'सुनो... कान खोलकर सुन लो', जया किशोरी का बयान शेयर कर महाकुंभ पर बोले संजय राउत
Maharashtra News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने वालों का हर दिन नया आंकड़ा जारी कर रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष महाकुंभ के प्रबंधन और तैयारियों को लेकर हमलावर है. इस बीच महाराष्ट्र की विपक्षी शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है और उसके लिए उन्होंने जया किशोरी का एक वीडियो शेयर किया है. दरअसल, जया किशोरी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, ''कुंभ में कौन डुबकी लगा रहा है और कौन नहीं, मुझे नहीं पता, एक बात याद रखिए डुबकी लगाने से आपके पाप नहीं धूल जाते हैं जो गलती से किए हुए हैं वो धुल जाते हैं. लेकिन सोची-समझी योजनाएं नहीं धुलतीं. सोच समझकर तकलीफ पहुंचा रहे हैं वो पाप गंगा मैया भी नहीं धुलती, उस कर्म की सजा मिलेगी ही मिलेगी.'' कान खोलकर सुन लो - संजय राउत इसी वीडियो को शेयर करते हुए संजय राउत ने लिखा, ''सुनो…कान खोलकर सुनो.'' हालांकि संजय राउत ने अपने एक्स पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया है. एक तरफ विपक्ष कुंभ की व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा है तो दूसरी तरफ विपक्ष के कई नेता अब तक कुंभ में डुबकी भी लगा चुके हैं. इनमें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, अभिषेक मनु सिंघवी, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह और राजीव शुक्ला हैं. ये सभी कांग्रेस के नेता हैं. भगदड़ के कारण बैकफुट पर सरकार कुंभ की व्यवस्था को लेकर विपक्ष तब से सवाल उठा रहा है जब प्रयागराज में भगदड़ मची थी. इसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. अभी इसका दर्द लोग भूले भी नहीं थे कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई और 18 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इन दोनों घटनाओं ने सरकारी प्रबंधन और रेलवे प्रशासन दोनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र सरकार ने 'लव जिहाद' के लिए बनाई कमेटी तो भड़के अबू आजमी, बोले 'ये मुसलमानों को...'

सुनो... कान खोलकर सुन लो', जया किशोरी का बयान शेयर कर महाकुंभ पर बोले संजय राउत
जया किशोरी, जो कि एक प्रसिद्ध संत और उपदेशक के रूप में जानी जाती हैं, ने हाल ही में महाकुंभ के संदर्भ में एक बयान दिया है। इस बयान को संजय राउत ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो कि उनकी विचारधारा को व्यक्त करता है। संजय राउत, जो कि शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता हैं, ने इस बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि इस प्रकार के विचार समाज में जागरूकता बढ़ाने का कार्य कर सकते हैं।
जया किशोरी का ध्यानाकर्षण
जया किशोरी का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वह समाज के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं। उनके अनुसार, महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में हमें अपने कान खोलकर सुनने की आवश्यकता है, ताकि हम सही जानकारी प्राप्त कर सकें और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। उनके इस उद्धरण ने न केवल भक्तों को प्रभावित किया है, बल्कि यह हमारे समाज को विचार करने पर मजबूर भी करता है।
संजय राउत की प्रतिक्रिया
संजय राउत ने जया किशोरी के इस बयान को शेयर करते हुए लिखा, "सुनो... कान खोलकर सुन लो।" उनका यह बयान न केवल जया किशोरी के विचारों को सर्मथन करता है, बल्कि यह भी बताता है कि समाज में शिक्षा, जागरूकता और संवाद कितना आवश्यक है। संजय राउत ने यह भी कहा कि हम सभी को ऐसे आयोजनों का सम्मान करना चाहिए जो लोगों को जोड़ते हैं और एकता की भावना को मजबूत करते हैं।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है और यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां लाखों लोग एकत्रित होते हैं। यह केवल एक धार्मिक स्थान नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एक दूसरे से मिलते हैं, विचार साझा करते हैं, और एकता का परिचय देते हैं। जया किशोरी और संजय राउत जैसे व्यक्तित्वों के विचार हमें याद दिलाते हैं कि मनुष्य की पहचान धार्मिकता से नहीं, बल्कि उसकी सोच और उसके कार्यों से है।
निष्कर्ष
जया किशोरी का बयान और संजय राउत का समर्थन समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। हमें उनके विचारों को गंभीरता से लेना चाहिए और समाज में एकता और सद्भावना को बढ़ावा देना चाहिए। जया किशोरी और संजय राउत जैसे विचारशील व्यक्तित्वों का नेतृत्व हमें सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
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