Nauchandi Mela 2025: पाकिस्तान से तनाव के बीच मेरठ में ऐतिहासिक नौचंदी मेला टला, डीएम ने जारी किए निर्देश
Meerut Nauchandi Mela 2025 News: भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी एहतियात बरतते हुए रेड अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. दोनों देशों के बीच तनाव को देखते हुए मेरठ में लगने वाले ऐतिहासिक नौचंदी मेले को टाल दिया गया है. ये मेला 15 मई से शुरू होने वाला था, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए इसे कुछ दिनों के लिए टालने का फैसला लिया गया है. मेरठ के डीएम डॉक्टर वीके सिंह ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं. 20 मई के बाद इस मेले की शुरुआत की तारीख तय होगी. ये मेला 15 मई से शुरू होना था, जिसके लिए प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही थी. ये तैयारी अपने अंतिम चरण में थी लेकिन, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी संगठनों के कैंपों पर एयर स्ट्राइक करते हुए ध्वस्त कर दिया. अलर्ट मोड पर यूपी पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक की वजह से पूरे प्रदेश को अलर्ट मोड पर रखा गया है. भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक से दुश्मन देश पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिलाया हुआ है और पलटवार करने की गीदड़ भभकी पर उतर आया है. ऐसे हालात को देखते हुए यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के अधिकारियों को सजग रहने और तमाम विभागों को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं. पाकिस्तान से युद्ध की आशंका के बीच बुधवार को यूपी के 17 जिलों में सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड विभाग, स्वास्थ्य विभाग समेत कई संबंधित विभागों के द्वारा मॉक ड्रिल भी की गई. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर जिन 17 जिलों को मॉक ड्रिल के लिए चिन्हित किया गया था, उनमें मेरठ भी आता है. मेरठ सैन्य दृष्टि से बेहद संवेदनशील और अहम इलाका है. युद्ध की स्थिति में सेना के मूवमेंट की वजह से दुश्मन की नजर इस इलाके पर हो सकती है.

Nauchandi Mela 2025: पाकिस्तान से तनाव के बीच मेरठ में ऐतिहासिक नौचंदी मेला टला, डीएम ने जारी किए निर्देश
Netaa Nagari
लेखक: स्वाती शर्मा, टीम नेतानगरी
मेरठ: नौचंदी मेला, जो कि एक ऐतिहासिक उत्सव है और हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करता है, इस वर्ष परिस्थितियों के कारण स्थगित कर दिया गया है। इस वर्ष कई सुरक्षा चिंताओं के कारण डीएम कार्यालय ने इस उत्सव को आयोजित करने के लिए दी गई अनुमति वापस ले ली है। यह स्थिति पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के मद्देनजर आई है, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हुई हैं।
नौचंदी मेले का महत्व
नौचंदी मेला मेरठ का एक पारंपरिक मेला है, जिसे हर साल विशेष रूप से जज्बाती माहौल में मनाया जाता है। इस मेले में न केवल स्थानीय लोग भाग लेते हैं, बल्कि दूर-दूर से लोग भी यहाँ पहुंचते हैं। मेले में कई प्रकार की प्रदर्शनी, स्टॉल, और मनोरंजन गतिविधियाँ होती हैं जो सभी उम्र के लोगों के लिए आकर्षक होती हैं।
पाकिस्तान के साथ तनाव की बढ़ती स्थिति
इस वर्ष पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के कारण यह आवश्यक हो गया था कि प्रशासन सुरक्षा को प्राथमिकता दे। सुरक्षा व्यवस्था कोलेकर डीएम ने फैसला लिया है कि मौजूदा स्थिति में मेला आयोजित करना संभव नहीं है। इस निर्णय के पीछे का मुख्य कारण राज्य की सुरक्षा स्थिरता सुनिश्चित करना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है।
डीएम के निर्देश
डेप्युटी कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि महामारी और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण भी मेले का आयोजन नहीं किया जा सकता। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा के मद्देनजर और भी सतर्क रहें। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल के लिए मेला योजनाबद्ध तरीके से आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा, जब स्थिति अधिक अनुकूल हो।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय के लोग इस निर्णय को लेकर मिश्रित भावनाओं में हैं। जहां कुछ लोग सुरक्षा को प्राथमिकता देना उचित मानते हैं, वहीं कई व्यापारी वर्ग और स्थानीय बच्चे इस आमदनी और मनोरंजन के स्रोत को खोने से निराश हैं। मेला स्थानीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और स्थगन से व्यापारियों को बहुत नुकसान हो सकता है।
निष्कर्ष
हालांकि यह तय किया गया है कि नौचंदी मेला 2025 नहीं होगा, परंतु लोगों को विश्वास है कि आने वाले वर्षों में जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, मेला फिर से जोश और उत्साह के साथ मनाया जा सकेगा। इसलिए, सभी को चाहिए कि वे सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें और अगले वर्ष जीवंत नौचंदी मेले का इंतजार करें। अधिक जानकारी के लिए, netaanagari.com पर जाएँ।
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