Maha Kumbh 2025: CM विष्णु देव साय ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, व्यवस्था पर क्या कहा?
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आस्था की डुबकी लगाई. उन्होंने कैबिनेट सहयोगियों के साथ महाकुभं स्नान किया. त्रिवेणी संगम में पवित्र स्थान करने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ से राज्यपाल, स्पीकर, मंत्री और विधायकों समेत कुल 166 लोगों का दल पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचा है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ स्नान का आज सौभाग्य प्राप्त हुआ. उन्होंने प्रदेश के लिए खुशहाली और लोगों का जीवन सुख-समृद्ध होने की कामना की. मुख्यमंत्री ने बताया कि 144 साल बाद शुभ मुहूर्त आया है. उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्था और न्योते पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ का पंडाल महाकुंभ में लगाया गया है. पंडाल में छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं की व्यवस्था की गई है. महाकुंभ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया स्नान उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से महाकुंभ में जमीन का आग्रह किया गया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने जमीन उपलब्ध कराई. महाकुंभ में आवंटित जमीन पर पंडाल लगाया गया है. पंडाल में श्रद्धालुओं के खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था है. जानकारी के मुताबिक, गुरवार सुबह आठ बजे मुख्यमंत्री, राज्यपाल, स्पीकर, विधायक और मंत्री रायपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान में प्रयागराज के लिए वाना हुए. #WATCH | Prayagraj: After taking a holy dip at the Maha Kumbh, Chhattisgarh CM Vishnu Deo Sai says, "The Governor, Speaker, ministers and MLAs of Chhattisgarh, a total of 166 people came here for the holy dip... This moment has come after 144 years. We congratulate the CM of… pic.twitter.com/J0wK4U3l8k — ANI (@ANI) February 13, 2025 डॉ रमन सिंह ने भी त्रिवेणी की धारा में लगाई आस्था की डुबकी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं को भी महाकुंभ में शामिल होने का न्योता दिया था. बता दें कि संगम तट पर आयोजित महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी त्रिवेणी की धारा में आस्था की डुबकी लगाई. पवित्र स्नान के बाद उन्होंने महाकुंभ में किए गए इंतजामों की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, "यूपी की योगी सरकार का महाकुंभ के आयोजन को लेकर किया गया परिश्रम साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. अद्भुत व्यवस्थाओं को देखकर खूब आनंद आया." रमन सिंह ने बताया कि गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद उन्होंने सभी श्रद्धालुओं के लिए पुण्य की कामना की. ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में BJP ने किया जीत का दावा, डिप्टी CM बोले- 'जैसे दिल्ली में...'

Maha Kumbh 2025: CM विष्णु देव साय ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, व्यवस्था पर क्या कहा?
Netaa Nagari
लेखिका: साक्षी शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
महाकुंभ का आयोजन भारत में एक प्रमुख धार्मिक पर्व है, जिसे करोड़ों श्रद्धालु सालों से मनाते आ रहे हैं। इसकी अगली कड़ी, महाकुंभ 2025, में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पहली बार डुबकी लगाई। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सरकार की व्यवस्था और दिशा-निर्देशों पर भी प्रकाश डालता है। आइए जानते हैं इस महाकुंभ के आयोजन से जुड़ी व्यवस्थाओं के बारे में और मुख्यमंत्री ने क्या कहा।
महाकुंभ 2025 की तैयारी
महाकुंभ 2025 का आयोजन हरिद्वार में होने जा रहा है, जहां लाखों श्रद्धालु जल में स्नान करने के लिए जुटेंगे। इस बार की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रशासन और सरकार ने भीड़ प्रबंधन, साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि इस बार सभी श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के स्नान करने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री का बयान
स्नान के बाद, मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, "महाकुंभ हमारी संस्कृति का हिस्सा है। मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि वे हमारे निर्देशों का पालन करें। हमने इस बार व्यवस्थाओं को खासी मजबूती दी है।" इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हरिद्वार में सभी श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा सुविधाओं का ध्यान रखा गया है, ताकि कोई भी श्रद्धालु संकट में न पड़े।
सरकारी व्यवस्थाएं
इस महाकुंभ में परिवहन, पेयजल, स्वच्छता और चिकित्सा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार ने सभी आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बलों की तैनाती भी की जाएगी, ताकि सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
धार्मिक महत्व
महाकुंभ भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि जनसंख्या के बड़े वर्ग को एकत्रित करने का माध्यम भी है। इस प्रकार, मुख्यमंत्री का इस महाकुंभ में भाग लेना न केवल अपनी सरकार को प्रदर्शित करता है, बल्कि धार्मिक उत्सव के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 का आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं बल्कि समाज, प्रशासन और संस्कृति के मेल का प्रतीक है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की टिप्पणियाँ और उनकी सक्रियता से यह साफ है कि सरकार इस सदी के सबसे बड़े धार्मिक महाआयोजन को सफल बनाने के लिए कृतसंकल्प है। यह एक अवसर है, जो न केवल आध्यात्मिक योग्यता को बढ़ावा देगा, बल्कि सभी की सुरक्षा और सुविधा का भी ध्यान रखेगा।
कार्यक्रम की सभी जानकारी और जारी अन्य अपडेट्स के लिए, नेटानागरी पर अवश्य आएं।
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