छत्तीसगढ़: सुकमा में 52 लाख के इनामी 9 नक्सलियों ने किया सरेंडर, दिए गए 25-25 हजार रुपये

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कुल 52 लाख रुपये के इनामी नौ नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले में पीएलजीए बटालियन नंबर एक में सक्रिय नौ नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस के मुताबिक जिले में सक्रिय नक्सली कलमू मंगड़ू (30), माड़वी बुधरी (25), समीर उर्फ मिडियम सुक्का (22), रजनी उर्फ राजे (20), शांति कवासी (18), मड़कम सोमड़ी (25), नुप्पो नरसी (22), मड़कम हिड़मे (21) और नुप्पो हुंगी (50) ने सुकमा जिले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया. इतने लाख का था इनामपुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कलमू मंगड़ू, समीर, महिला नक्सली माड़वी बुधरी, रजनी, शांति और मड़कम सोमड़ी के सर पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम है. उन्होंने बताया कि महिला नक्सली नुप्पो नरसी के सर पर दो लाख रुपये और महिला नक्सली मड़कम हिड़मे और नुप्पो हुंगी के सर पर एक-एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले में चल रहे 'नियद नेल्ला नार' (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रभावित होकर और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार शिविर स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के कारण इन नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया है. दिए गए 25-25 हजार रुपयेउन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के खिलाफ जिले में बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. इन घटनाओं में पुलिस दल पर हमला और बारूदी सुरंग विस्फोट जैसी घटनाएं शामिल है. अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है और उन्हें पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी. ये भी पढ़ें Chhattisgarh: बस्तर में 21 दिन बाद दफनाया गया पादरी का शव, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुआ अंतिम संस्कार

Jan 30, 2025 - 20:37
 121  501.8k
छत्तीसगढ़: सुकमा में 52 लाख के इनामी 9 नक्सलियों ने किया सरेंडर, दिए गए 25-25 हजार रुपये
छत्तीसगढ़: सुकमा में 52 लाख के इनामी 9 नक्सलियों ने किया सरेंडर, दिए गए 25-25 हजार रुपये

छत्तीसगढ़: सुकमा में 52 लाख के इनामी 9 नक्सलियों ने किया सरेंडर, दिए गए 25-25 हजार रुपये

नेता नगरी - छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। यहां पर 52 लाख रुपये के इनामी 9 नक्सलियों ने स्वेच्छा से सरेंडर किया है। इस सरेंडर के बाद, सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है। इस घटना ने सुरक्षा बलों की कार्यवाही को सही ठहराया है और स्थानीय इलाक़े में विश्वास को बढ़ावा दिया है।

सरेंडर की वजह

सूत्रों के अनुसार, इन नक्सलियों ने अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए और परिवार से जुड़ने के उद्देश्य से सुरक्षा बलों के समक्ष आत्म समर्पण करने का निर्णय लिया। यह सरेंडर इस बात का प्रतीक है कि नक्सलवाद से नुकसान उठाने वाला समाज अब इसके खिलाफ खड़ा हो रहा है। इसके अलावा, इस अवसर पर सुरक्षा बलों ने यह भी कहा कि स्वेच्छिक सरेंडर योजना बहुत ही प्रभावी साबित हो रही है।

प्रोत्साहन राशि का महत्व

सरेंडर करने वाले नक्सलियों को दिए गए 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि उनके लिए नई शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक होगी। यह राशि उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने और सामान्य जीवन जीने में मदद करेगी।सरकार ने ऐसे नक्सलियों के पुनर्वास में मदद करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिसमें रोजगार से लेकर शिक्षा तक सभी पहलुओं को शामिल किया गया है।

सुरक्षा बलों की प्रशंसा

इस सरेंडर के बाद, स्थानीय सुरक्षा बलों की प्रशंसा की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ये सफलताएँ यह दर्शाती हैं कि स्थानीय लोगों का सुरक्षा बलों में विश्वास बढ़ रहा है और नक्सलियों के खिलाफ उनका गुस्सा अब खुलकर सामने आ रहा है। इससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में और नक्सली सरेंडर करेंगे।

स्थानीय प्रभाव

नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्र में जिस तरह से लोग अब सरेंडर करने की दिशा में बढ़ रहे हैं, वह एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल इस जिले में बल्कि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य में शांति की स्थापना की संभावना बढ़ी है। स्थानीय समुदाय का सहयोग और सुरक्षा बलों का मार्गदर्शन मिलकर इस समस्या का समाधान निकाल रहे हैं।

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए इस सरेंडर ने सुरक्षा बलों की रणनीति को सही साबित किया है। यह न केवल नक्सलियों की हार है, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए एक नई उम्मीद भी है। अब यह देखना होगा कि क्या अन्य नक्सली भी इस पहल का अनुसरण करते हैं या नहीं। ऐसे में सरकार की पुनर्वास योजनाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस घटना ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि जब समाज और सुरक्षा बल मिलकर काम करते हैं, तो सफलता की कहानियाँ लिखी जा सकती हैं।

अधिक जानकारी के लिए, वीज़िट करें netaanagari.com.

Keywords

Sukma, Chhattisgarh, Naxals surrender, 52 lakh reward, Security forces, Rehabilitation, News India, Naxalite activities, Local community, Peace initiatives.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow