मऊ जेल में 11 कैदी पाए गए HIV पॉजिटिव, 'टैटू' और 'ड्रग्स' की लत बनी जानलेवा, मचा हड़कंप
Mau Jail: उत्तर प्रदेश के मऊ जिला कारागार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. जहां जेल में बंद कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान पांच और कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद जेल में संक्रमित कैदियों की संख्या 11 हो गई है. यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जांच में खुलासा हुआ कि संक्रमित पाए गए कुछ कैदियों ने बलिया के ददरी मेले में टैटू बनवाया था, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका है. वहीं, कुछ कैदियों में नशे की लत थी और वे एक ही सुई का बार-बार इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे एचआईवी संक्रमण फैल गया. जेलर राजेश कुमार और फार्मासिस्ट अजय कुमार श्रीवास्तव ने इस बारे में फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमित कैदियों को विशेष आहार और नियमित दवाएं दी जा रही हैं और अन्य की जांच जारी है. 11 कैदियों के HIV पॉज़िटिव पाए जाने से हड़कंपमऊ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सिंह ने बताया कि जेल के एचआईवी पॉजिटिव 11 बंदियों का कार्ड बना है जिनका इलाज चल रहा है. उन्हें नियमित रूप से दवाइयां दी जा रही हैं. बंदियों में 7 बलिया के हैं तथा 4 मऊ से है जिन्हें एचआईवी पॉजिटिव जांच में पाया गया है. अन्य लोगों की जानकारी अभी नहीं है जैसे-जैसे जांच रिपोर्ट मिलेगी वैसे उनके इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. [yt]https://www.youtube.com/watch?v=v4OgbojWmEg[/yt] इस घटना ने जेल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है. सवाल उठ रहा है कि कैदियों तक ड्रग्स और सुई कैसे पहुंची? क्या जेल के अंदर कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है? प्रशासन ने कहा है कि जागरूकता बढ़ाने और संक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे. जेल में सख्त निगरानी बढ़ाई जाएगी? नशे के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा? कैदियों को एचआईवी से बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा? यह मामला न केवल मऊ जेल प्रशासन बल्कि पूरे कारागार व्यवस्था के लिए चेतावनी की घंटी है. अगर लापरवाही जारी रही तो जेलों में एचआईवी संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है.इनपुट- राहुल सिंह मऊ यूपी में अब नहीं मिलेंगे 10 से 25 हजार रुपये के स्टांप, योगी सरकार का बड़ा फैसला

मऊ जेल में 11 कैदी पाए गए HIV पॉजिटिव, 'टैटू' और 'ड्रग्स' की लत बनी जानलेवा, मचा हड़कंप
नेता नगरी - हाल ही में मऊ जेल में 11 कैदी HIV पॉजिटिव पाए गए हैं, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह स्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि आजकल के अपराधियों के बीच 'टैटू' और 'ड्रग्स' की लतें बढ़ती जा रही हैं, जो न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं बल्कि समाज पर भी गंभीर प्रभाव डाल रही हैं। इस घटना से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा करते हैं।
कैदियों की स्वास्थ्य स्थिति
मऊ जेल में पिछले कुछ दिनों में हुई स्वास्थ्य जांच के दौरान 11 कैदियों में HIV संक्रमण का पता चला। सभी कैदियों को तुरंत मेडिकल सहायता दी गई, और उन्हें एक अलग बैरक में स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन का कहना है कि इस स्थिति के चलते उनकी सुरक्षा और स्वस्थ जीवन को सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
परिस्थितियों की खोजबीन
जेल में बढ़ते 'टैटू' और 'ड्रग्स' के मामलों के चलते कैदियों के बीच स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने लगी हैं। कई मामलों में यह देखा गया है कि कैदी अपने टैटू बनवाने के दौरान असुरक्षित तरीके से उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही, ड्रग्स का सेवन भी उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
जेल प्रशासन की सजगता
मऊ जेल प्रशासन ने इस मामले के प्रति तुरंत सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अब जेल में नियमित स्वास्थ्य जांच, ड्रग्स और टैटू बनाने से संबंधित गतिविधियों पर सख्ती से निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा, कैदियों को नशामुक्ति केंद्रों के माध्यम से जागरूक करने और उपचार प्रदान करने का भी कार्य किया जाएगा।
संक्रमण के फैलाव को रोकने की दिशा में कदम
जेल अधिकारियों ने इस संबंध में विशेष चिकित्सा टीमों के गठन का निर्णय लिया है, जो नियमित रूप से कैदियों की स्वास्थ्य जांच करेंगी। इसके अलावा, माहौल को साफ रखते हुए संक्रमण के संभावित फैलाव को रोकने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
समाप्ति
इस घटनाक्रम ने मऊ जेल के साथ-साथ पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें समाज में नशा और अन्य हानिकारक आदतों के प्रति कितना सजग रहना होगा। यह मामला सिर्फ जेल के अंदर के लिए नहीं, बल्कि समाज के हर एक व्यक्ति के लिए सुनने की जरुरत रखता है। जागरूकता और सुरक्षा के पहलू को ध्यान में रखते हुए हमें आगे बढ़ना होगा।
अंत में, यह घटना न केवल जेल प्रशासन के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि हमें अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।
केवल समय ही बताएगा कि मऊ जेल में यह स्थिति कैसे नियंत्रित होती है और क्या इसके चलते संबंधित पक्षों में कोई ठोस बदलाव आएगा।
जाहिर है कि, हमारे समाज को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
फिर भी, इस मुद्दे पर और अधिक जानकारी के लिए, आप netaanagari.com पर जा सकते हैं।
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