पीलीभीत में गणतंत्र दिवस के मौके पर, 3 बच्चों के फांसी का वायरल वीडियो का सच जानकर उड़ जाएंगे होश!
Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में फांसी के फंदे पर तीन बच्चों का झूलता हुआ एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. जब इस वीडियो की पड़ताल की तो ये वीडियो 26 जनवरी 2025 के एक कार्यक्रम का निकला. दरअसल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले की पूरनपुर तहसील में नगर पालिका द्वारा रामलीला ग्राउंड के मंच पर 26 जनवरी के चलते एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में स्कूलों के बच्चों और कई क्लब के बच्चों ने देश भक्ति कार्यक्रमों का मंचन किया. इसी के चलते पूरनपुर डायमंड क्लब के बच्चों ने भी अंग्रेजों द्वारा शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु की फांसी देने का मंचन किया था. इसी फांसी का वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसको लेकर तरह तरह की प्रतिक्रिया सामने आई है. कोई कह रहा है इस तरह किसी की जान को खतरे में नही डालना चाहिए. बच्चों की नकली फांसी दी गई एबीपी न्यूज की टीम ने इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए पूरे आयोजक मंडल से संपर्क साधा और डायमंड क्लब की टीम और नगर पालिका चेयरमैन सहित उन बच्चों से मुलाकात की जिनको इस नाटक में फांसी दी गई, वीडियो के बारे में इन लोगो ने बताया नाटक को जीवंत करने के लिए इतनी सफाई से काम किया गया ताकि ये फांसी असली लगे, जैसे ही फांसी दी गई लोग एक दम डर गए, और मंच की तरफ भाग खड़े हुए, लोग समझे 12 साल के फैजान, 13 साल के लक्ष्य बाथम, 12 से साल के गुरसंगद सिंह के साथ कोई अनहोनी न हो जाये. लेकिन हमने सेफ्टी बेल्ट पहन रखी थी. तीनों एक एक कुंड से लटके हुए थे, लेकिन जो लोग इसे समझ रहे है वो तारीफ कर रहे हैं, वही जो देश विरोधी है वो विरोध कर रहे हैं. हम चाहते थे कि हमारी मेहनत सफल हो. इस कार्यक्रम को नगर पालिका द्वारा प्रथम पुरस्कार दिया गया. इस दौरान कार्यक्रम को देखने के लिए क्षेत्रीय विधायक बाबूराम पासवान, नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र गुप्ता, एसडीएम अजीत सिंह के साथ तमाम नेता प्रशासनिक अधिकारी व हजारों की पब्लिक मौजूद थी. हम इस पड़ताल के बाद कह सकते हैं कि तीनों बच्चे सुरक्षित है और फांसी में सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा गया है. नगर पालिका अध्यक्ष ने नाटक से पहले देखी थी रिहर्सलशैलेंद्र गुप्ता अध्यक्ष नगर पालिका पूरनपुर पीलीभीत ने बताया कि मैने खुद नाटक मंचन से पहले रिहर्सल देखी, वो पूरी तरह सेफ है. देश विरोधी लोग उसको गलत कह रहे होंगे. महेश आजाद इस कार्यक्रम के आयोजक ने बताया कि मुझे इस कार्यक्रम को ऐसे करना था ताकि लोगों को असली फांसी लगे, हुआ भी यही, लोग इसको असली फांसी समझ रहे है. लोग कह रहे है हमने बच्चों को खतरे में डाल दिया, लेकिन सब सेफ है, हमने सेफ्टी बेल्ट का इस्तेमाल किया था. आप ध्यान से देखे गर्दन पीठ की तरफ कुंडा बंधा हुआ है. शहीद का रोल प्ले करने वाला बच्चा, जिसका नाम फैजान खान ने कहा, ये इतना असली था कि फांसी लगते ही भीड़ के कहने पर मंच पर खड़े लोग मुझे पकड़ने का गए, जबकि में एक घण्टे तक ऐसे टंगा रह सकता हूं. यह भी पढ़ें- Watch: मौनी अमावस्या पर जहां मची थी भगदड़ वहां पहुंचे सीएम योगी, अपनी आंखों से देखा घटना का सच

पीलीभीत में गणतंत्र दिवस के मौके पर, 3 बच्चों के फांसी का वायरल वीडियो का सच जानकर उड़ जाएंगे होश!
Netaa Nagari: गणतंत्र दिवस पर पूरे भारत में जगह-जगह उत्सव और समारोह का आयोजन किया गया। लेकिन इस मौके पर पीलीभीत में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको हैरान कर दिया। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें तीन बच्चे फांसी के फंदे पर लटके नजर आ रहे हैं। इस घटना ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है।
वायरल वीडियो का रहस्य
वीडियो में दिख रहे बच्चों की मौत की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची, वैसे ही इसकी सच्चाई जानने के लिए लोगों में बेचैनी बढ़ गई। कयास लगाए जाने लगे कि क्या ये वीडियो सच है या फिर इसे किसी ने संवेदनशीलता के बिना बनाया है। जांच-पड़ताल करने पर पता चला कि यह वीडियो एक गलतफहमी का परिणाम है। दरअसल, बच्चों ने एक नाटक के हिस्से के रूप में यह फॉरमैट अपनाया था, जिसमें उन्होंने फांसी का अभिनय किया है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत इस वायरल वीडियो की सच्चाई की जांच शुरू कर दी थी। अधिकारियों का कहना है कि यह एक नाटक का हिस्सा है जिसे बच्चों ने गणतंत्र दिवस पर अपनी प्रस्तुति के रूप में किया। लेकिन इस वीडियो के वायरल होने से लोगों में असमंजस और भय का माहौल बन गया। प्रशासन ने ऐसे मामलों में सतर्क रहने की अपील की है ताकि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
सोशल मीडिया से संबंधित चिंताएँ
सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने कई लोगों के विचारों को उत्तेजित किया है। कई यूजर्स ने इस वीडियो को साझा किया और उसके प्रति अपनी नाराजगी जताई। फिर भी, यह ध्यान देने योग्य है कि सोशल मीडिया पर किसी भी सामग्री को शेयर करने से पहले सच्चाई की पुष्टि करना बेहद आवश्यक है।
निर्णायक टिप्पणी
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि वायरल समाचार और वीडियो कितने संवेदनशील हो सकते हैं। हमें चाहिए कि हम साझा करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोका जा सके। गणतंत्र दिवस का यह अवसर हमें एकजुटता और समझदारी का पाठ पढ़ाता है, और सभी को इस पर गौर करना चाहिए।
अंततः, बच्चों की सुरक्षा हमारे हाथ में है। हमें जागरूक रहना है, न केवल अपने बच्चों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी।
इन सब घटनाओं से बचने के लिए हमें सच्चाई और शिक्षा पर जोर देना होगा। बच्चों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करें और समाज को एक सकारात्मक दिशा में ले जाएं।
For more updates, visit netaanagari.com.
Keywords
viral video, Peelibheet, Republic Day, children, hanging, truth, social media, awareness, safety, news in HindiWhat's Your Reaction?






