‘चुन चुनकर बांग्लादेशी-रोहिंग्याओं को निकालेंगे दिल्ली के बाहर’, चुनावी रैली में अमित शाह ने कर दिया बड़ा दावा
Delhi Assembly Elections: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुस्तफाबाद और करावल नगर में शनिवार (1 फरवरी, 2025) को जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला. उन्होंने AAP सरकार पर भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी और दिल्ली की जनता के साथ धोखा करने के गंभीर आरोप लगाए. अमित शाह ने कहा कि AAP सरकार ने दिल्ली को कूड़ेदान में तब्दील कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यमुना नदी की सफाई के लिए आवंटित धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई, जिसके कारण नदी का पानी बहुत प्रदूषित हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि बारिश के दौरान दिल्ली में जलभराव के कारण कई लोगों की मृत्यु हुई, जिसके लिए उन्होंने केजरीवाल सरकार की अव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया. रैली में अमित शाह ने कहा कि 8 फरवरी को सरकार बदलेगी. उसके बाद सारे बांग्लादेशियों, रोहिंग्या को हम चुन चुन कर बाहर निकालेंगे. दिलाई केजरीवाल के वादों की याद शाह ने केजरीवाल पर उनके पुराने वादों को याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि वे न तो गाड़ी लेंगे, न बंगला, न सुरक्षा. लेकिन अब उन्होंने 51 करोड़ रुपये का शीश महल बनवा लिया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल ने शराब की दुकानों को रिहायशी इलाकों, स्कूलों और मंदिरों के पास खोलने की अनुमति दी, जबकि उन्होंने इन्हें बंद करने का वादा किया था. अमित शाह ने कहा कि भाजपा दिल्ली को कूड़ा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त और सुंदर राजधानी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. दिल्ली में अमित शाह का दावा अमित शाह ने वादा किया कि भाजपा की सरकार बनने पर यमुना नदी की सफाई की जाएगी और दिल्ली को दुनिया की सर्वोत्तम राजधानी बनाया जाएगा. अमित शाह ने कहा कि कटआउट को भी AIIMS में एडमिट करना पड़ा, इतना गंदा पानी है. AAP वाले कहते हैं कि हरियाणा सरकार ने जहर मिला दिया पानी में. हम भी वही पानी पीते हैं. AAP ने प्रदूषण मिलकर पानी गंदा कर दिया है. अमित शाह की जनता से अपील शाह ने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे आगामी चुनाव में भाजपा को समर्थन दें और AAP सरकार को हटाएं. उन्होंने कहा कि 5 फरवरी को कमल का बटन इतनी जोर से दबाना है कि केजरीवाल के शीश महल के शीशे टूट जाएं. अमित शाह के इस भाषण से स्पष्ट है कि भाजपा दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के लिए पूरी तरह से तैयार है और उन्होंने जनता से भाजपा को मौका देने की अपील की है. यह भी पढ़ें- संसद में निर्मला सीतारमण ने ऐसा क्या कहा, जिस पर पीएम मोदी लगातार थपथपाते रहे मेज?

‘चुन चुनकर बांग्लादेशी-रोहिंग्याओं को निकालेंगे दिल्ली के बाहर’, चुनावी रैली में अमित शाह ने कर दिया बड़ा दावा
लेखक: सृष्टी शर्मा, टीम नेता नगरी
दिल्ली में आयोजित एक चुनावी रैली में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बड़ा दावा किया है कि उनकी पार्टी बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को दिल्ली के बाहर निकालने का काम करेगी। इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और कई लोग इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ व्यक्त कर रहे हैं।
अमित शाह का बयान
अमित शाह ने रैली में कहा, "हम बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को चुन-चुनकर निकालेंगे। दिल्ली की सीमाओं के पार उन्हें किसी भी प्रकार की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाएगी।" यह बयान भाजपा के उन प्रयासों की ओर इशारा करता है, जिनका उद्देश्य विभिन्न राजनीतिक परिप्रेक्ष्य और चुनावी मुद्दों पर बल देना है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह के इस बयान का संबंध आगामी विधानसभा चुनावों से है। भाजपा चुनावी रणनीतियों के तहत एक नया मुद्दा सामने लाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले भी, पार्टी ने अवैध प्रवासियों की समस्या को उठाया था और इसे अपने नीतियों का प्रमुख हिस्सा बना लिया था।
प्रतिक्रिया और विवाद
अमित शाह के इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ भी आई हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि यह बयान केवल चुनावी प्रचार के लिए है और इससे केवल सामाजिक तनाव बढ़ेगा। वहीं आप पार्टी ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया। ऐसे में भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे को और अधिक भावनात्मक बनाते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न बताया।
क्यों महत्वपूर्ण है यह मुद्दा?
दिल्ली में बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की बढ़ती संख्या पिछले कुछ वर्षों से एक विवादास्पद विषय बना हुआ है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इन्हें एक सुरक्षित आश्रय स्थान प्रदान किया जाना चाहिए, जबकि स्थानीय निवासी इसकी सुरक्षा को खतरा मान रहे हैं। अमित शाह का यह बयान इस मामले में एक नई बहस की शुरुवात कर सकता है।
निष्कर्ष
अमित शाह का यह बयान एक ओर जहां चुनावी मुद्दे को गर्म करेगा, वहीं दूसरी ओर यह प्रवासी मुद्दे के चारों ओर चल रही चर्चाओं को भी बढ़ा सकता है। अलग-अलग पार्टियों की संभावित प्रतिक्रियाओं को देखना दिलचस्प होगा। क्या भाजपा इस मुद्दे को अपने पक्ष में भुना सकेगी? यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।
Keywords
political rally, Amit Shah statement, illegal immigrants, Rohingya issue, Bangladeshis in Delhi, election strategies, national security, human rights, political controversy, BJP election campaignWhat's Your Reaction?






