कांगड़ा में जवान का अंतिम संस्कार:बीमारी से हुई मौत, दिल्ली में थी पोस्टिंग, दो बच्चों के पिता

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के सेना के जवान की मौत हो गई है। ज्वालामुखी के घराटी गांव में सेना के जवान विवेक शर्मा की पेट में अल्सर के कारण मौत हो गई। वह 10 डोगरा रेजिमेंट में दिल्ली में तैनात थे। आज उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। विवेक शर्मा अपने परिवार के इकलौते बेटे थे। उनके पीछे पत्नी के साथ 15 वर्षीय बेटी और 9 वर्षीय बेटा हैं। उनकी दो बहनें भी हैं। विवेक ने मात्र साढ़े 17 साल की उम्र में सेना की वर्दी पहनी थी। उनके परिवार में कई सदस्य सेना में सेवारत हैं। ग्राम पंचायत गाहलियां के उप प्रधान अनिल कुमार ने बताया कि विवेक की मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। स्थानीय विधायक संजय रत्न ने भी शोक व्यक्त किया है। गांव के लोग इस वीर सैनिक के परिवार के प्रति संवेदना जता रहे हैं।

Mar 11, 2025 - 13:37
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कांगड़ा में जवान का अंतिम संस्कार:बीमारी से हुई मौत, दिल्ली में थी पोस्टिंग, दो बच्चों के पिता
कांगड़ा में जवान का अंतिम संस्कार:बीमारी से हुई मौत, दिल्ली में थी पोस्टिंग, दो बच्चों के पिता

कांगड़ा में जवान का अंतिम संस्कार: बीमारी से हुई मौत, दिल्ली में थी पोस्टिंग, दो बच्चों के पिता

Netaa Nagari - कांगड़ा जिले में अपने परिवार और दोस्तों के लिए एक दुखद दिन था जब एक बहादुर जवान का अंतिम संस्कार किया गया। यह जवान दिल्ली में तैनात था और हाल ही में बीमारी के कारण अपनी जान गंवा दी। उम्र करीब 35 वर्ष के इस जवान पीछे अपने दो छोटे बच्चों का एक साया छोड़ गया है।

जवान की बीमारी और अंतिम यात्रा

जानकारी के अनुसार, जवान की बीमारी लंबे समय से चल रही थी, जिसके चलते उनकी तैनाती दिल्ली में थी। वे अक्सर घर आते थे, लेकिन उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार नहीं हुआ। जब उनकी स्थिति गंभीर हो गई, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके अंतिम संस्कार में परिवार के सदस्यों के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों ने भी भाग लिया। ढोल-नगाड़ों के बीच, पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।

समुदाय में शोक का माहौल

जवान की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह एक समर्पित और बहादुर सैनिक था, जो हमेशा अपने परिवार के लिए समर्पित रहेगा। जब भी वह घर आते थे, बच्चों के साथ खेलकर उनका मनोबल बढ़ाते थे। उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर सभी लोग स्तब्ध रह गए।

सरकारी मदद की घोषणा

सरकारी अधिकारी ने यह सुनिश्चित किया है कि परिजन को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। इस दुखद घटना के बाद, राज्य शासन ने परिवार के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है, ताकि उन्हें इस कठिन समय में थोड़ी मदद मिल सके। शहीद जवान के परिवार की मदद के लिए कई स्थानीय संगठन भी आगे आए हैं।

शहीद जवान की याद में श्रद्धांजलि

अंतिम संस्कार के दौरान, शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए क्षेत्र के सभी लोग एकत्रित हुए। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उनके योगदान को याद किया और उनके परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर, लोगों ने शहीद की वीरता को सलाम किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

निष्कर्ष

कांगड़ा के इस जवान की कहानी न केवल एक व्यक्तित्व की है, बल्कि यह उस साहस और समर्पण की भी है, जिसके साथ हमारे सैनिक देश की सुरक्षा में लगे हुए हैं। हम सभी को उनकी शहादत को याद रखना चाहिए और उनके परिवार का समर्थन करना चाहिए। इस कठिन समय में, हम उन्हें याद करते हैं और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।

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लेखक: सुषमा शर्मा, टीम Netaa Nagari

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