Mahakumbh: 'ई-रिक्शा से जिंदा लौटे खूंटी गुरु', भगदड़ के बाद लगा बाबा अब नहीं रहे, तेरहवीं के दिन आए वापस

Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। संगम में डुबकी लगाने के लिए देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। वहीं, संगम नगरी के जीरो रोड इलाके से लोगों को चकित कर देने वाला मामला सामने आया है।

Feb 14, 2025 - 15:37
 115  501.8k
Mahakumbh: 'ई-रिक्शा से जिंदा लौटे खूंटी गुरु', भगदड़ के बाद लगा बाबा अब नहीं रहे, तेरहवीं के दिन आए वापस
Mahakumbh: 'ई-रिक्शा से जिंदा लौटे खूंटी गुरु', भगदड़ के बाद लगा बाबा अब नहीं रहे, तेरहवीं के दिन आए वापस

महाकुंभ: 'ई-रिक्शा से जिंदा लौटे खूंटी गुरु', भगदड़ के बाद लगा बाबा अब नहीं रहे, तेरहवीं के दिन आए वापस

Netaa Nagari - कुछ दिन पहले हुए महाकुंभ में एक विचित्र घटना ने सभी को चौंका दिया। खूंटी गुरु, जो एक प्रसिद्ध बाबा माने जाते हैं, भगदड़ के दौरान गायब हो गए थे। लोगों को लगा कि अब वह इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन तेरहवीं के दिन वह ई-रिक्शा से जिंदा लौट आए और सभी को हैरान कर दिया। यह घटना आज सभी के लिए चर्चा का विषय बन गई है।

खूंटी गुरु का रहस्यमय गायब होना

महाकुंभ में जैसे ही भगदड़ मची, खूंटी गुरु ने उसे नियंत्रित करने की कोशिश की। भगदड़ के दौरान, ऐसा प्रतीत हुआ कि बाबा भीड़ में बह गए हैं। लोगों ने सोचा कि मेंडलेम में उनकी अनुपस्थिति का मतलब है कि वह अब नहीं रहे। ख़बरें तेजी से फैल गईं कि खूंटी गुरु अब हमें छोड़ गए हैं। लोग आस्था के साथ उनके लिए प्रार्थना करने लगे। वहीं, कई भक्त उनकी खोज में भी जुट गए।

ई-रिक्शा से लौटना - एक चमत्कार

पारिवारिक और भक्तों की चिंता बढ़ने लगी थी, लेकिन ठीक उसी समय, तेरहवीं के दिन, खूंटी गुरु एक ई-रिक्शा में लौटे। जब उन्होंने अपने भक्तों के सामने आकर बताया कि वह स्वस्थ हैं और उनकी तबीयत ठीक है, तो सभी को विश्वास नहीं हुआ। उनकी वापसी को एक चमत्कार माना जा रहा है। बाबा ने बताया कि भगदड़ के दौरान उन्हें थोड़ी घबराहट हुई थी, लेकिन वह सुरक्षित स्थान पर चले गए थे जहाँ उन्होंने कुछ समय बिताया।

भविष्य की तैयारी

खूंटी गुरु की इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या ऐसी भगदड़ की स्थिति में भक्तों को और सतर्क रहने की आवश्यकता है? उनके अनुयायियों ने ध्यान दिलाया कि इतनी बड़ी भीड़ में अनुशासन बनाए रखने और सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज करना बेहद खतरनाक हो सकता है। खूंटी गुरु ने भक्तों से कहा कि वे हमेशा अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और दूसरों की मदद करें।

समापन

खूंटी गुरु का ई-रिक्शा से लौटना न केवल उनकी आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महाकुंभ जैसा बड़ा आयोजन भी चुनौतियों से भरा होता है। यह घटना, जिस पर यकीन करना मुश्किल है, ने भक्तों को विश्वास और शक्ति प्रदान की है। आगे आने वाले आयोजनों में सावधानियां बरतने के लिए सभी को प्रेरणा मिलेगी।

इस खास घटना पर चर्चा करते हुए, हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारी आस्था और हमारे गुरु हमेशा हमारे साथ होते हैं। Netaa Nagari की टीम की ओर से हम सभी भक्तों को श्रद्धा और कामनाएं भेजते हैं।

Keywords

Mahakumbh, e-rickshaw, Khunti Guru, Baba, gagal, and return, tragedy, religious festival, devotees, safety measures, faith

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow