13 साल से मुजफ्फरपुर में रह रही है पाकिस्तान की वजिहा, यहीं किया निकाह, अब सताया वीजा रद्द होने का डर
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. अटारी बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है. भारत में रह रहे पाकिस्तानियों का वीजा भी रद्द कर दिया है और उन्हें वापस पाकिस्तान लौटने का आदेश दिया गया है. इस आदेश के बाद पाकिस्तान नागरिक अपने देश लौट भी रहे हैं. लेकिन इसी बीच बिहार के मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के मादीपुर की रहने वाली के वजीहा की परेशानी बढ़ सकती है. 2011 में टूरिस्ट वीजा पर आई थी वजिहादरअसल, 1 जनवरी 2012 करीब 13 साल पहले पाकिस्तान के कराची (सिंध) की रहने वाली वजिहा ने मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर के महबूब कॉलोनी के रहने वाले तनवीर अहमद के साथ निकाह किया और यहीं बस गई थी, लेकिन अब उन्हें चिंता सता रही है. 30 दिसंबर 2011 को वजीहा अटारी बॉर्डर से टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आई थी. 1 जनवरी 2012 को बिहार के छपरा स्थित अपनी मां के चाचा के घर शादी में शिरकत करने पहुंची थी. 3 जनवरी को वहां उनके संबंधी का निकाह था. 9 जनवरी को वजिहा से तनवीर से किया निकाहतनवीर भी उसी शादी में शामिल हुआ था. जहां दोनों की आंखें चार हुई और दोनों ने अपने घरवालों की रजामंदी से शादी करने का फैसला किया. उसके बाद 9 जनवरी 2012 को दोनों ने निकाह कर लिया. शादी के वक्त तनवीर सऊदी में नौकरी कर रहा था. लेकिन शादी के बाद तनवीर नौकरी छोड़कर मुजफ्फरपुर में ही रहने लगे और यहा अपना व्यापार शुरू कर दिया. अपनी शादी को कानूनी जामा पहनने के लिए 12 जनवरी को दोनों ने कोर्ट में शादी भी की. उसके बाद शॉर्ट टर्म वीजा के लिए अप्लाई किया. जिसके मिलने के बाद लॉन्ग टर्म वीजा के लिए भी अप्लाई कर दिया. जिसके बाद उन्हें लांग टर्म वीजा भी मिला गया. दोनों की दो बेटियां और एक बेटा है. बड़ी बेटी का नाम जैनब तनवीर (10), छोटी बेटी का नाम वहीबा तनवीर(8) और बेटे का नाम अरहम तनवीर (6) है. अभी तक वजिहा को नहीं मिला कोई नोटिसपहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न हुए तनाव के बाद आज परिस्थिति बदल चुकी है जिसको लेकर तनवीर ने बताया कि 13 साल पहले उनकी शादी हुई थी. जिसके बाद से उनकी बेगम वजीहा यही रह रही है. उन्होंने कहा कि जो लोग टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे, उन्हें सरकार ने वापस जाने के लिए बोल दिया है. लेकिन शादी के बाद से उनकी पत्नी लॉन्ग टर्म वीजा पर यहां रह रही है. वीजा को हर साल एक्सटेंशन करवाना होता है. उन्होंने बताया कि वजिहा का वीजा 13 साल से लगातार एक्सटेंशन हो रहा है. केंद्र सरकार से अभी तक ऐसा कोई नोटिस या आदेश नहीं आया है कि मेरी पत्नी को वापस जाना होगा. हमलोगों को अभी तक कोई परेशानी नहीं है. हमलोग आराम से रह रहे है. साथ ही एसपी कार्यालय से भी अभी तक ऐसा कोई आदेश नहीं आया ही कि वापस जाना हो. यह भी पढ़ें: प्रशांत किशोर की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मंत्री अशोक चौधरी करेंगे मानहानि का मुकदमा, जानें वजह?

13 साल से मुजफ्फरपुर में रह रही है पाकिस्तान की वजिहा, यहीं किया निकाह, अब सताया वीजा रद्द होने का डर
Netaa Nagari
लेखिका: सुषमा शर्मा, टीम नेता नागरी
पाकिस्तान की 35 वर्षीय वजिहा, जो पिछले 13 साल से बिहार के मुजफ्फरपुर में रह रही हैं, ने अपने जीवन की एक नई कहानी लिखी है। यहां उन्होंने न केवल एक नया घर पाया, बल्कि इसी शहर में उन्होंने अपने पति से विवाह भी किया। हालांकि, अब उन्हें वीजा रद्द होने का डर सता रहा है, जिससे उनके भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
जीवन में नया मोड़
वजिहा का कहना है कि वह अपने देश में रहकर खुश नहीं थीं, लेकिन जब वह भारत आईं, तो उनके जीवन में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ। यहां आने के बाद, उन्होंने एक स्थानीय युवक से शादी की जो उनके लिए सिर्फ एक साथी नहीं, बल्कि जीवन के सभी उतार-चढ़ाव में उनका सहारा बना है। उनकी प्रेम कहानी ने उनकी जिजीविषा को और भी मजबूत किया है।
वीजा की चिंता और संभावित खतरे
हालांकि, हाल के दिनों में वजिहा को यह चिंता सताने लगी है कि उनके वीजा की अवधि समाप्त हो रही है। ऐसा हो सकता है कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के भारत छोड़ना पड़े। इसके कारण न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन पर असर पड़ेगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा पर भी संकट आ सकता है। वीजा के नियमों में अनिश्चितता उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी भारी पड़ रही है।
राज्य के अधिकारियों की भूमिका
विज्ञापन के अनुसार, राज्य सरकार और संबंधित विभागों को इस मामले के प्रति गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि वजिहा का वीजा रद्द हो जाता है, तो उनकी शादीशुदा जिंदगी को भी खतरा हो सकता है। इसके अलावा, उन जैसे अन्य विदेशियों के मामलों को भी सुलझाने की जरूरत है जो इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
परिवार का सहयोग
वजिहा के पति का कहना है कि वह अपने परिवार और दोस्तों के सहयोग से इस मुश्किल समय का सामना करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदारों और समाज के लोगों को भी इस समस्या से अवगत कराया है ताकि वे मिलकर सही मार्गदर्शन हासिल कर सकें।
एकता और सहिष्णुता का महत्व
इस कहानी में एकता और सहिष्णुता का एक महत्वपूर्ण संदेश छिपा है। वजिहा का भारत में रहना इस बात का प्रतीक है कि विभिन्न संस्कृति और धर्मों के लोग एक साथ मिलकर एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं। हमें ऐसे मामलों में सहानुभूति और समर्थन देने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
वजिहा का मामला हमें यह याद दिलाता है कि हमारे समाज में हर किसी की अहमियत होती है, चाहे वे किसी भी पृष्ठभूमि से क्यों न हों। हम सभी को एकजुट होकर उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो अनिश्चितता और मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। भारत की विविधता में ही उसकी ताकत निहित है।
इसके अलावा, इस समस्या पर नज़र रखने के लिए और अधिक जानकारी पाने हेतु, netaanagari.com पर जाएं।
Keywords
Pakistan, Muzaffarpur, Visa Issue, Marriage in India, Immigration Concerns, Cultural Integration, Support for Foreigners, Social Issues in India, Multicultural SocietyWhat's Your Reaction?






