पाकिस्तान में विनाशकारी बारिश: 32 लोग मर गए, कई लापता, सरकार ने राहत कार्य शुरू किया
पेशावर/ इस्लामाबाद। पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के विभिन्न हिस्सों में बीते 24 घंटे के दौरान हुई भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बचाव अधिकारियों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लोअर दीर, बाजौर और एबटाबाद सहित कई जिलों में बृहस्पतिवार रात मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। लोअर दीर के मैदानी इलाके सोरी पाओ में एक मकान...

पाकिस्तान में विनाशकारी बारिश: 32 लोग मर गए, कई लापता, सरकार ने राहत कार्य शुरू किया
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पेशावर/ इस्लामाबाद। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस आपदा में कम से कम 32 लोगों की जान चली गई है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों ने दी।
भारी बारिश और उसके प्रभाव
जिन अधिकारियों ने जानकारी दी है उनके अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे लोअर दीर, बाजौर, और एबटाबाद में बृहस्पतिवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आईं। इस दौरान 16 लोग मारे गए और अन्य आठ घायल हो गए। लोअर दीर के सोरी पाओ इलाके में एक मकान की छत गिरने से पांच व्यक्तियों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हुए हैं।
बचाव कार्यों में लगे कर्मियों ने मलबे में से सात लोगों को सुरक्षित निकाला, लेकिन उनमें से पांच को मृत घोषित कर दिया गया। लगातार बारिश के कारण पंजकोरा नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है, जिससे और भी खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गई है।
बाजारों में तबाही और जनहानि
बाजौर जिले में अचानक आई बाढ़ ने जबरारी और सालारजई इलाके में व्यापक तबाही मचाई है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अब तक नौ शव बरामद किए जा चुके हैं, और कम से कम 17 लोग लापता हैं। जबरारी गांव में बादल फटने के कारण भीषण बाढ़ आई, जिससे लोग घायल हुए। बचाव दल ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार देकर अस्पतालों में भर्ती कराया।
सरकारी राहत कार्य और प्रयास
बाजौर के जिला आपातकालीन अधिकारी अमजद खान ने बचाव कार्यों की देखरेख की है। उपायुक्त शाहिद अली ने पुष्टि की है कि सालारजई की घटना में नौ लोगों की मौत हुई है, और गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को खार अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। मानसहरा में काघान राजमार्ग पर एक कार तेज बहाव में बह गई, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और एक घायल हुआ। तीन को बचा लिया गया।
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संसाधनों को इस्तेमाल करने का आदेश दिया है। पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में घिजर जिले में भी बाढ़ से आठ लोगों की मौत हुई है और दो लोग लापता हैं, जिसमें दर्जनों मकान, वाहन, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र क्षतिग्रस्त हुए हैं।
आगे की चुनौतियाँ और समाधान
पूर्वोत्तर नीलम घाटी में भी स्थिति गंभीर है, जहाँ प्रशासन ने पर्यटन को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है। बाढ़ ने कई पुलों को बहा दिया है और जमीन पर भारी तबाही का सामना करना पड़ रहा है, जिससे प्रशासन को काफी चुनौती मिल रही है। सभी लापता व्यक्तियों की खोज जारी है, और समुदाय के सभी सदस्यों को एकजुट होकर पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
निष्कर्ष
पाकिस्तान में सामान्य जनजीवन के लिए स्थिति अत्यंत गंभीर है और प्रभावित लोगों के लिए तत्काल राहत कार्य आवश्यक है। हमारी प्रार्थना उन सभी के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस आपदा में खोया है। हमें उम्मीद है कि सरकार और स्थानीय संगठन भविष्य में इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए और भी मजबूत प्रयास करेंगे।
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लेखिका: सृष्टी अग्रवाल - टीम नेटआनागरी
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