योगी सरकार की पुलिस ने 8 साल में एनकाउंटर में ढेर किए 222 दुर्दांत अपराधी, 8 हजार से ज्यादा हुए घायल

UP News: साल 2017 में यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद यहां कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कई काम हुए. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 2017 की शुरुवात में ही कहा था कि जिनको शांति से नहीं रहना वो या तो उत्तर प्रदेश छोड़ दें या उनकी जगह जेल में है होगी. प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में जीरो टॉलरेंस की नीति सूबे के मुखिया ने कही थी. जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी पुलिस ने पिछले आठ वर्षों में 222 दुर्दांत अपराधियों के मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि 8,118 अपराधी घायल हुए हैं. इसमें 20,221 इनामी अपराधी भी शामिल हैं. वहीं अब तक 79,984 अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई, जबकि 930 अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत सख्त कदम उठाए गए हैं.  क्या बोले डीजीपीइस सरकार में अवैध रूप से अर्जित बेनामी संपत्तियों को चिन्हित कर माफिया अपराधियों से मुक्त कराया और 142 अरब 46 करोड़ 18 लाख से अधिक की संपत्तियों को जब्त व ध्वस्त किया. माफियाओं पर हुई कार्रवाई को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि वर्ष 2017 से दिसंबर 2024 तक चिन्हित 68 माफिया अपराधियों के लंबित मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 73 अभियोगों में 31 माफिया और 74 सह अपराधियों को अलग-अलग अभियोगों में आजीवन कारावास/कारावास व अर्थदंड की सजा दिलाई गई. इनमें से दो अपराधियों को फांसी की सजा भी सुनाई गई है. डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में 68 चिन्हित माफियाओं और उनके गैंग के 1,408 सहयोगियों के विरुद्ध 795 अभियोग पंजीकृत किए गए, जिनमें से 617 की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके अलावा, 359 अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए और 18 अपराधियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही की गई. गैंगस्टर अधिनियम के तहत 752 अपराधियों को दंडित किया गया, जबकि 4,076 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति जब्त की गई. सीएम धामी का दिल्ली दौरा, उत्तराखंड में बड़े फैसले की तैयारी, यहां लगभग बदलाव तय! सरकार का कड़ा रुख- डीजीपीउन्होंने कहा कि महिलाओं और नाबालिगों के विरुद्ध अपराधों पर भी योगी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है. अब तक 27,425 अभियोगों, पॉक्सो अधिनियम के 11,254 अभियोगों और दहेज हत्या के 3,775 मामलों में दोषियों को सजा दिलाई गई है. डीजीपी ने बताया कि योगी सरकार द्वारा अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के तहत जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 तक ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 51 अभियुक्तों को मृत्युदंड, 6,287 अपराधियों को आजीवन कारावास, 1,091 अपराधियों को 20 वर्ष से अधिक की सजा, 3,868 अपराधियों को 10 से 19 वर्ष तक की सजा और 5,788 अभियुक्तों को 5 वर्ष से कम की सजा दिलाई गई. प्रशांत कुमार ने कहा कि योगी सरकार ने चार स्तरीय एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर 66,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. 142 भू-माफियाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई. स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा वर्ष 2017 से अब तक 653 जघन्य अपराध घटित होने से पहले ही रोके गए. वहीं, एटीएस ने 2017 से अब तक 130 आतंकवादियों और 171 रोहिंग्या/बांग्लादेशी अपराधियों और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया है.

Mar 17, 2025 - 06:37
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योगी सरकार की पुलिस ने 8 साल में एनकाउंटर में ढेर किए 222 दुर्दांत अपराधी, 8 हजार से ज्यादा हुए घायल
योगी सरकार की पुलिस ने 8 साल में एनकाउंटर में ढेर किए 222 दुर्दांत अपराधी, 8 हजार से ज्यादा हुए घायल

योगी सरकार की पुलिस ने 8 साल में एनकाउंटर में ढेर किए 222 दुर्दांत अपराधी, 8 हजार से ज्यादा हुए घायल

Tagline: Netaa Nagari - यह लेख टीम नेता नागरी के द्वारा लिखा गया है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने शासन के आठ वर्षों में अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। राज्य की पुलिस ने एक अद्भुत प्रदर्शन करते हुए एनकाउंटर में 222 दुर्दांत अपराधियों को ढेर किया है। इस दौरान पुलिस बल को 8 हजार से अधिक बार घायल होने की भी घटनाएं सामने आई हैं। यह आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि योगी सरकार ने अपराध नियंत्रण के लिए कितनी गंभीरता दिखाई है।

एनकाउंटर का पूरा विवरण

यूपी पुलिस के मुताबिक, उन्होंने पिछले आठ वर्षों में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 222 दुर्दांत अपराधियों का एनकाउंटर किया है। इनमें से कई अपराधी संगठित अपराध में लिप्त थे और उन पर कई गंभीर मामले दर्ज थे। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई अपराधियों के मन में डर पैदा करने और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए की गई।

घायलों की संख्या और घटनाएं

इस अभियान के दौरान, पुलिस को 8 हजार से अधिक जवानों के घायल होने की घटनाएं भी सामने आई हैं। पुलिस विभाग ने कहा है कि ये आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने जान की परवाह किए बिना मोर्चा संभाला।

आपराधिक गिरोहों पर तगड़ा प्रहार

योगी सरकार के कार्यकाल में कई बड़ा गिरोह खत्म कर दिया गया है, जो वर्षों से विभिन्न अपराधों में संलिप्त थे। पुलिस ने कई बड़े अपराधियों को पकड़ कर उनसे बड़ी मात्रा में हथियार और मादक पदार्थ भी बरामद किए हैं। इन कार्रवाइयों ने न केवल अपराधियों के मन में डर पैदा किया है, बल्कि आम नागरिकों को भी सुरक्षा का एहसास दिलाया है।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

अपराध पर काबू पाने के प्रयासों ने राज्य में व्यापार और निवेश को भी बढ़ावा दिया है। सुरक्षित वातावरण ने उद्योगपतियों और व्यापारियों का विश्वास जीतने में मदद की है। इसके नतीजे स्वरूप, राज्य में औद्योगिक विकास अब तेजी से आगे बढ़ रहा है।

निष्कर्ष

योगी सरकार की नीतियां और पुलिस की सक्रियता ने उत्तर प्रदेश में अपराध पर काबू पाने के लिए एक नया उदाहरण स्थापित किया है। एनकाउंटर का यह आंकड़ा सरकार की सख्ती और इरादे को दर्शाता है। हालांकि, हम यह भी आशा करते हैं कि इस तरह की कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक सुधारों की दिशा में भी कदम उठाए जाएं, ताकि अपराध का जड़ से उन्मूलन किया जा सके। इसके अलावा, जन जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है।

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