2 महीने में दूसरी बार सस्ता हुआ होम-कार लोन, RBI ने रेपो रेट 25 आधार अंक घटाया, EMI पर अब इतनी बचत
इससे पहले RBI ने फरवरी में रेपो दर 0.25% घटाकर 6.25% कर दिया था। यह मई, 2020 के बाद पहली कटौती और ढाई साल के बाद पहला संशोधन था।

2 महीने में दूसरी बार सस्ता हुआ होम-कार लोन, RBI ने रेपो रेट 25 आधार अंक घटाया, EMI पर अब इतनी बचत
Netaa Nagari
रिपोर्ट: सुमन शर्मा, टीम नेतानगरी
परिचय
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो दर को 25 आधार अंकों से घटाकर बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। यह दूसरी बार है जब सिर्फ दो महीनों के अंतराल में होम और कार लोन की ब्याज दरें कम हुई हैं। इससे न केवल लोन लेना सस्ता हुआ है, बल्कि EMI में भी राहत मिली है।
कम ब्याज दर का यह निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
रेपो रेट में कमी का प्रभाव
RBI द्वारा की गई यह कदम कुछ प्रमुख कारणों से की गई है। सबसे पहले, इस निर्णय का उद्देश्य महंगाई पर नियंत्रण पाना है, जो कि पिछले कुछ महीनों से बढ़ती जा रही थी। दूसरे, इस कमी का उद्देश्य उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देना और ठंडी पड़ती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना है।
किसी भी व्यक्ति के लिए अब होम और कार लोन लेना आसान हो जाएगा।
EMI पर लोन की बचत
इस दर में कमी के बाद, विभिन्न वित्तीय संस्थानों ने अपने होम और कार लोन की ब्याज दरें घटा दी हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति ने ₹50 लाख का होम लोन लिया है और उसकी ब्याज दर 8.5% है, तो नई दरों में कमी के बाद उन्हें करीब ₹2500 की मासिक EMI में बचत मिल सकती है। इसी तरह, कार लोन भी कम कीमत पर मिलेंगे, जिससे उपभोक्ता और भी लाभान्वित होंगे।
क्यों महत्वपूर्ण है ये बदलाव?
इस बदलाव का भारतीय बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। जब लोग लोन लेने में सक्षम होंगे, तो ये न केवल उनके व्यक्तिगत वित्त को मजबूत करेगा, बल्कि अर्थव्यवस्था में भी तेजी लाएगा। इससे निर्माण और ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की संभावना है। यह स्थायी विकास का आधार भी बन सकता है।
निष्कर्ष
RBI द्वारा की गई रेपो दर में कमी एक स्वागत योग्य कदम है। उपभोक्ताओं को सस्ता लोन मिलने से उनकी वित्तीय स्थिरता बढ़ेगी। यदि आप होम या कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह एक अच्छा समय है।
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