महाकुंभ के चलते वाराणसी में भी श्रद्धालुओं की भीड़, शहर में 8वीं तक के स्कूल 22 फरवरी तक बंद
Varanasi School: महाकुंभ के पलट प्रवाह का सिलसिला वाराणसी में जारी है. करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने वाराणसी के अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर दर्शन पूजन कर लिया है. अभी भी लाखों की संख्या में काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर गंगा घाट तक श्रद्धालुओं की मौजूदगी देखी जा रही है. फिलहाल बढ़ते भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा नगर के सभी बोर्ड के स्कूलों में क्लास 8 तक की कक्षाओं में 22 फरवरी तक ऑनलाइन ही पठन-पाठन जारी रखने का दिशा निर्देश दिया है. माघ पूर्णिमा के बाद भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं का वाराणसी पहुंचना जारी है. खासतौर पर प्रयागराज महाकुंभ से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आवागमन कर रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए अब 22 फरवरी तक क्लास 8 तक की कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी. एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान वाराणसी - BSA अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि स्कूली बच्चों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसको ध्यान में रखते हुए वाराणसी नगर के सभी बोर्ड की स्कूलों में कक्षा आठ तक ऑनलाइन पठन-पाठन 22 फरवरी तक जारी रखने का जिला प्रशासन द्वारा दिशा निर्देश दिया गया है. ट्रैफिक जाम से बच्चों को मिले निजात! वाराणसी में पलट प्रवाह के दौरान अभी भी 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर दर्शन पूजन करने के लिए ठहरे हैं. वहीं स्कूली बच्चे अगर शहरी क्षेत्र में वाहन से आवागमन करते हैं तो उन्हें ट्रैफिक जाम से भी जूझना पड़ सकता है. इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अब कक्षा 8 तक की पढ़ाई को 22 फरवरी तक ऑनलाइन कराने का निर्णय लिया गया है. स्टेशन मास्टर और अधिकारी क्या कर रहे थे? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर भड़के महंत राजू दास

महाकुंभ के चलते वाराणसी में भी श्रद्धालुओं की भीड़, शहर में 8वीं तक के स्कूल 22 फरवरी तक बंद
Netaa Nagari द्वारा रिपोर्ट: यह खबर वाराणसी से है, जहां महाकुंभ के चलते श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखी जा रही है। इस धार्मिक आयोजन के दौरान, वाराणसी में 8वीं तक के सभी स्कूल 22 फरवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस निर्णय का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा और भीड़भाड़ को नियंत्रित करना है।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ हिंदू धर्म का एक प्रमुख धार्मिक उत्सव है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है। इस बार, वाराणसी में होने वाले स्नान के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं। यह समारोह केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
श्रद्धालुओं की भीड़ और प्रशासन की तैयारियां
महाकुंभ के कारण वाराणसी में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने इस भीड़ को संभालने के लिए कई कदम उठाए हैं। सड़कों पर यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी ठहरने की व्यवस्थाएं भी की गई हैं।
स्कूलों की बंदी का कारण
बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर, वाराणसी में 8वीं तक के स्कूल 22 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जब शहर में इतने बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, तब स्कूलों में बच्चों का रहन-सहन संभालना मुश्किल हो सकता है। यह निर्णय न केवल बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है, बल्कि उनके अभिभावकों को भी राहत प्रदान करता है।
महाकुंभ में भाग लेने के टिप्स
अगर आप भी महाकुंभ में शामिल होने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें। पहले से होटल की बुकिंग कर लें, मौसम के अनुसार कपड़े चुनें, और भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी निकलें। इसके अलावा, अपने बच्चों को हमेशा अपने पास रखें और सतर्क रहें।
निष्कर्ष
महाकुंभ का आयोजन वाराणसी में श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। यह न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी हमारे समाज को जोड़ता है। इस दौरान उठाए गए प्रशासनिक कदमों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं और बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए।
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