काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने में लगेगा 18 घंटे का समय? 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक
UP News: काशी विश्वनाथ धाम में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ की महाशिवरात्रि जैसी झलक देखने को मिलेगी. मंदिर प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां को लगभग पूरा कर लिया गया है. वहीं महाकुंभ से आने वाले साधु नागा संतो के प्रवेश व आम श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 25-27 फरवरी तक सभी प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा लोगों से महाशिवरात्रि के दिन पर्याप्त समय, खानपान का ध्यान रखते हुए व धैर्य के साथ ही दर्शन करने आने की खास अपील की गई है. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि प्रयागराज महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए इस बार काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि को लेकर खास तैयारी की गई है. महाशिवरात्रि के दौरान तकरीबन 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचने की संभावना है. इस दौरान परंपरा के तहत महाशिवरात्रि के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकुंभ से आने वाले संत और नागा साधुओं का प्रवेश होगा. भारी भीड़ और सभी श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 25 फरवरी से 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन को पूरी तरह बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही यह भी कहा कि अखाड़ों द्वारा शोभायात्रा निकाला जाएगा, और मंदिर में साधु नागा संतो के दर्शन पूजन के दौरान आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में 5-6 घंटे की अवधि तक प्रवेश वर्जित रहेगा. इस पूरी अवधि को ध्यान में रखकर ही मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे. बाबा के दर्शन में लग सकते हैं 18 घंटे महाशिवरात्रि पर सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. नागा, साधु-संतों के मंदिर में प्रवेश के दौरान 5-6 घंटे तक आम श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश नहीं हो सकेगा. इस दौरान आम श्रद्धालुओं को कतार में लगकर दर्शन करने में 16 से 18 घंटे या उससे अधिक अवधि भी लग सकती है. इसको ध्यान में रखते हुए ही महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने की अपील की गई है. वहीं इस प्रमुख पर्व को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य सजावट की गई है और सभी तैयारियों को लगभग पूरा कर लिया गया है. UP Politics: यूपी में कांग्रेस का सपना तोड़ देगी सपा? 2027 चुनाव में सिर्फ इतनी सीटें छोड़ने को तैयार!

काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने में लगेगा 18 घंटे का समय? 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक
लेखिका: स्नेहा, टीम नेतानगरी
परिचय
काशी विश्वनाथ मंदिर, जो कि भगवान शिव का पवित्र स्थल है, फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में यह ज्ञात हुआ है कि भव्य दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को करीब 18 घंटे का समय लग सकता है। इसके साथ ही, 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन पर भी रोक लगाई गई है। यह जानकारी श्रद्धालुओं और मंदिर प्रशासन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। आइए, हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक
हासिल जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने मंदिर में भक्तों के लिए प्रोटोकॉल दर्शन को 27 फरवरी तक रोक दिया है। यह फैसला श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए किया गया है। आस्था के प्रतीक काशी विश्वनाथ में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को अब लंबी कतारों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में भक्तों को पहले से ही अपनी यात्रा की योजना तैयार करने की सलाह दी जा रही है।
18 घंटे का समय लगना
काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए लगने वाले 18 घंटे के अनुमान ने सभी को चौंका दिया है। यह समय उस भीड़ को दर्शाता है जो इस पवित्र स्थल की ओर अग्रसर है। खासकर जिन भक्तों ने आस्था से इसे चुन लिया है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा और सही प्रबंधन की दृष्टि से यह आवश्यक कदम उठाया गया है। हम सभी को तप और धैर्य के साथ इस अवधि की प्रतीक्षा करनी होगी।
श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
जो भक्त काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद का लाभ उठाने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए कुछ सुझाव ये हैं:
- भक्तों को सुबह जल्दी मंदिर पहुंचने की सलाह दी जा रही है, ताकि वे समय पर दर्शन कर सकें।
- भीड़-भाड़ से बचने के लिए त्योहारों और विशेष अवसरों से बचने का प्रयास करें।
- प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी से अपडेट रहें और मंदिर की वेबसाइट पर जरा भी ध्यान दें।
निष्कर्ष
काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए दी जाने वाली लंबी अवधि और प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक का निर्णय भक्तों के प्रति प्रशासन की जिम्मेदारी को दर्शाता है। इन बदलावों से श्रद्धालुओं को थोड़ा समय गंवाना पड़ सकता है, लेकिन अंततः यह हमारे धार्मिक अनुभव को और भी रोचक बना सकता है। सभी भक्तों को संयम और धैर्य का परिचय देना होगा।
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