नग्न कर प्राइवेट पार्ट्स से लटका दिए डम्बल, रैगिंग की खौफनाक कहानी सुन कांप उठेगी रूह
केरल के एक सरकारी नर्सिंग कॉलेज में जूनियर्स के साथ रैगिंग का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। सीनियर्स ने तीन स्टूडेंट्स के पहले कपड़े उतारे। फिर उनके प्राइवेट पार्ट पर डंबल लटका दिया।

नग्न कर प्राइवेट पार्ट्स से लटका दिए डम्बल, रैगिंग की खौफनाक कहानी सुन कांप उठेगी रूह
Tagline: Netaa Nagari
लेखिका: सुष्मिता राणा, टीम नेतानगरी
परिचय
रैगिंग के नाम पर होनेवाली ज्यादतियों की स्थितियों ने छात्रों के जीवन को संकट में डाल दिया है। हाल ही में एक बेहद च shocking घटना सामने आई है, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया है। यह कहानी है एक छात्र की, जिसके साथ रैगिंग के दौरान ऐसी घिनौनी हरकत की गई कि सुनकर रूह कांप उठेगी।
क्या हुआ?
पिछले हफ्ते एक कॉलेज में नए छात्रों के साथ रैगिंग के दौरान एक पुराने छात्र ने एक बेहद शर्मनाक कृत्य किया। नए छात्रों को नग्न करके उनके प्राइवेट पार्ट्स से डम्बल लटका दिए गए। यह घटना न केवल भयानक है, बल्कि यह विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाल सकती है। इस घटना के सभी गवाह हैरान रह गए और इसे लेकर काफी ग़ुस्सा फैल गया।
रैगिंग के शिकार छात्र का बयान
रैगिंग का शिकार छात्र, जिसने अपने नाम को गुप्त रखने की इच्छा जताई है, ने बताया कि वह बहुत डर गया था। उसे लगा कि उसकी इज़्जत हमेशा के लिए ख़त्म हो जाएगी। उसने कहा, "मैंने कभी सोचा नहीं था कि कॉलेज में मेरे साथ ऐसा कुछ होगा। मुझे समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं।"
कानूनी कोई कार्रवाई?
इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने तुरंत एक जांच समिति बनाई। कई छात्रों ने आरोप लगाया है कि यह केवल एक घटना नहीं है, बल्कि कॉलेज में रैगिंग एक सामान्य प्रथा बन गई है। छात्र संगठनों ने मांग की है कि जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही रैगिंग के खिलाफ सख्त कानूनों की आवश्यकता को भी उजागर किया गया है।
समाज में परिवर्तन की आवश्यकता
इस घटना ने समाज में एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि क्या हम सच में सुरक्षित हैं? रैगिंग की समस्या एक गंभीर मुद्दा है जो छात्रों के मनोबल को तोड़ देता है। विद्यार्थियों में इस मौके पर खड़ा होना और रैगिंग के खिलाफ बोलना बेहद महत्वपूर्ण है ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हों।
निष्कर्ष
इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि शिक्षा का उद्देश्य केवल विद्या अर्जन नहीं है बल्कि एक सुरक्षित एवं सहिष्णु वातावरण प्रदान करना भी है। हमें सभी मिलकर रैगिंग के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा ताकि आने वाली पीढ़ी को ऐसी खौफनाक घटनाओं का सामना न करना पड़े।
युवाओं से एक अनुरोध है कि अगर आप किसी ऐसी स्थिति का सामना करते हैं, तो चुप मत रहें। अपने अधिकारों के लिए लड़ें और आपकी आवाज उठाएं।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया visit करें: netaanagari.com
Keywords
Ragging, education safety, student rights, college life, mental health, legal action, harassment, anti-ragging laws, student organizations, safe environment.What's Your Reaction?






