यूपी में मनरेगा का काम करने और कराने वालों के लिए बड़ी खबर, अब इस ऐप से सबको मिलेगी जरूरी जानकारी
UP News: ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित 'जनमनरेगा एप' के माध्यम से अब मनरेगा के अंतर्गत हो रहे विकास कार्यों की जानकारी आमजन तक आसानी से पहुंचेगी. इस एप के माध्यम से कोई भी नागरिक गांवों में मनरेगा के अंतर्गत बन रही परिसंपत्तियों को देख सकेगा और फीडबैक भी दे सकेगा. जनमनरेगा एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. यह एप 12 भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी और अंग्रेजी प्रमुख हैं. इसके माध्यम से कोई भी श्रमिक 'मजदूर सेवाएं' अनुभाग में जाकर अपना जॉब कार्ड नंबर दर्ज कर पंजीकरण कर सकता है. पंजीकरण के बाद श्रमिक अपनी उपस्थिति, कार्य दिवसों की संख्या और मानदेय भुगतान की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकेगा. एप को जीपीएस से जोड़ा गया है, जिससे मनरेगा की परिसंपत्तियों का भौगोलिक विवरण भी देखा जा सकेगा. उपयोगकर्ता यह जान सकेंगे कि कहां कार्य हुआ, कितने श्रमिक लगे और कितना व्यय हुआ. यह एप मनरेगा मेट, रोजगार सेवकों तथा श्रमिकों के लिए अत्यंत उपयोगी है. यूपी के इस जिले को मिलेगा 3,880 करोड़ रुपए की 44 परियोजनाओं का तोहफा, होंगे ये जरूरी काम क्या-क्या पता चलेगा?जनमनरेगा एप के माध्यम से नागरिक किसी भी परिसंपत्ति पर 20 मीटर की दूरी के भीतर प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं. एप के माध्यम से गुणवत्ता संबंधी सुझाव और शिकायतें भी दर्ज कराई जा सकती हैं, जिससे पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित हो सकेगा. मनरेगा के अंतर्गत चकमार्ग, मेड़बंदी, समतलीकरण, पौधारोपण, गोशाला निर्माण, नाली, खड़ंजा, बाउंड्री वॉल, तालाब, मनरेगा पार्क, ओपन जिम जैसे अनेक कार्य शामिल हैं. यह एप इन कार्यों की निगरानी और जनसहभागिता का सशक्त माध्यम सिद्ध होगा.

यूपी में मनरेगा का काम करने और कराने वालों के लिए बड़ी खबर, अब इस ऐप से सबको मिलेगी जरूरी जानकारी
मनरेगा योजना, जिसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के नाम से भी जाना जाता है, भारत के ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में इसके कामकाज को और बेहतर बनाने के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया गया है। यह ऐप मनरेगा के तहत काम करने और कराने वालों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
हालात की समीक्षा
मनरेगा योजना के अंतर्गत लाखों श्रमिकों को रोजगार मिलता है, लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में ये श्रमिक अपने अधिकारों और योजनाओं से अज्ञात रह जाते हैं। यूपी सरकार ने इस बात को समझा और एक तकनीकी समाधान निकाला ताकि श्रमिकों को उनकी कार्य संबंधित जानकारी समय पर मिल सके।
नए ऐप की सुविधाएँ
यह ऐप डिजिटल सुविधा प्रदान करता है, जिसमें श्रमिक अपने कार्य, वेतन और योजनाओं से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस ऐप में हर श्रमिक के लिए अद्वितीय आईडी भी होगी, जिससे वे अपनी प्रक्रिया को ट्रैक कर सकेंगे। इसके साथ ही ऐप में विभिन्न प्रशिक्षण सामग्री और वीडियो भी उपलब्ध होंगे, जिससे श्रमिक अपने कौशल को और विकसित कर सकें।
सरकार का प्रयास
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस पहल के जरिए न केवल सूचना का अधिकार सुनिश्चित किया है, बल्कि यह भी देखा जा रहा है कि कैसे तकनीकी उपादान ग्रामीण विकास में सहायक हो सकते हैं। सरकार का मानना है कि इससे कार्यों में पारदर्शिता आएगी और श्रमिकों को समय पर वेतन भी मिलेगा।
अगले कदम
सरकार अब इस ऐप के प्रचार-प्रसार पर ध्यान दे रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। हर ग्राम पंचायत में इस ऐप की जानकारी दी जाएगी और इसके इस्तेमाल के लिए कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी। इस तरह से, मनरेगा की योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में मनरेगा से जुड़े श्रमिकों के लिए इस ऐप का शुभारंभ एक सकारात्मक कदम है। यह न केवल श्रमिकों को सुविधाएँ प्रदान करेगा, बल्कि रोजगार की स्थिति को भी बेहतर बनाने में सहायक होगा। इस ऐप के माध्यम से श्रमिक अब अपने अधिकारों और सूचना के लिए खुदको और सशक्त कर पाएंगे।
kam sabdo me kahein to, यूपी में मनरेगा का एक नया ऐप श्रमिकों को जरूरी जानकारी प्रदान करेगा, जिससे उनका कामकाज और पारदर्शी हो सकेगा।
लेखक: प्रिया सिंह, टीम नेतागरी
लेखक: साक्षी शर्मा, टीम नेतागरी
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