Earthquake: कोलकाता ही नहीं, देश के इन राज्यों में भी लगे भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग

मंगलवार की सुबह सुबह कोलकाता में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके साथ ही ओडिशा और झारखंड में भी 5.1 की तीव्रता का भूकंप आया। लोग घरों से बाहर निकलकर भागे।

Feb 25, 2025 - 09:37
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Earthquake: कोलकाता ही नहीं, देश के इन राज्यों में भी लगे भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग
Earthquake: कोलकाता ही नहीं, देश के इन राज्यों में भी लगे भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग

Earthquake: कोलकाता ही नहीं, देश के इन राज्यों में भी लगे भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग

Netaa Nagari

लेखक: राधिका शर्मा, टीम NetaaNagari

भूकंप का आह्वान

हाल ही में भारत के कई हिस्सों में भूकंप ने अपना असर दिखाया है। सबसे ज्यादा चर्चा कोलकाता में महसूस किए गए भूकंप के झटकों की हो रही है, लेकिन यह एकमात्र स्थान नहीं है। देश के विभिन्न राज्यों में भी भूकंप के कारण लोगों में डर और बेचैनी देखी गई। आइए जानें, किन-किन राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और इसके पीछे के कारणों को समझें।

कोलकाता में भूकंप के झटके

बंगाल की राजधानी कोलकाता में रविवार की सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। जैसे ही यह झटके आए, लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। यह भूकंप 4.2 की तीव्रता का था और इसका केंद्र दक्षिणी बंगाल के पास था। भूकंप के कारण कोई भी गंभीर नुकसान की खबर नहीं आई, लेकिन लोग बहुत डरे हुए थे।

अन्य राज्यों पर भूकंप का प्रभाव

केवल कोलकाता ही नहीं, बल्कि उत्तर-पूर्वी भारत के राज्य जैसे असम, त्रिपुरा और मिजोरम में भी कम तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। असम में भूकंप 3.8 की तीव्रता का था, जिससे वहां के नागरिकों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई। वहीं, केंद्र सरकार और राज्य सरकारें भूकंप के बाद उचित बचाव उपायों पर विचार कर रही हैं।

भूकंप के पीछे के संभावित कारण

भूकंप ज्यादातर टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियों के कारण होते हैं। भारत की भौगोलिक स्थिति इसकी संवेदनशीलता को बढ़ाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, हिमालयی क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण प्लेट्स का टकराव होता है, जिससे भूकंप आने की आशंका रहती है। भारत में भूकंप की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष केंद्र बनाए गए हैं, जो स्थिति का आकलन और रिपोर्ट पेश करते हैं।

लोगों की सुरक्षा की जरूरत

भूकंप के दौरान लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि होती है। जब भी इस तरह के स्थितियों का सामना किया जाता है, तो नागरिकों को अपने आस-पास की स्थिति का ध्यान रखते हुए सुरक्षित स्थानों की ओर बढ़ना चाहिए। इसके अतिरिक्त, लोगों को भूकंप की तैयारी योजनाओं के बारे में जानकारी रखने और उन्हें अमल में लाने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

भारत में भूकंप की घटनाएं एक गंभीर मुद्दा हैं, विशेषकर कोलकाता जैसे मेहतर शहरों के लिए। इसलिए, नागरिकों को हमेशा तैयार रहना चाहिए और भूकंप से संबंधित पहले से सुनिश्चित उपायों को अपनाना चाहिए। यदि आप इस विषय पर अधिक जानकारी चाहते हैं, तो NetaaNagari.com पर जाएं

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