'...तो लालू यादव दिलिप जायसवाल के क्या लगेंगे?' सभापति ने राबड़ी देवी से पूछा तो सदन में लग गए ठहाके
Dilip Jaiswal News: बिहार बजट सत्र के दौरान बुधवार को बिहार विधान परिषद में एक मजेदार बात हो गई, जिसे सुनकर सदन में हर कोई हंसने लगा. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को सदन में अपने संबोधन से पहले नए मंत्रियों को बधाई दी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को भी प्रदेश अध्यक्ष बनने पर शुभकामना दी. राबड़ी देवी ने कहा मैं उनको अपना भाई मानती हूं, क्योंकि वो मुझे दीदी कहते हैं. राबड़ी देवी ने सदन में क्या कहा? राबड़ी देवी का ये वीडियो अब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि सदन में बैठे लोग सभापति अवधेश नारायण सिंह की बात सुन कर हंस रहे हैं. दरअसल जब राबड़ी देवी ने कहा कि दिलीप जायसवाल उन्हें 'दीदी' कहकर बुलाते हैं, और वह उन्हें 'भैया' कहकर संबोधित करती हैं. इस दौरान सभापति अवधेश नारायण सिंह ने राबड़ी देवी से पूछा कि अगर आप दिलीप जायसवाल को 'भैया' कहती हैं तो लालू प्रसाद यादव उनके क्या लगेंगे? यह सवाल सुनते ही सदन में मौजूद सदस्य ठहाके लगाकर हंसने लगे. सदन में माहौल बन गया खुशनुमा इस पर राबड़ी देवी ने जवाब दिया कि जो रिश्ता बना है, उसके हिसाब से उसके जो लगेंगे वह लगेंगे. राबड़ी देवी ने आगे कहा कि जो पद लेकर आए हैं, उन्हें मिठाई भी खिलानी चाहिए. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने नए मंत्रियों का स्वागत भी किया और उन्हें बधाई दी. बता दें कि सदन में अक्सर नेताओं के बीच नोकझोंक चलती है, लेकिन कभी कधार इस तरह की हंसी ठिठोली भी देखने को मिलती है, जो माहौल को खुशनुमा बना देती है. ये भी पढे़ंः Patna Poster War: 'युवाओं का दौर, बुड्ढे नेता...', पटना में RJD का पोस्टर वार, CM नीतीश कुमार पर हमला

...तो लालू यादव दिलिप जायसवाल के क्या लगेंगे? सभापति ने राबड़ी देवी से पूछा तो सदन में लग गए ठहाके
Netaa Nagari
राजनीति के गलियारे कभी-कभी ऐसे मजेदार लम्हों से भरे होते हैं जो सदन की गरमी को हल्का कर देते हैं। हाल ही में, बिहार विधान परिषद में एक ऐसा ही अद्भुत पल देखने को मिला, जब सभापति ने राबड़ी देवी से पूछा, "तो लालू यादव दिलिप जायसवाल के क्या लगेंगे?" सुनते ही सदन हंसी-ठहाकों से गूंज उठा। आइए जानते हैं इस मजेदार घटनाक्रम के पीछे की कहानी और इसकी राजनीतिक महत्वता।
बिहार विधान परिषद का सत्र और हंसी-मजाक
जब से बिहार विधान परिषद का सत्र शुरू हुआ है, कई अहम विषयों पर चर्चा हो रही है। लेकिन इस बार, साधारण से प्रश्न ने पूरे सदन का वातावरण ही बदल दिया। सभापति के इस प्रश्न पर राबड़ी देवी ने चुटकी लेते हुए कहा कि लालू यादव तो उनके पति हैं और दिलिप जायसवाल से उनकी पहचान के बारे में बात करते हुए बताई गई। इसके बाद सदन में ठहाके लगना शुरू हो गए। यह घटना केवल एक मजाक नहीं थी, बल्कि यह बिहार की राजनीति में संबंधों और पहचान के जटिल ताने-बाने को भी दर्शाती है।
लालू यादव और दिलिप जायसवाल का राजनीतिक इतिहास
लालू यादव और दिलिप जायसवाल दोनों ही चर्चित नाम हैं। जहाँ लालू यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया हैं, वहीं दिलिप जायसवाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े हुए हैं। इन दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक दृष्टि से हमेशा से विवाद रहा है। ऐसे में, सभापति का सवाल और राबड़ी का उत्तर सदन में हंसी का कारण बना, पर यह संकेत भी देता है कि राजनीति को किस तरह मनोरंजक तरीके से देखा जा सकता है।
राजनीति में हंसी का महत्व
ऐसे क्षण राजनीति को हल्का बनाए रखते हैं और नेताओं के बीच की दीवारों को कम करते हैं। हंसी-मजाक के माध्यम से राजनीति में असहमति और मतभेद को एक नए दृष्टिकोण से देखा जा सकता है। यह घटनाक्रम इस बात का भी प्रमाण है कि किस तरह साधारण बातचीत भी राजनीति में गहराई ला सकती है।
निष्कर्ष
राजनीति का यह मजेदार लम्हा न केवल सदन के सदस्यों को हंसाने में सफल रहा, बल्कि यह दर्शाता है कि राजनीति में हास्य का स्थान कितना महत्वपूर्ण है। राबड़ी देवी और सभापति के इस संवाद ने सबको यह याद दिलाया कि गंभीरता के बीच कभी-कभी हल्के-फुल्के पल भी आवश्यक होते हैं। यदि आप इस घटनाक्रम के बारे में और जानकारी लेना चाहें, तो netaanagari.com पर जा सकते हैं।
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