'बिल ठीक कराना है तो पत्नी को साथ लाओ', यूपी में बिजली विभाग के कर्मचारी पर गंभीर आरोप
UP News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता पर बिजली बिल ठीक कराने के बदले पत्नी को भी साथ में लाने का गंभीर आरोप एक व्यक्ति द्वारा लगाया गया है. बिजली उपभोक्ता का आरोप है कि बिजली बिल ठीक कराने गए एक किसान के सामने अजीबो-गरीब मांग रखी गई जिसे सुनकर हर कोई हैरान है. लिखित शिकायत देते हुए पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अधिशाषी अभियंता विद्युत ने कहा- बिल ठीक कराना है तो अकेले ना आना पत्नी को भी साथ लाओ. वहीं आरोपी अधिशाषी अभियंता ने इस आरोप को निराधार बताया है. दरअसल मामला बारांबकी जिले की हैदरगढ़ तहसील के थाना लोनी कटरा अन्तर्गत एक गांव का बताया जा रहा है. पीड़ित विद्युत उपभोक्ता ने बताया मामला यह है कि एक दिन एक्सईएन साहब अपनी टीम के साथ गांव आए हुए थे. गांव में सबके मीटर चेक कर रहे थे तो वह यहां भी आए थे मीटर चेक किया. देख कर फिर बाहर आए रोड की तरफ तो उन्होंने कहा कि आपकी बीवी बहुत सुंदर है. यह उनकी भाषा थी फिर चले गए और दूसरे दिन कुछ लोग आए मेरे मीटर में कुछ किए हुए और मीटर उखाड़ कर लेकर चले गए. पीड़ित ने कहा कि दूसरे दिन फिर हम साहब के ऑफिस गए और हमने कहा साहब हमारा मीटर बढ़ गया है. उनको प्रार्थना पत्र हमने दिया इस पर उन्होंने साइन वाइन किया, उन्होंने कहा जाकर दिखवाओ बाहर. जब हम बाहर आए तो वह भी बाहर आए तो उन्होंने कहा सुनो तुम अकेले मत आना अपनी बीवी को भी साथ में लाना, यह बात एक्सचेंज साहब ने कही थी फिर हम वहां से चले आए. लोग लज्जा के कारण हमने यह बात किसी से नहीं कही. यह मामला धीरे-धीरे 1 साल तक पड़ा रहा. पीड़ित ने कहा जब हमने क्षेत्रीय लाइनमैन से कहा कि भैया हमारा बिल खत्म कर दीजिए तो उन्होंने कि तुम्हारा मामला तो एक्सईएन साहब पर्सनल लिए हुए हैं. ऐसे हो नहीं सकता आप उन्हीं से मिलिए तो फिर हम 31 तारीख को फिर गए. हमको एक्सईएन साहब मिले तो हमने कहा साहब उसको देख लीजिए हमारे मामले को तो एक्शन साहब ने कहा 1 साल बाद आप आए हो दोनों ने कहा अब 40000 की व्यवस्था करो और बीवी को भी साथ में लेकर आओ. पीड़ित ने अधिशाषी अभियंता की इस घटिया हरकत की आईजीआरएस के माध्यम से मध्यांचल विद्युत वितरण विभाग के एमडी से शिकायत की. अधिशाषी अभियंता पर एक बिजली बिल उपभोक्ता के बिजली कनेक्शन पर गलत मीटर रीडिंग भरकर बिल बढ़ाने और कनेक्शन जोड़ने के बदले पत्नी को साथ लाने की डिमांड का आरोप लगाने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मचा है. वहीं आरोपी अधिशाषी अभियंता विद्युत प्रदीप कुमार गौतम का कहना है "मेरा नाम प्रदीप कुमार गौतम मैं अधिशासी अभियंता हैदरगढ़ विद्युत विभाग के पद पर कार्यरत हूं, यह सभी आरोप निराधार हैं. इसमें मुझे आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत प्राप्त हुई. इनके द्वारा जो भी आरोप लगाए गए हैं, सीओ हैदरगढ़ से मिलकर भी सारे मैटर से अवगत करा दिया है तो उन्होंने कार्रवाई करने हेतु मुझे आश्वासन दिया है. महाकुंभ को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को दी ये सलाह, बताया कैसे मिलेगी ट्रैफिक से निजात

बिल ठीक कराना है तो पत्नी को साथ लाओ, यूपी में बिजली विभाग के कर्मचारी पर गंभीर आरोप
Netaa Nagari द्वारा रिपोर्ट, लेखिका: प्रिया शर्मा और राधिका मेहता
उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारियों पर एक गंभीर आरोप सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि अगर कोई ग्राहक अपना बिजली बिल ठीक कराना चाहता है, तो उसे अपनी पत्नी को साथ लाने का निर्देश दिया गया है। इस प्रथा के तहत, अधिकारियों का मानना है कि पति-पत्नी की उपस्थिती से मामलों को हल करने में सहायता मिलेगी।
आरोपों की पृष्ठभूमि
यह मामला तब उजागर हुआ जब ग्राहक सेवा केंद्र में कुछ लोगों ने इस अनोखी मांग के बारे में शिकायत की। ग्राहकों की शिकायतें थीं कि बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी अपने व्यक्तिगत अनुभवों को आधार बनाकर इस तरह के निर्देश दे रहे हैं। ऐसे मामलों में, जब ग्राहक महिला होती है, तो अधिकारी उन्हें किसी न किसी बहाने से टालने का प्रयास करते हैं।
ग्राहकों की प्रतिक्रिया
ग्राहकों का कहना है कि यह गलत है कि उन्हें ऐसी शर्तें निभाने के लिए कहा जाए। "क्या कारण है कि हम अपनी पत्नी को साथ लाने के लिए मजबूर हैं? हमें सभी सुविधाएँ समान रूप से मिलनी चाहिए," एक ग्राहक ने कहा। महिलाओं ने भी इस बात पर चिंता जताई कि ऐसे निर्देश केवल उनके खिलाफ ही हैं और यह सरकारी सेवा की गुणवत्ता में कमी को दिखाते हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, संबंधित अधिकारियों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से लेते हुए एक जांच का आदेश दिया है। "हम इस मामले की गहराई से जांच करेंगे और यदि कोई कर्मचारी निर्दोषता से ऐसा व्यवहार करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी," एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
इस तरह के मामलों की बुनियाद पर विचार
यूपी में बिजली विभाग से जुड़ी यह समस्या केवल एक घटना नहीं है, बल्कि यह व्यापक सामाजिक मुद्दों का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसी सोच से न केवल ग्राहक, बल्कि सम्पूर्ण समाज को नुकसान होता है। यह जरूरी है कि ऐसी स्थिति में सभी को समान व्यवहार मिले और सरकार ऐसे मामलों में त्वरित समाधान करे।
समापन विचार
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि ज़रूरत है जागरूकता की और लोगों को अपने हक के लिए खड़ा होने की। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी सरकारी सेवाएँ समान रूप से उपलब्ध हों। हम सभी को मिलकर इस प्रकार की उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। इस संदर्भ में, “नीतियों के माध्यम से बदलाव” एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे हमें सामूहिक रूप से अपनाना होगा।
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