अलवर में बदल गई नमाज की टाइमिंग, राजस्थान में होली पर कैसी है सुरक्षा?
Rajasthan Holi Celebration: राजस्थान में होली और जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों में शांति समितियों की बैठकें की गईं, ताकि दोनों को ही शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके. अलवर जिले में सद्भाव और भाईचारा दिखाते हुए मुस्लिम मेव समुदाय के नेता शेर खान ने जुमे (शुक्रवार) की नमाज अपराह्न डेढ़ बजे के बजाय दो बजे करने की घोषणा की है. क्या बोले राजस्थान के डीजीपी? राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने एक बयान में बताया कि होली का त्योहार हमें सद्भावना, आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं. उन्होंने कहा, “राज्य के पुलिसकर्मी हमेशा प्रतिबद्धता के साथ अपना कर्तव्य निभाते हैं ताकि आप और हम सभी इस त्योहार को पारंपरिक उल्लास के साथ मना सकें.” साहू ने बताया कि सभी जिलों और थानों में पुलिस बल अपनी ड्यूटी के प्रति सजग रहेगा और नागरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतेगा. पुलिस ने बताया कि त्योहार के अवसर पर खुफिया एजेंसियों ने भी देशभर में अलर्ट जारी किया है. पुलिस, आरपीएफ (रेलवे पुलिस बल) और जीआरपी (राजकीय पुलिस बल) ने भी राज्य के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. राजधानी जयपुर से लेकर सुदूर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डे, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि वहीं, होटलों और अतिथि गृह में भी सघन जांच की जा रही है तथा सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है. शांति समिति की बैठक करौली के जिलाधिकारी नीलाभ सक्सेना ने होली और रमजान के त्योहार को शांतिपूर्वक मनाने के लिए जिले में शांति समिति की बैठक की अध्यक्षता की. कोटा में कानून व्यवस्था में मदद के लिए इलाकों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. पुलिस ने बताया कि कैथून कस्बे में शुक्रवार को जुलूस भी प्रस्तावित है इसलिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) रामेश्वर सिंह ने बताया कि 11 अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, 40 से अधिक सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), करीब 80 क्षेत्राधिकारी, करीब 1500 कांस्टेबल सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे. उन्होंने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 300 से अधिक महिला कर्मियों को भी तैनात किया गया है. पर्यटकों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम संवेदनशील थाना क्षेत्रों में रिजर्व बल तैनात किए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार निगरानी के लिए गश्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और हर छोटी-बड़ी घटना पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सिंह ने बताया कि होली पर बड़ी संख्या में बाहर से भी पर्यटक जयपुर आते हैं इसलिए नकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया साथ ही सादे कपड़ों में भी पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं. राजस्थान में कांग्रेस नेता ने माधुरी दीक्षित को बताया 'सेकंड ग्रेड' एक्टर, BJP ने किया पलटवार

अलवर में बदल गई नमाज की टाइमिंग, राजस्थान में होली पर कैसी है सुरक्षा?
Netaa Nagari - अलवर: हाल ही में अलवर जिले की मस्जिदों में नमाज की टाइमिंग में परिवर्तन किया गया है। यह कदम होली पर्व के मद्देनजर उठाया गया है, ताकि इस दौरान किसी प्रकार की अशांति न फैले। पुलिस प्रशासन ने होली के पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है, ताकि सभी लोग सही तरीके से त्योहार मना सकें।
नमाज समय में बदलाव का कारण
अलवर में होली के समय पर नमाज का समय बदलने का यह फैसला स्थानीय प्रशासन और धार्मिक नेताओं की एक बैठक के दौरान लिया गया। इस बदलाव का الهدف यह सुनिश्चित करना है कि नमाज पढ़ने वाले और होली मनाने वाले दोनों ही एक ही समय पर एक स्थान पर न हों। इससे किसी भी प्रकार की विवाद या मतभेद पैदा होने की संभावना कम होगी।
सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान
राजस्थान के अलवर में होली पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस विभाग ने पूरे शहर में अतिरिक्त बल तैनात किया है। ज्ञात हो कि पुलिस ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की है और वहाँ पर चौंकसी बढ़ा दी गई है।
अलवर के पुलिस अधीक्षक ने बताया, "हमारी प्राथमिकता है कि सभी लोग बिना किसी डर या चिंता के होली का त्योहार मनाएं। हमारे पास पर्याप्त बल का इंतजाम है, और हम पूरी कोशिश करेंगे कि सभी लोग सुरक्षित रहें।"
कमिश्नर का निर्देश
राज्य के पुलिस कमिश्नर ने भी अलवर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "जिले में शांति बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। अधिकारीयों को निर्देश दिए गए हैं कि वे थानों में गश्त और निगरानी बढ़ाएं।" इस आदेश के तहत, संवेदनशील जगहों पर ड्रोन कैमरों का भी उपयोग किया जाएगा ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों में इस निर्णय को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ रही हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह कदम सही है, जबकि कुछ इसे असामान्य मानते हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमें अपने त्योहार को मनाने का पूरा अधिकार है, लेकिन सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।"
दूसरी ओर, एकऔर निवासी ने कहा, "नमाज का समय बदलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर इससे शांति बनी रहती है तो यह सही निर्णय है।"
निष्कर्ष
अलवर में नमाज की टाइमिंग में बदलाव और होली पर सुरक्षा व्यवस्था की चाक चौबंद व्यवस्था यह दर्शाती है कि प्रशासन सभी समुदायों के बीच सामंजस्य बनाए रखने के लिए तत्पर है। सभी को इस पर्व को खुशी से मनाने का अवसर मिलना चाहिए, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी प्रकार की अशांति न फैले।
कम शब्दों में कहें तो, अलवर में नमाज की टाइमिंग में बदलाव और सुरक्षा व्यवस्था दोनों ही आवश्यक हैं।
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