिए थी, वे यूपी छोड़कर भाग गये और दिल्ली में राजनीतिक रैलियां करने लग गए. यह बहुत बड़ी भूल है.'' भारद्वाज ने कहा, ''BJP सरकार ने धार्मिक आयोजनों को राजनीतिक बना दिया है. अयोध्या का शिलान्यास हो, रामलला की मूर्ति हो या महाकुंभ हो...वहां VIP और अरबपतियों की चाटुकारिता की जाती है, यह आम श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है. गरीब श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है.'' मेरी पत्नी को टिकट कैंसिल करना पड़ा- सौरभ भारद्वाज उन्होंने कहा, ''मेरी पत्नी की कल सुबह की ट्रेन थी, कल रात को पहुंचना था. वहां मैंने कुछ लोगों से बात की. मेरी पत्नी को लगा कि गड़बड़ भी हो सकता है, मेरी पत्नी ने टिकट कैंसिल कर दिया. उन्होंने फैसला किया कि बाद में जाएंगे. वो खबरों में अव्यवस्था की खबरें पढ़ रहीं थी.'' प्रशासन की गलती से हुआ हादसा- सौरभ भारद्वाज सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''वहां जो स्थिति बनी, उसके लिए योगी आदित्यनाथ और प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार हैं, उन्हें इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए. लोगों को 15-15 किलोमीटर चलना पड़ता है. रात में जगा कर लोगों से स्नान करवाया जा रहा था. इसलिए भगदड़ मची है. प्रशासन की गलती है.'' VIDEO | Maha Kumbh 2025: Here’s what Delhi Minister and AAP leader Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) said on the stampede-like situation at Maha Kumbh:“This is a very serious issue. The Uttar Pradesh government invited the entire country and millions of people to the Maha… pic.twitter.com/ew337yBcXd — Press Trust of India (@PTI_News) January 29, 2025 महाकुंभ मेले में बुधवार (29 जनवरी) तड़के मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने के बाद भगदड़ मच गई. इसमें कई लोग घायल हो गए. Maha Kumbh Stampede: 'कुंभ में भगदड़ का मतलब व्यवस्था खराब होना नहीं', रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ये क्या कह दिया?

महाकुंभ भगदड़: AAP की बड़ी मांग, 'इस्तीफा दें योगी आदित्यनाथ, दिल्ली में रैलियां...'
Netaa Nagari द्वारा, लेखिका: साक्षी शर्मा और टीम NetaaNagari
महाकुंभ के दौरान हाल ही में हुई भगदड़ ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यह घटना न केवल भक्तों के लिए एक खतरा बनकर उभरी, बल्कि इसने राजनीतिक दलों के बीच भी खींचतान पैदा कर दी है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस घटनाक्रम के लिए योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है, जिससे राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। आइए जानते हैं इस मामले की विस्तार से।
महाकुंभ भगदड़ का दर्दनाक सच
महाकुंभ मेला, जोकि धार्मिक आस्था का प्रतीक है, में हुई भगदड़ ने कई लोगों की जान ले ली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भारी भीड़ के बीच काबू पाना मुश्किल हो गया था। इस घटना के बाद प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों का कहना है कि भीड़ नियंत्रण के लिए उचित उपाय नहीं किए गए थे।
AAP की प्रतिक्रिया
भगदड़ के बाद आम आदमी पार्टी ने अपने प्रदर्शन को तेज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि यह घटना योगी आदित्यनाथ की नाकामी का परिणाम है। AAP ने दिल्ली में कई रैलियों का आयोजन किया है, जिसमें भगदड़ की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ पर डालते हुए उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है। पार्टी ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए राज्य की सरकार से इस्तीफे की मांग की है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और जनमत
महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना ने न केवल प्रशासन को बल्कि राजनीतिक दलों को भी हिलाकर रख दिया है। कई विपक्षी दलों ने योगी सरकार की नकारात्मक छवि को उजागर करते हुए इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना से खुद को अलग करते हुए कहा है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी।
सीख और सुधार
इस घटना ने हमें यह सिखाया है कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था कितनी महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि वह आगामी आयोजनों में भीड़ प्रबंधन के सही तरीके अपनाए, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। कर्मचारी प्रशिक्षण और भीड़ नियंत्रण के लिए उचित उपाय किए जाने चाहिए।
निष्कर्ष
महाकुंभ में हुई भगदड़ ने भले ही सभी को चौंका दिया हो, लेकिन इससे हम सभी को सीखने की जरूरत है। AAP की मांग पर लोग क्या प्रतिक्रिया देंगे, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन निश्चित रूप से सुरक्षा और प्रबंधन एक प्रमुख मुद्दा है। आगामी समय में इस पर उचित ध्यान दिया जाएगा तो हम ऐसी घटनाओं से बच सकते हैं।
इस पूरी घटना ने राजनीति, समाज और प्रशासन के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। सभी का ध्यान इस ओर है कि आगे से ऐसी त्रासदियों से कैसे बचा जाए। यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी आदित्यनाथ इस मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं।
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