Holi 2025: होलिका दहन के पहले भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा में फूल बरसाएंगे सीएम योगी, 27 साल से हो रहे शामिल
Gorakhpur News: होलिका दहन के पहले निकलने वाली भक्‍त प्रहलाद की शोभायात्रा के पहले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भक्‍तों पर पुष्‍पवर्षा कर होली के उल्‍लास में शामिल होंगे. वे बतौर मुख्‍य अति‍थि इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. सीएम योगी 27 वर्षों से गोरक्षपीठ की इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. उनके पहले ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ भी होलिका दहन उत्‍सव समिति की ओर से आयोजि‍त होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करते रहे हैं. होलिका दहन के पहले निकलने वाली इस शोभायात्रा में फूलों की पुष्‍पवर्षा के सा‍थ होली खेलने वाले गोरखपुर के लोगों के बीच अलग ही उल्‍लास दिखाई देता है. गोरखपुर के पाण्‍डेयहाता में होलिका दहन के पूर्व निकलने वाली ये शोभायात्रा 13 मार्च को निकलेगी. हालांकि इस बार गोरखपुर के लोग होली का पर्व 14 मार्च को पूरे देश के साथ मनाएंगे. इस लिहाज से होलिका दहन गुरुवार यानी 13 मार्च को शाम को मुहूर्त के अनुसार होगा. इसके ठीक पहले सीएम योगी श्री श्री होलिका उत्सव समिति पाण्डेय होता की ओर से आयोजित भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा को दोपहर 3 बजे हरी झंडी देकर रवाना करेंगे. 1927 से हर साल किया जा रहा होलिका दहनइस 6 किलोमीटर लंबी शोभायात्रा में फूलों की होली होगी. इसके साथ ही गोरखपुर के लोग होली के उल्लास में डूब जाएंगे. इसके पहले उनका समिति की ओर से सम्मान और उद्बोधन भी होगा. श्री श्री होलिका दहन उत्‍सव समिति पाण्‍डेयहाता के अध्‍यक्ष विपिन पटवा ने बताया कि पांडेयहाता पर इस बार 98वां साल है. वर्ष 1927 से ये आयोजन होता चला आ रहा है. श्री श्री होलिका दहन उत्सव समिति पाण्‍डेयहाता के संगठन मंत्री आशीष गुप्ता ने बताया कि गुरुवार 13 मार्च को दोपहर 3 बजे सीएम योगी आदित्‍यनाथ श्री श्री होलिका दहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. वे होलिका दहन के कार्यक्रम में बतौर मुख्‍य अतिथि सम्मिलित होंगे. समिति की ओर से 1927 से होलिका दहन का आयोजन किया जा रहा है. अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रमुख स्थानों पर लगेंगे डिस्प्ले कियोस्क, यहां से होगी शुरुआत 27 सालों से शामिल हो रहे सीएम योगीवहीं श्री श्री होलिका दहन उत्‍सव समिति के सदस्‍य मनीष पटवा ने बताया कि सीएम योगी आदित्‍यनाथ 27 साल से इसमें सम्मिलित हो रहे हैं. इस बार 98वां वर्ष समिति की ओर से मनाया जा रहा है. यहां पर उद्बोधन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा को झंडी देकर रवाना करेंगे. ये शोभायात्रा पाण्डेय हाता से शुरू होकर घंटाघर, मदरसा चौक, लालडिग्गी, मिर्जापुर, घासी कटरा, जाफरा बाजार, बेनीगंज, ईदगाह रोड, चरण लाल चौक, आर्यनगर, बक्शीपुर, नखास चौक, रेती चौक और घंटाघर होते हुए नॉर्मल चौक के बाद पाण्डेयहाता पर संपन्न होगी.

Holi 2025: होलिका दहन के पहले भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा में फूल बरसाएंगे सीएम योगी, 27 साल से हो रहे शामिल
Netaa Nagari
लेखक: साक्षी गुप्ता, टीम नीतानगरी
होलिका दहन से पहले का उल्लास
होलिका दहन का पर्व हर साल लोगों के मन में एक अलग उत्साह और उमंग जगाता है। इस बार होली 2025 में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा में शामिल होकर फूलों की वर्षा करेंगे। यह एक अनूठा अवसर है जब मुख्यमंत्री 27 वर्षों से इस परंपरा का हिस्सा बने हुए हैं।
शोभायात्रा का महत्व
भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा हिंदू संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह यात्रा होलिका दहन से पहले आयोजित की जाती है और भक्त प्रहलाद के प्रति श्रद्धा और आस्था को दर्शाती है। भक्त प्रहलाद की कहानी में पौराणिक तत्व हैं जो हमें सत्य और धर्म की रक्षा के महत्व को समझाते हैं।
योगी आदित्यनाथ की भूमिका
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमेशा इस शोभायात्रा को अपने दिल के करीब रखा है। उनकी उपस्थिति भक्तों में ऊर्जा भर देती है और यह यात्रा एक सामूहिक उत्सव का रूप ले लेती है। मुख्यमंत्री द्वारा फूलों की वर्षा करना एक विशेष सांस्कृतिक अनुष्ठान है, जो न सिर्फ श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि हर वर्ग के लोगों को एकजुट करता है।
लोगों की भागीदारी
इस बार की शोभायात्रा में लोगों का उत्साह देखने लायक होगा। विभिन्न जिलों से लोग इसमें भाग लेने के लिए आएंगे। भक्तों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है, जो इस पूजा का महत्व साबित करती है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन है, बल्कि यह सामाजिक एकता का भी प्रतीक है।
नगरीय विकास की छवि
इस कार्यक्रम के माध्यम से योगी सरकार नगरीय विकास और सांस्कृतिक समृद्धि की छवि को भी प्रकट कर रही है। होली के इस महान पर्व के जरिए प्रशासन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा, जिससे लोग प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकें।
निष्कर्ष
इस बार होली 2025 में भक्त प्रहलाद की शोभायात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शामिल होना पूरे प्रदेश के लिए एक गौरव का पल है। इसके माध्यम से न केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह एकता, भाईचारे और सामुदायिक सद्भावना का भी परिचायक होगा। भारतीय संस्कृति में ऐसा उत्सव सदैव से महत्वपूर्ण रहा है, और इस बार की शोभायात्रा इसे और भी विशेष बना देगी।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि होली का पर्व केवल रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह एकता, प्रेम और विश्वास का प्रतीक है, जो समाज को जोड़ता है।
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