Delhi Election 2025: बादली में AAP-BJP के बीच कांटे की टक्कर, कांग्रेस बिगाड़ न दे सियासी 'खेल'

Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: बादली विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. यह विधानसभा क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है. बादली निर्वाचन क्षेत्र में शहरी गांव बादली और समयपुर हैं. जबकि 3 ग्रामीण क्षेत्र लिबासपुर, सिरसपुर और भलस्वा हैं. इसमें भलस्वा और जहांगीरपुरी पुनर्वास कॉलोनियां हैं. बादली विधानसभा क्षेत्र में 32 अनधिकृत कॉलोनियां भी हैं. इस क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 2,37,947 है. इनमें 1,30,522 पुरुष मतदाता और 1,07,385 महिला मतदाता शामिल हैं. थर्ड जेंडर के 40 मतदाता भी इस क्षेत्र में हैं. पिछले दो विधानसभा चुनावों से इस सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जीत दर्ज करते आए हैं. वर्तमान में सीटिंग एमएलए आप के अजेश यादव हैं. वह तीसरी बार यहां से बतौर आम आदमी पार्टी प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के दीपक चौधरी और कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और विधायक रहे देवेंद्र यादव से है.  बादली सीट दिल्ली के उन सीटों में से एक है, जहां कांग्रेस का भी मजबूत जनाधार है. हर चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा-खासा वोट प्रतिशत अपने नाम किया है.  2013 में यहां से जीती थी कांग्रेस  साल 1993 से अब तक हुए बीते सात चुनावों में 1993 से 2003 तक इस सीट से बीजेपी के जय भगवान लगातार चुने गए थे. साल 2008 और 2013 में कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यहां कांग्रेस का परचम लहरा चुके हैं. साल 2013 में आप की एंट्री के बावजूद कांग्रेस यहां से जीती थी.  साल 2015 में कांग्रेस के यादव यहां से चुनाव हार गए. आम आदमी पार्टी के अजेश यादव (72,795) ने कांग्रेस के देवेंद्र यादव (37,419) को 35,376 मतों से मात दी थी. बीजेपी (राजेश यादव को 28,238) तीसरे नंबर पर रहे थे.  साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी आप के अजेश यादव (69,427) ने बाजी मारी और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के विजय भगत (40,333) को 28,928 मतों के भारी अंतर से हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस और देवेंद्र यादव लगभग साढ़े 27 हजार मतों के साथ तीसरे नंबर पर थे. यहां के प्रमुख मुद्दे बादली विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत का काम, सीवर और शौचालयों के निर्माण प्रमुख मुद्दे हैं. सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अंदरूनी सड़कों के साथ बड़ी मुख्य सड़कें भी टूटी हुई हैं. इसके अलावा, अंदरूनी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों को लगाने की भी आवश्यकता है. कई जगहों पर रोशनी की व्यवस्था बिल्कुल भी नहीं है.  इस बार मुकाबला त्रिकोणीय  तीसरी बार इस सीट को जीतने की कोशिश में लगी आप के लिए यहां का मुकाबला बिल्कुल भी आसान नहीं होगा. इस बार कांग्रेस यहां से न सिर्फ मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है बल्कि देवेंद्र यादव सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. इस बार बादली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है. यही वजह है कि इस सीट पर चुनाव को दिलचस्प बना हुआ है. 'अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर...', कालकाजी में भगवंत मान ने सीएम आतिशी के साथ किया रोड शो

Jan 31, 2025 - 08:37
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Delhi Election 2025: बादली में AAP-BJP के बीच कांटे की टक्कर, कांग्रेस बिगाड़ न दे सियासी 'खेल'
Delhi Election 2025: बादली में AAP-BJP के बीच कांटे की टक्कर, कांग्रेस बिगाड़ न दे सियासी 'खेल'

Delhi Election 2025: बादली में AAP-BJP के बीच कांटे की टक्कर, कांग्रेस बिगाड़ न दे सियासी 'खेल'

Netaa Nagari

लेखक: साक्षी शर्मा, टीम नेतानगरि

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के समीप आते ही दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। खासकर बादली क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। वहीं, कांग्रेस पार्टी भी इस 'खेल' में भाग लेने के लिए तैयार है, लेकिन उसके प्रभाव को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।

बादली की राजनीतिक पृष्ठभूमि

बादली दिल्ली का एक महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है, जहां की आबादी में विविधता है। यहाँ पर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी दोनों की मजबूत उपस्थिति है। पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी ने यहाँ पर वर्चस्व बनाए रखा था, लेकिन BJP ने भी अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास किया है। अब इस बार के चुनावों में देखना ये है कि कौन सी पार्टी किस प्रकार का नेतृत्व पेश करती है।

AAP और BJP का चुनावी युद्ध

AAP और BJP के बीच संघर्ष अब केवल राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित नहीं रह गया है। दोनों पार्टी अपने-अपने चुनावी वादों को लेकर जनता के बीच उतर चुकी हैं। AAP ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे उठाए हैं, वही BJP केंद्र सरकार द्वारा की गई विकास परियोजनाओं को मुख्य आधार बनाकर जनता से समर्थन मांग रही है। दोनों पार्टी के नेता अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी रैलियाँ आयोजित कर रहे हैं, जिससे चुनावी माहौल में गरमी बढ़ गई है।

कांग्रेस की भूमिका

कांग्रेस पार्टी भी इस राजनीतिक 'खेल' में पीछे नहीं है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कांग्रेस चुनावी फायदा उठाने लायक स्थिति में है? पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस की स्थिति में गिरावट आई है, जिसके चलते चुनावों में उसकी भागीदारी भी प्रभावित हुई है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि अगर कांग्रेस सही रणनीति अपनाती है, तो वह AAP और BJP दोनों को टक्कर दे सकती है।

निवेश और विकास

दिल्ली विधानसभा चुनाव में विकास और निवेश का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया जा रहा है। नागरिकों का कहना है कि नए उद्योगों और विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देने से उनके जीवन स्तर में सुधार हो सकता है। AAP और BJP दोनों ने इस मुद्दे पर अपनी-अपनी योजनाएँ प्रस्तुत की हैं, जिससे भावी चुनावी परिणामों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।

निष्कर्ष

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बादली क्षेत्र में AAP और BJP के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, जबकि कांग्रेस की सियासी स्थिति भी महत्त्वपूर्ण है। सभी पार्टियों का ध्यान अब मतदाताओं के विश्वास को जीतने पर है। अंततः यह चुनाव हमें यह बताएगा कि दिल्ली की राजनीति का अगला रुख क्या होगा।

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