Delhi Election 2025: 'दम है तो इंडिया गठबंधन छोड़ें केजरीवाल', दिल्ली चुनाव के बीच कांग्रेस की AAP को चुनौती

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा को लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इंडिया गठबंधन को लेकर बयान दिया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "दिल्ली में चुनाव हो रहे हैं और हमारी रणनीति बिल्कुल साफ है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक ही सिक्के के दो चेहरे हैं. हम बीजेपी और AAP से लड़ाई लड़ रहे हैं. इन दोनों के बीच कोई फर्क नहीं है." 'सिर्फ लोकसभा के लिए था इंडिया गठबंधन' उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए बनाया था. हमने ये समझा कि इंडिया गठबंधन की पार्टियों के बीच राज्यों के चुनाव में मुकाबला हो सकता है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. आम आदमी पार्टी बीजेपी की बी टीम है. वहीं कालकाजी से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा ने भी केजरवाल पर जमकर निशाना साधा. 'केजरीवाल को समर्थन देना सबसे बड़ी भूल' अलका लांबा ने कहा, "केजरीवाल को समर्थन देना हमारे जीवन की सबसे बड़ी भूल है. केजरीवाल ने मनमोहन सिंह को गालियां दी हैं, अब वे कहते हैं कि मैं जेल में बैठकर सोच रहा था कि देश के सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे. उन्हें गुरशरन कौर (पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी) से माफी मांगनी चाहिए. उन्हें संदीप दीक्षित से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि आपने उनकी मां का अपमान किया है."  'दम है तो इंडिया गठबंधन छोड़ें केजरीवाल' उन्होंने कहा, "हमने लोकसभा चुनाव में 100 सीटें जीतीं हैं. आपने क्या किया आपके कितने सांसद हैं. सातों सीटें आपने बीजेपी की गोद में रख दिया. अगर केजरीवाल में दम है तो इंडिया गठबंधन से अलग हो जाएं. जो खुद भ्रष्ट हैं... अगर थोड़ी भी शर्म बची है तो आपको दिल्ली छोड़ देना चाहिए और राजनीति छोड़ देना चाहिए." अलका लांबा ने कहा, राहुल गांधी बीजेपी के सामने झुकने वाले नहीं हैं. अरविंद केजरीवाल ने आतिशी को अस्थायी मुख्यमंत्री कह दिया. महिला मुख्यमंत्री का इन्होंने अपमान किया. हर पोस्टर पर, विज्ञापन पर खुद की तस्वीर हैं. केजरीवाल को सबसे ज्यादा इनसेक्युरिटी राहुल गांधी से नहीं, बल्कि आतिशी से है. ये केजरीवाल की कठपुतली बन चुकी हैं." ये भी पढ़ें: IITian Someshwar Puri Baba: 'संन्यास भी एक तरह का एडवेंचर', अब ये क्या कर रहे IITian बाबा, क्यों 55 साल में छोड़ी बैंक की नौकरी

Jan 25, 2025 - 14:21
 98  501.8k
Delhi Election 2025: 'दम है तो इंडिया गठबंधन छोड़ें केजरीवाल', दिल्ली चुनाव के बीच कांग्रेस की AAP को चुनौती
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा को लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस महास

Delhi Election 2025: 'दम है तो इंडिया गठबंधन छोड़ें केजरीवाल', दिल्ली चुनाव के बीच कांग्रेस की AAP को चुनौती

Netaa Nagari

लेखक: प्रिया शर्मा, टीम नेटानगरी

परिचय

दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। हाल ही में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चुनौती दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि अगर केजरीवाल में दम है, तो उन्हें इंडिया गठबंधन छोड़कर अपनी राजनीतिक स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए। यह बयान आगामी चुनावों के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे निश्चित रूप से राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचेगी।

कांग्रेस की चुनौती

कांग्रेस के नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "अगर केजरीवाल का राजनीतिक विश्वास मजबूत है, तो उन्हें बिना किसी भक्ति के दिल्ली की जनता के सामने आना चाहिए और अपनी नीतियों को स्पष्ट करना चाहिए।" इस बयान का उद्देश्य स्पष्ट रूप से AAP को एक नए दायरे में लाना और गठबंधन की शक्ति को चुनौती देना है।

आप की स्थिति

इस बीच, AAP ने भी चुनौती का सामना करने के लिए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। केजरीवाल के करीबी सहयोगियों का कहना है कि इंडिया गठबंधन उनके लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति है और वे इसे छोड़ने का कोई इरादा नहीं रखते। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे आगामी चुनाव में दिल्ली की विकास योजनाओं को प्रमुखता देंगे।

राजनीतिक समीकरण में बदलाव

दिल्ली की राजनीति में ऐसे नए समीकरण हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं। जब से AAP ने 2015 में चुनाव में जीत हासिल की है, तब से राजनीतिक ध्रुवीकरण काफी देखने को मिला है। कांग्रेस के इस नए कदम से यह स्पष्ट होता है कि वे अब अधिक आक्रामक रुख अपनाने जा रहे हैं।

आसन्न चुनावों की महत्वपूर्णताएँ

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में न केवल स्थानीय मुद्दों पर बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जब पार्टियाँ एक-दूसरे पर निशाना साधेंगी, तब मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करते समय सोच-समझकर निर्णय लेंगे। इस बार का चुनाव न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है।

निष्कर्ष

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव राजनीतिक सिंहासन के लिए एक महत्वपूर्ण युद्धस्थल बन जाएगा। कांग्रेस और AAP के बीच बेतरतीब राजनीतिक मानसिकता मतदाताओं पर बड़ा प्रभाव डालेगी। देखना यह होगा कि 2025 में दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है।

अधिक अपडेट के लिए, विजिट करें netaanagari.com.

Keywords

Delhi Election 2025, Kejriwal, Congress Challenge, AAP, India Alliance, Delhi Politics, Assembly Elections, Political Landscape, Voter Decisions, Political Strategy

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow