Watch: 'किसी के बाप की जागीर नहीं है जो...', मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर नाजिया इलाही खान के बिगड़े बोल
MP News: बीजेपी की फायर ब्रांड नेता नाजिया इलाही खान खंडवा जिले के ओंकारेश्वर पहुंचीं. ओंकारेश्वर में उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर हमला करते हुए कहा, ''अब हम ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर हथौड़ा चलाएंगे. हम उसमें ताला मारकर चाभी गंगाजी में फेंक देंगे, क्योंकि इस देश में हम कोई दूसरा कानून नहीं चलने देंगे. इस देश में किसी के बाप की जागीर नहीं है जो अपना पर्सनल कानून इस देश में चलाएगा. बहुत जल्दी यह मन्नत लेकर ओंकारेश्वर की परिक्रमा करूंगी ताकि इस देश में से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ को खत्म किया जाए''. बता दें कि इससे पूर्व रमजान माह में इलाही महाकाल पहुंचीं थीं. नाजिया इलाही ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर वहां मन्नत भी मांगी थी. बीजेपी नेता नाजिया इलाही खान अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. इस बार उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वह बिल पास होने के बाद मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को भी खत्म किया जाना चाहिए. बीजेपी प्रवक्ता नाजिया इलाही खान ने खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में कहा ओंकारेश्वर भगवान के सामने माथा टेककर मन्नत मांगने आई हूं कि भारत देश से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के दरवाजे पर ताला मैं लगाऊं और चाबी गंगा नदी में फेंक दूं। #Aimplb #WaqfAmendmentBill@ElahiNazia1 pic.twitter.com/TFfncwWBVN — Shaikh Shakeel (@ShaikhShakeel07) April 7, 2025 बता दें कि नाजिया इलाही खंडवा स्थित तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर पहुंची थी. उन्होंने यहां मीडिया से बात करते थे कहा कि अब हम ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर हथौड़ा चलाएंगे, हम उसमें ताला मारकर चाभी गंगाजी में फेंक देंगे. क्योंकि इस आंबेडर के कानून से चलेगा देश में हम अब कोई दूसरा कानून नहीं चलने देंगे. ये देश संवैधानिक था, संवैधानिक है और संवैधानिक रहेगा. पहले महाकाल देव की पूजा!वक्फ बोर्ड में संशोधन के बाद!ओंकारेश्वर मंदिर के दर्शन !परिक्रमा भी क्या!एक नया संकल्प!एक नया मन्नत!मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पार ताला और कुंजी गंगा नदी मुख्य!भारत देश संविधान से चलेगा किसी शांतिपूर्ण समुदाय के मजहबी कानून की कोई जरूरत नहीं… pic.twitter.com/D3YUI8fHin — Nazia Elahi Khan (सनातनी) (@ElahiNazia1) April 7, 2025 बता दें पूर्व भी नाजिया खान ने मध्य प्रदेश का दौरा करते हुए उज्जैन महाकाल के दर्शन किए थे. उन्होंने महाकाल मंदिर के दर्शन करने के बाद यह मन्नत मांगी थी कि वक्त बिल पास हो जाए अब उन्होंने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में पहुंचकर मन्नत मांगी है कि वह मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड को खत्म होता हुआ देखना चाहती है. (रिपोर्ट-शेख शकील) इसे भी पढ़ें: LPG Price Hike: दिल्ली, पटना, भोपाल, मुंबई और जयपुर, अब कितने में मिलेगा सिलेंडर? जानें नया रेट

Watch: 'किसी के बाप की जागीर नहीं है जो...', मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर नाजिया इलाही खान के बिगड़े बोल
लेखिका: साक्षी यादव, टीम नेतानगरी
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (MPCB) पर नाजिया इलाही खान के बयान ने एक बार फिर से विवाद को जन्म दिया है। 'किसी के बाप की जागीर नहीं है जो...' इस प्रकार के शब्दों के साथ उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए हैं, जो कि धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। आइए, इस मामले की गहराई में जाकर समझते हैं कि नाजिया का ये बयान किस संदर्भ में आया और इसका प्रभाव क्या हो सकता है।
नाजिया इलाही खान का बयान
हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान नाजिया इलाही खान ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बारे में बात करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह किसी के व्यक्तिगत स्वामित्व में नहीं है और इस तरह का नियंत्रण नहीं होना चाहिए। उनके अनुसार, हर मुस्लिम को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना आवश्यक है।
समाजिक प्रतिक्रिया
उनके इस बयान पर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग उनकी बातों का समर्थन कर रहे हैं, कहते हैं कि एक स्वतंत्रता का अधिकार हर व्यक्ति का होना चाहिए। वहीं, कुछ इन्हें असामाजिक और गलत मानते हैं। विशेष रूप से धार्मिक संगठनों के सदस्य उनके इस बयान को विवादास्पद मानते हैं, जो कि सामाजिक एकता को प्रभावित कर सकता है।
क्या है मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड?
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारत में मुस्लिम समुदाय के कानूनों से संबंधित मामलों को देखने और समाहित करने वाला एक संगठन है। ये पारिवारिक कानून, तलाक, विरासत जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करता है। नाजिया के बयान ने इस बोर्ड की भूमिका और उसके हालिया निर्णयों पर सवाल उठाए हैं।
बयान का राजनीतिक संदर्भ
भारत में मुसलमानों के अधिकारों और उनकी पहचान को लेकर अक्सर विभिन्न संगठनों और नेताओं के बीच बहस होती रहती है। नाजिया इलाही खान का यह बयान उस सन्दर्भ में भी महत्वपूर्ण है जहाँ वे मुस्लिम समुदाय की ओर से अपनी आवाज़ को अधिक स्पष्ट करने का प्रयास कर रही हैं।
निष्कर्ष
नाजिया इलाही खान के बयान ने समुदाय में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। यह महत्वपूर्ण है कि हम समाज के विभिन्न हिस्सों की बातें सुनें और सम्मान करें। समकालीन मुद्दों पर बात करना और उन मुद्दों को समझना हर नागरिक का अधिकार है। उनके इस कथन ने हमें यह सोचने पर बाध्य किया है कि आज के समय में व्यक्तिगत अधिकार और सामाजिक संस्थाएँ कितनी महत्वपूर्ण हैं।
आखिरी में, यदि आपको इस विषय पर और अधिक जानकारी चाहिए, तो नेटानगरी डॉट कॉम पर जाएं।
Keywords
Muslim Personal Law Board, Nazia Ilahi Khan statement, social response, community rights, religious organizations, India Current Affairs, women's rights in IslamWhat's Your Reaction?






