सिगरेट पीने को लेकर बहस के बीच व्यक्ति को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा

Delhi News: दिल्ली के रघुबीर नगर में एक सिगरेट का धुआं इतना भारी पड़ा कि एक शख्स की जान चली गई और दो लोग सलाखों के पीछे पहुंच गए. 12 मई 2025 की रात एक छोटी सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि पूरा मोहल्ला सन्न रह गया. दिल्ली पुलिस ने इस सनसनीखेज मर्डर केस को चंद घंटों में सुलझा कर दोनों आरोपियों को धर दबोचा. आप भी हैरान रह जाएंगे कि कैसे एक मामूली झगड़ा खून-खराबे में बदल गया. सिगरेट से शुरू हुआ बवाल, जानलेवा बन गया बात 12 मई की रात करीब 10 बजे की है. रघुबीर नगर में रहने वाला विनोद अपने दोस्त अर्जुन के घर के सामने सिगरेट पी रहा था. तभी वहां से गुजर रहे कन्हैया लाल की विनोद से किसी बात पर तकरार हो गई. बात इतनी बढ़ी कि गाली-गलौज शुरू हो गया. पास ही रहने वाला अर्जुन भी बाहर निकल आया और दोनों ने मिलकर कन्हैया लाल पर हमला बोल दिया. मारपीट में कन्हैया को गंभीर चोटें आईं. उसे गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया. लेकिन रात में उसकी हालत बिगड़ गई और अगले दिन, 13 मई को, जब उसे दोबारा अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने दिखाई फुर्ती, चंद घंटों में पकड़े गए कातिल खबर मिलते ही ख्याला थाने की पुलिस हरकत में आ गई. इंस्पेक्टर विनोद कुमार, SHO ख्याला की अगुवाई में एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिसमें इंस्पेक्टर चेतन सिंह, SI नरेश अहलावत, SI चंद्र शेखर, HC मोनू, HC अनिल, संजय और  प्रकाश शामिल थे. इस टीम ने तिलक नगर के ACP सुरेंद्र सिंह राठी की निगरानी में तेजी से जांच शुरू की. पुलिस ने सूत्रों के आधार पर दोनों आरोपियों, विनोद (27 साल) और अर्जुन उर्फ टिनिया (39 साल), को कुछ ही घंटों में रघुबीर नगर से धर दबोचा. पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. विनोद, जो एक होटल में कुक का काम करता है, और अर्जुन, जो ऑटो ड्राइवर है, दोनों रघुबीर नगर के ही रहने वाले हैं. विनोद की उम्र 27 साल है और वह रमेश चंद का बेटा है. वहीं, अर्जुन उर्फ टिनिया 39 साल का है और बन्नी राम का बेटा है. ये दोनों आम लोग थे, लेकिन एक छोटी सी बात पर गुस्से में ऐसा कदम उठा लिया कि अब जिंदगी भर पछताने की नौबत आ गई. वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के DCP विचित्र वीर ने बताया कि पुलिस की मुस्तैदी ने यह सुनिश्चित किया कि अपराधी बच न सकें. रघुबीर नगर में लोग इस घटना को लेकर सकते में हैं. मोहल्ले वाले कह रहे हैं कि अगर सिगरेट पीने की छोटी सी बात को वक्त रहते सुलझा लिया जाता, तो शायद कन्हैया लाल आज जिंदा होता. यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा और हिंसा कितना बड़ा नुकसान कर सकती है.  इसे भी पढ़ें: तुर्किए-अजरबैजान के खिलाफ एकजुट व्यापारी संगठन, CTI ने चीन को लेकर पीएम मोदी से की ये मांग    

May 15, 2025 - 00:37
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सिगरेट पीने को लेकर बहस के बीच व्यक्ति को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा
सिगरेट पीने को लेकर बहस के बीच व्यक्ति को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा

सिगरेट पीने को लेकर बहस के बीच व्यक्ति को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा

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Delhi News: दिल्ली के रघुबीर नगर में एक सिगरेट का धुआं इतना भारी पड़ा कि एक शख्स की जान चली गई और दो लोग सलाखों के पीछे पहुंच गए. 12 मई 2025 की रात एक छोटी सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि पूरा मोहल्ला सन्न रह गया. दिल्ली पुलिस ने इस सनसनीखेज मर्डर केस को चंद घंटों में सुलझा कर दोनों आरोपियों को धर दबोचा. आप भी हैरान रह जाएंगे कि कैसे एक मामूली झगड़ा खून-खराबे में बदल गया.

सिगरेट से शुरू हुआ बवाल, जानलेवा बन गया

बात 12 मई की रात करीब 10 बजे की है. रघुबीर नगर में रहने वाला विनोद अपने दोस्त अर्जुन के घर के सामने सिगरेट पी रहा था. तभी वहां से गुजर रहे कन्हैया लाल की विनोद से किसी बात पर तकरार हो गई. बात इतनी बढ़ी कि गाली-गलौज शुरू हो गया. पास ही रहने वाला अर्जुन भी बाहर निकल आया और दोनों ने मिलकर कन्हैया लाल पर हमला बोल दिया. मारपीट में कन्हैया को गंभीर चोटें आईं. उसे गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया. लेकिन रात में उसकी हालत बिगड़ गई और अगले दिन, 13 मई को, जब उसे दोबारा अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने दिखाई फुर्ती, चंद घंटों में पकड़े गए कातिल

खबर मिलते ही ख्याला थाने की पुलिस हरकत में आ गई. इंस्पेक्टर विनोद कुमार, SHO ख्याला की अगुवाई में एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिसमें इंस्पेक्टर चेतन सिंह, SI नरेश अहलावत, SI चंद्र शेखर, HC मोनू, HC अनिल, संजय और प्रकाश शामिल थे. इस टीम ने तिलक नगर के ACP सुरेंद्र सिंह राठी की निगरानी में तेजी से जांच शुरू की. पुलिस ने सूत्रों के आधार पर दोनों आरोपियों, विनोद (27 साल) और अर्जुन उर्फ टिनिया (39 साल), को कुछ ही घंटों में रघुबीर नगर से धर दबोचा. पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

विनोद, जो एक होटल में कुक का काम करता है, और अर्जुन, जो ऑटो ड्राइवर है, दोनों रघुबीर नगर के ही रहने वाले हैं. विनोद की उम्र 27 साल है और वह रमेश चंद का बेटा है. वहीं, अर्जुन उर्फ टिनिया 39 साल का है और बन्नी राम का बेटा है. ये दोनों आम लोग थे, लेकिन एक छोटी सी बात पर गुस्से में ऐसा कदम उठा लिया कि अब जिंदगी भर पछताने की नौबत आ गई.

हिंसा का परिणाम और समाज की जिम्मेदारी

वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के DCP विचित्र वीर ने बताया कि पुलिस की मुस्तैदी ने यह सुनिश्चित किया कि अपराधी बच न सकें. रघुबीर नगर में लोग इस घटना को लेकर सकते में हैं. मोहल्ले वाले कह रहे हैं कि अगर सिगरेट पीने की छोटी सी बात को वक्त रहते सुलझा लिया जाता, तो शायद कन्हैया लाल आज जिंदा होता. यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा और हिंसा कितना बड़ा नुकसान कर सकती है.

हमें याद रखना चाहिए कि छोटी बहसें भी यदि अनियंत्रित हों जाएं तो गंभीर परिणाम उत्पन्न कर सकती हैं. यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए और किसी भी विवाद को शांति से सुलझाना चाहिए.

इसे भी पढ़ें: तुर्किए-अजरबैजान के खिलाफ एकजुट व्यापारी संगठन, CTI ने चीन को लेकर पीएम मोदी से की ये मांग

भारतीय समाज में छोटे मुद्दों के बड़े परिणाम अक्सर चर्चाओं में रहते हैं, और यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे असामान्य परिस्थितियाँ भी भयावह परिणाम दे सकती हैं. हमें एकजुट होकर ऐसे मुद्दों का सामना करना होगा, ताकि हमारे समाज में हिंसा का कोई स्थान न हो.

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