Exclusive: दिल्ली चुनाव की वोटिंग के दिन महाकुंभ में पीएम मोदी की संगम में डुबकी की क्या है असली वजह, जानें
PM Modi Prayagraj Maha Kumbh 2025 Visit: पीएम मोदी ने आज बुधवार (05 फरवरी, 2025) को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा पूजन किया. पीएम मोदी ने त्रिवेणी की धारा में 11 डुबकियां लगाईं. हर डुबकी लगाने पर वह एक संकल्प भी बोल रहे थे. आज गुप्त नवरात्र की अष्टमी भी है. पीएम मोदी नवरात्र का पर्व पूरी परंपराओं और आस्था के साथ मनाते हैं. 2019 के महाकुंभ में भी उन्होंने गुप्त नवरात्रि की अष्टमी पर ही संगम स्नान किया था. आज दिल्ली में वोटिंग है, यह महज एक संयोग है. दिल्ली वोटिंग से पीएम मोदी की महाकुंभ यात्रा का कोई लेना-देना नहीं है. गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि की शुरुआत होने पर ही उन्होंने मुहूर्त के हिसाब से स्नान किया. नवरात्रि की अष्टमी पर महागौरी और कई स्वरूप में देवी मां का पूजन किया जाता है. इस दिन काले रंग का विशेष महत्व होता है. तांबे का लोटा और चुनरी लेकर पहुंचे पीएम मोदी पीएम मोदी ने 2019 के कुंभ में भी त्रिवेणी स्नान के वक्त काले कपड़े पहने थे. आज भी डुबकी लगाने के बाद उन्होंने काली जैकेट में ही गंगा पूजन किया. पीएम मोदी अपने साथ तमाम वस्तुओं से भरा हुआ तांबे का लोटा और चुनरी लेकर आए थे. उन्होंने पहले यह लोटा और चुनरी मां गंगा को अर्पित किया. पीएम मोदी को गंगा पूजा कराने वाले पुरोहित राजेश तिवारी के मुताबिक, तांबे के लोटे में सोने का पानी चढ़े हुए कुछ आभूषण और दान की दूसरी वस्तुएं थीं. इसके बाद संगम के पुरोहितों ने उन्हें काले तिल के साथ ही नारियल और अन्य सामग्रियां भी दीं, जिसे उन्होंने दान किया. उन्होंने काले रंग की वस्तुओं को प्रमुखता से दान किया. त्रिवेणी में किया 108 मंत्रों का जाप पीएम मोदी ने त्रिवेणी की धारा में खड़े होकर 108 मंत्रों का जाप भी किया था. इस दौरान वह रुद्राक्ष की माला हाथ में लिए हुए थे. रुद्राक्ष की माला में 108 मनके थे. गंगा पूजन के बाद आरती में तीर्थ पुरोहित जब आरती गा रहे थे तो पीएम मोदी भी उनके साथ आरती गुनगुना रहे थे. उन्होंने तीर्थ पुरोहितों के साथ पूरी आरती गाई. उन्होंने तकरीबन 8 मिनट तक गंगा पूजन किया. तीन तीर्थ पुरोहितों की टीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को षोडशोपचार पूजन कराया. पुरोहित के मुताबिक, पीएम मोदी ने इस मौके पर भारत की समृद्धि, उसके विश्व गुरु बनने, विश्व शांति, मानव कल्याण और महाकुंभ के बचे हुए तीन हफ्ते कुशल संपन्न होने की कामना की. पीएम मोदी ने पुरोहितों को भेंट भी दी पूजा संपन्न होने के बाद उन्होंने पुरोहितों को अपनी तरफ से भेंट दी. उन्होंने पुरोहितों को बेहतर तरीके से पूजा करने के लिए उनका आभार जताया और महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा भाव से पूजा कराने की अपील की. तीर्थ पुरोहितों ने उनसे कहा कि आपके आने से संगम का मान बढ़ता है. इस पर उन्होंने कहा कि गंगा मैया की कृपा देशवासियों पर सदैव बरकरार रहे, इसकी कामना आप लोग हमेशा करते रहिए. ये भी पढ़ें: PM मोदी ने संगम में लगाईं 11 डुबकी, 11 संकल्प भी लिए, काले कपड़ों में की पूजा; Photos

Exclusive: दिल्ली चुनाव की वोटिंग के दिन महाकुंभ में पीएम मोदी की संगम में डुबकी की क्या है असली वजह, जानें
लेखिका: सुमन शर्मा, टीम नेता नगरी
दिल्ली चुनाव की वोटिंग के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाकर देशवासियों को भगवान से आशीर्वाद लेने का संदेश दिया। यह घटना न केवल धार्मिकता का प्रतीक है, बल्कि राजनीति के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। जानिए इस विशेष मौके पर पीएम मोदी ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
महाकुंभ का महत्व और पीएम मोदी का संगम में स्नान
महाकुंभ हर 12 साल में आयोजित होने वाला एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु विभिन्न पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। इस बार का महाकुंभ हरिद्वार में हो रहा है। पीएम मोदी ने वोटिंग के दिन संगम में स्नान करके यह प्रमाणित किया कि वह न केवल एक नेता हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और धर्म से गहरे जुड़े हुए हैं।
राजनीतिक नजरिया: क्यों जरूरी था इस समय पीएम का यह कदम?
दिल्ली चुनाव में सत्ता की लड़ाई पहले से ही गर्म थी। मोदी का यह कदम एक सकारात्मक संदेश भेजने का प्रयास था, जिसमें उन्होंने यह दिखाया कि वह अपने मतदाताओं और देश के प्रति कितने समर्पित हैं। इस समय पर उनका संगम में स्नान, चुनावी रणनीति के भाग के रूप में भी देखा जा रहा है। इससे उनकी छवि को मजबूती मिलती है और धार्मिक भावनाओं का भी संज्ञान लिया जाता
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