इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या के आरोपी ने कहा, 'अश्लील कंटेंट पोस्ट करती थी, युवाओं को...'

Punjab Crime News: पंजाब में बठिंडा पुलिस ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी ऊर्फ कंचन देवी मर्डर केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कमल कौर भाभी के नाम से मशहूर कंचन की हत्या के आरोप में जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह नामक दो लोगों को पकड़ा है.  सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का शव बठिंडा के भुच्चो कलां में आदेश यूनिवर्सिटी के पास एक कार में मिला था. कमल कौर यानी कंचन एक मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थीं, जिनके लाखों फॉलोअर्स थे. पुलिस ने जिन दो आरोपियों को पकड़ा है वो दोनों निहंग बताए जा रहे हैं. निहंग सिख धर्म में एक संप्रदाय है. वे अपनी विशिष्ट नीली पोशाक, पारंपरिक हथियारों और खूबसूरती से सजी पगड़ी के लिए पहचाने जाते हैं. बठिंडा एसएसपी ने क्या कहा? कमल कौर की हत्या को लेकर बठिंडा एसएसपी अमनीत कोंडल ने कहा, "हमें 11 जून को आदेश हॉस्पिटल की पार्किंग में एक अज्ञात शव मिला था. शव की पहचान कंचन देवी के रूप में उसकी मां गिरिजा देवी ने की थी. मृतका का इंस्टाग्राम अकाउंट था, जहां वह वीडियो अपलोड करती थी और उसके कई फॉलोअर्स थे. वह अपने वीडियो के लिए अलग-अलग शहरों में भी जाती थी.'' 9 जून को घर से निकली थी कमल कौर बठिंडा एसएसपी ने आगे बताया, ''अमृत पाल सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे प्रमोशन के लिए भटिंडा बुलाया था. वह 9 जून को घर से निकली थी और 11 जून को परिवार को पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई है. हमने दो लोगों जसप्रीत मनरो और निमरतजीत सिंह को गिरफ्तार किया है. उन्हें रात करीब 1 बजे गिरफ्तार किया गया. कमल कौर हत्याकांड के पीछे किसका हाथ? हत्या से कुछ दिन पहले, अमृत पाल ने कंचन से एक प्रचार कार्यक्रम के लिए संपर्क किया था और उसे बठिंडा आने के लिए कहा था. पुलिस अधिकारी ने बताया, ''हत्याकांड के पीछे अमृत पाल का हाथ था. आरोपियों का कहना है कि मृतक कंचन अश्लील सामग्री पोस्ट करती थी और युवाओं को भटकाती थी. वे उसे अपनी नैतिक पुलिसिंग के तहत रोकते थे, लेकिन जब उन्हें लगा कि वह उनकी बात नहीं मान रही है, तो वे उसे बठिंडा बुलाया और उसकी हत्या कर दी."

Jun 13, 2025 - 18:37
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इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या के आरोपी ने कहा, 'अश्लील कंटेंट पोस्ट करती थी, युवाओं को...'
इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या के आरोपी ने कहा, 'अश्लील कंटेंट पोस्ट करती थी, युवाओं को...'

इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या के आरोपी ने कहा, 'अश्लील कंटेंट पोस्ट करती थी, युवाओं को...'

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पंजाब में बठिंडा पुलिस ने एक चर्चित सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या को लेकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब तूल पकड़ता है जब गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कमल कौर को लेकर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उनके आरोप के अनुसार, कमल कौर, जो कंचन देवी के नाम से भी जानी जाती थीं, अश्लील कंटेंट पोस्ट करती थीं और उन्होंने कहा कि वह युवाओं को भटकाने का काम कर रही थीं।

हत्या की घटना का ब्योरा

कमल कौर भाभी का शव बठिंडा के भुच्चो कलां में आदेश यूनिवर्सिटी के पास एक कार में पाया गया था। पुलिस ने इस हत्या का मामला 11 जून को दर्ज किया, जब शव का पता चला। बठिंडा की एसएसपी अमनीत कोंडल के अनुसार, कंचन देवी की पहचान उनकी मां गिरिजा देवी ने की थी। कमल कौर अपनी रचनात्मकता के लिए जानी जाती थीं और उनके लाखों फॉलोअर्स थे, जो उनके वीडियो की प्रतीक्षा करते थे। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनके द्वारा अपलोड किए गए वीडियो काफी लोकप्रिय थे।

आरोपी और उनका बयान

पुलिस ने इस मामले में जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह नामक दो निहंगों को गिरफ्तार किया है। निहंग सिख धर्म के अनुयायी होते हैं, जो अपनी विशिष्ट पहचान के लिए जाने जाते हैं। एसएसपी कोंडल ने कहा कि अमृत पाल नाम के एक व्यक्ति ने कंचन को एक प्रमोशन के लिए बठिंडा बुलाया था। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर कंचन को रोकने का प्रयास किया, लेकिन जब उनकी बात नहीं मानी गई, तो उन्होंने हत्या की योजना बनाई।

सामाजिक मीडिया का प्रभाव

कमल कौर भाभी का यह मामला सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। उनके फॉलोअर्स में से कई ऐसे युवा हैं जो उनके द्वारा साझा की गई जानकारी और ओपन बातचीत से प्रेरित थे। हालाँकि, कुछ लोग सोशल मीडिया सामग्री को 'अश्लील' मानते हैं, जो एक बहुत बड़ा विवाद बन सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि कैसे समाज इस तरह के मुद्दों पर प्रतिक्रिया करता है।

नैतिकता बनाम स्वतंत्रता

इस घटना ने नैतिकता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म दिया है। क्या समाज को एक व्यक्ति की जीवनशैली पर निर्णय लेने का अधिकार है? क्या इस तरह की हत्या को सही ठहराया जा सकता है जब तक कि कोई कानून का उल्लंघन न कर रहा हो? यह चर्चा सामाजिक मीडिया पर तेजी से चल रही है, जहाँ अच्छे और बुरे का सही-गलत समझने में समुदाय तनाव में है।

निष्कर्ष

कमल कौर भाभी की हत्या का मामला केवल एक प्रेस रिपोर्ट नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह से बदलती हुई सोच और मान्यताओं की ओर इशारा करता है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर असामान्य विचार और जीवनशैली को बढ़ावा देते हैं, जो कई पठन पाठन के लिए उनके फॉलोअर्स के लिए आकर्षण का स्रोत बन सकते हैं। इस मामले के साथ जुड़े पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, यह निश्चित रूप से आवश्यक है कि हम सभी एक सुरक्षित और समावेशी डिजिटल समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं।

इस मामले में और जानकारी के लिए, अधिक अपडेट्स हासिल करने के लिए विजिट करें: Netaanagari.

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