हिसार में 1.91 लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार:क्रेडिट कार्ड के वार्षिक चार्ज की माफी का झांसा, दिल्ली का रहने वाला
हिसार साइबर थाना पुलिस ने क्रेडिट कार्ड के वार्षिक चार्ज माफी के नाम पर ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया है। मामले में दो आरोपी पहले से गिरफ्तार हैं। अब पकड़ा गया युवक मुख्य आरोपी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार आरोपी की पहचान दिल्ली के उत्तम नगर के रहने वाले योगेश के रूप में हुई है। जांच अधिकारी एएसआई संदीप के अनुसार योगेश लोगों को फोन कर क्रेडिट कार्ड का वार्षिक चार्ज माफ करवाने का झांसा देता था। इस मामले में पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लुधियाना के ज्ञानेंद्र प्रताप और दिल्ली द्वारका के बृजेशपाल कमीशन पर काम करते थे। खुद को बैंक का कर्मचारी बचाया घटना 13 सितंबर 2024 की है। आरोपी ने खुद को इंडसइंड बैंक का क्रेडिट कार्ड काउंटर केयर कर्मचारी बताया। शिकायतकर्ता को वार्षिक चार्ज माफी का लालच देकर उनके फोन में बैंक की ऐप पर लॉगिन करवाया। इसके बाद एक विशेष ऑप्शन पर क्लिक करवाया। तुरंत ही दो अलग-अलग ट्रांजैक्शन में 99 हजार 618 और 91 हजार 486 रुपए कट गए। प्रोसेस बताकर कॉल काट दी ठगी की कुल राशि 1 लाख 91 हजार 105 रुपए को पहले ज्ञानेंद्र प्रताप के खाते में ट्रांसफर किया गया। बाद में यह राशि बृजेशपाल के बैंक खाते में भेज दी गई। पीड़ित ने जब पैसे कटने की बात कही तो आरोपी ने इसे प्रोसेस बताकर कॉल काट दी।

हिसार में 1.91 लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार: क्रेडिट कार्ड के वार्षिक चार्ज की माफी का झांसा, दिल्ली का रहने वाला
Netaa Nagari के द्वारा लिखित, टीम: निधि शर्मा, स्नेहा यादव
परिचय
हिसार: एक दिलचस्प मामले में, दिल्ली के एक निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसने ठगी के माध्यम से 1.91 लाख रुपये की राशि प्राप्त की। आरोपी ने लोगों को अपने क्रेडिट कार्ड के वार्षिक चार्ज की माफी का झांसा देकर ठगा। यह मामला न केवल शहर के लोगों को सतर्क करता है बल्कि ठगी के खिलाफ उठाए गए कदमों की भी जानकारी देता है।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान मोहित शर्मा के रूप में हुई है। उसने हवा में लहराते हुए लोकप्रिय क्रेडिट कार्ड कंपनियों के नाम का उपयोग किया और लोगों को धोखा देने का प्रयास किया। आरोपी ने खुद को एक बैंक के प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करते हुए, लोगों को आकर्षित किया कि उनके वार्षिक चार्ज को माफ कर दिया जाएगा।
घटना का विवरण
आरोपी ने अपने ठगी के तरीके में एक विशेष रणनीति अपनाई। वह फोन के माध्यम से संपर्क करता था और व्यक्तिगत डिटेल्स के लिए लोगों से झूठ बोलकर जानकारी इकट्ठा करता था। इसके बाद, उसने कई व्यक्तियों से पैसे एकत्रित किए ताकि वह उनके वार्षिक चार्ज को माफ कर सके। इसी क्रम में, आरोपी ने 1.91 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई
हिसार के पुलिस प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई की। उन्होंने शिकायतों की प्राप्ति के बाद आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और मामले की आगे की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी।
तर्क और जन जागरूकता
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों में वृद्धि हो रही है और लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। ठगी के मामलों को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, यह भी सलाह दी गई है कि लोग किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी को शेयर करते समय हमेशा सावधानी बरतें।
निष्कर्ष
इस तरह के मामलों से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अधिक सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनजान स्रोत से मिले प्रस्तावों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। कानून को सख्त कदम उठाते हुए इस प्रकार की ठगी को रोकना चाहिए, ताकि भविष्य में सभी नागरिक सुरक्षित रह सकें।
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