Jodhpur: 'कांग्रेस वाले इंदिरा गांधी को सम्मान दिलाना नहीं चाहते', मंत्री मदन दिलावर ने किया पलटवार
Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में इंदिरा गांधी को दादी बोलने पर विपक्ष का धरना जारी है. नेताओं के आरोप- प्रत्यारोप की तल्ख टिप्पणियां भी सामने आ रही हैं. रविवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बजट घोषणाओं की समीक्षा के लिए जोधपुर पहुंचे. समीक्षा बैठक के बाद प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस सरकार के दौरान कई घोटाले और भ्रष्टाचार हुए हैं. कई लोग जेल की हवा खा चुके हैं और अब कई लोगों की जेल जाने की बारी है." मदन दिलावर ने आगे कहा, "कांग्रेस को को शिकायत है कि इंदिरा रसोई योजना का नाम अन्नपूर्णा क्यों कर दिया. इंदिरा गांधी एक महापुरुष थीं. हम भी इंदिरा गांधी का सम्मान करते हैं. इंदिरा गांधी को अन्नपूर्णा देवी से भी बड़ा मानते हैं. लेकिन अशोक गहलोत इंदिरा गांधी को दादी मानने को तैयार नहीं हैं. हमारे एक नेता के दादी कहने पर अशोक गहलोत ने विरोध शुरू कर दिया." इंदिरा गांधी को दादी कहे जाने का मामला उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस वाले इंदिरा गांधी को सम्मान देना नहीं चाहते हैं. राजमाता विजया राजे सिंधिया को अगर दादी कहें तो हमें खुशी होगी. दादी कहने में हमें कोई हर्ज नहीं है. लेकिन कांग्रेसी इंदिरा गांधी को दादी मां मानने को तैयार नहीं हैं." अशोक गहलोत पर क्या बोले मदन दिलावर बता दें कि अशोक गहलोत ने शनिवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि सदन में 2 घंटे तक का हंगामा होता रहा और मुख्यमंत्री लटके झटके दिखाते हुए बोलते रहे. अशोक गहलोत ने कहा था कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लटके झटके पता नहीं कहां से सीख लिए. मदन दिलावर ने पलटवार करते हुए कहा कि अशोक गहलोत की पाठशाला नहीं थी, बीजेपी की पाठशाला है. ये भी पढ़ें- राजस्थान के झालावाड़ में 5 साल का मासूम बोरवेल में गिरा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Jodhpur: 'कांग्रेस वाले इंदिरा गांधी को सम्मान दिलाना नहीं चाहते', मंत्री मदन दिलावर ने किया पलटवार
Netaa Nagari
लेखक: सुषमा मेहरा, टीम नेतानगरि
परिचय
राजस्थान के जोधपुर में हाल ही में आयोजित एक राजनीतिक कार्यक्रम में, मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वे इंदिरा गांधी को उचित सम्मान नहीं दिलाना चाहते। यह वक्तव्य कांग्रेस के उन नेताओं की आलोचना के संदर्भ में आया है, जो समय-समय पर इंदिरा गांधी के कार्यों और उनके योगदान की उपेक्षा करते रहे हैं।
बातचीत का विवरण
मदन दिलावर ने कहा, “कांग्रेस पार्टी इंदिरा गांधी के योगदान को भुलाकर, उनके नाम को नकार रही है। क्या यह उनके व्यक्तित्व का अपमान नहीं है?” उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी ने भारत को मजबूती प्रदान की थी और उनके कार्यों को आज भी याद रखा जाना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि वे अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते इंदिरा गांधी की विरासत को नष्ट कर रहे हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इंदिरा गांधी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण छवि रहीं हैं, जिन्होंने कई संकटों का सामना किया और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। उनकी नीति और कार्यों पर चर्चाएँ हमेशा होती रही हैं, लेकिन हालिया राजनीतिक परिदृश्य में उनके योगदान को अक्सर भुला दिया जाता है। यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता ने इंदिरा गांधी की चर्चा को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं।
मंत्री के बयानों का प्रभाव
मदन दिलावर के बयानों का व्यापक प्रभाव एक बार फिर यह दर्शाता है कि भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी का नाम अब भी कितना महत्वपूर्ण है। इस बयान को कई विशेषज्ञों ने एक सच माना है और कहा है कि यह उस विचारधारा की भी पड़ताल करता है, जिसके अंतर्गत राजनीतिक दल अपने संस्थापकों की पहचान को बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
निष्कर्ष
इस प्रकार, मंत्री मदन दिलावर का यह बयान न केवल कांग्रेस की आंतरिक राजनीति को उजागर करता है, बल्कि भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी के योगदान की महत्वपूर्णता को भी परिभाषित करता है। क्या कांग्रेस इस विषय पर विचार करेगी, या यह बयानों की एक श्रृंखला का हिस्सा बनेगा? आने वाले समय में इस मुद्दे पर और चर्चा होने की संभावना है।
जो आज की राजनीति में एक महत्वपूर्ण सवाल है। क्या नेता अपनी विरासत को सही तरीके से स्वीकारेंगे या फिर इसे भुला देंगे? यह तो समय ही बताएगा।
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