Holi 2025: होली पर अन्य राज्यों से बिहार की ऐसे की गई तुलना... मद्य निषेध विभाग ने जारी किया पोस्टर
Bihar News: बिहार में बीते शुक्रवार (14 मार्च, 2025) को कई जगहों पर होली मनाई गई. कई जगह आज (15 मार्च, 2025) भी मनाई जा रही है. इस बीच शनिवार (15 मार्च, 202) को मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर एक पोस्टर को जारी किया है. इसमें बिहार की होली की तुलना दूसरे राज्यों से की गई है. पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा गया है, "इस होली, रंगों की मस्ती में खोएं, नशे में नहीं. बिहार में होली खुशियों, रंगों और अपनेपन की होती है, नशे की नहीं. शराब से दूर रहें, सुरक्षित त्योहार मनाएं." विभाग ने सहायता के लिए फोन नंबर 15545 और 1800-345-6268 जारी किया है. अब समझिए पोस्टर में क्या है... पोस्टर में दूसरे राज्यों का हवाला देते हुए एक शराबी व्यक्ति को सिर पकड़े हुए दिखाया गया तो वहीं उसके दूसरी तरफ बिहार में खुशी से होली मनाते हुए लोग दिखाए गए हैं. पोस्टर के नीचे में लिखा गया है, "रंगों की फुहार, नशे से इनकार." बता दें कि बिहार में शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है. पुलिस शराब की बिक्री और सेवन को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. होली पर पुलिस शराब की धरपकड़ को लेकर विशेष रूप से सतर्क दिखी.

Holi 2025: होली पर अन्य राज्यों से बिहार की ऐसे की गई तुलना... मद्य निषेध विभाग ने जारी किया पोस्टर
लेखिका: सुमिता, टीम नेतानगरी
होलिका दहन का पर्व रंगों का पर्व होली नजदीक आ रहा है, और इस बार बिहार की होली की तुलना अन्य राज्यों के साथ की जा रही है। मद्य निषेध विभाग ने इस बार होली पर एक विशेष पोस्टर जारी किया है, जिसमें बिहार में होली मनाने की परंपरा और इसके साथ जुड़े विभिन्न पहलुओं को बताया गया है।
होलिका दहन: बिहार की विशेषताएँ
बिहार में होली का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी होली का उत्सव मनाया जाता है, लेकिन बिहार में इसकी खासियत यह है कि यहाँ रंगों के साथ साथ लोगों के दिलों में एक दुसरे के प्रति प्यार और भाईचारे का जज़्बा होता है। इस बार मद्य निषेध विभाग ने जो पोस्टर जारी किया है, उसमें खास तौर पर यह बताया गया है की बिहार में होली का रंग खेलने के साथ साथ शराब पर रोक का महत्व भी है।
अन्य राज्यों की होली का मिलाजुला रंग
बिहार की होली की तुलना अगर हम उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश जैसी जगहों से करें तो हर राज्य की होली में अपने-अपने रंग हैं। यूपी में जहाँ होली खेलना एक बड़ा जनसैलाब बनाता है, वहीं पंजाब में भांगड़ा और गिद्दा के संग रंगों का तड़का लगता है। मध्य प्रदेश में महिलाएं महिलाओं की परंपरा 'होलिका' निभाकर होली मनाती हैं। इन सभी अंतरों में, बिहार का अपना विशेष स्थान है जहाँ प्रेम और भाईचारे की भावना व्यापक तौर पर देखने को मिलती है।
मद्य निषेध विभाग की पहल
मद्य निषेध विभाग ने इस बार होली के मौके पर एक विशेष पोस्टर जारी किया है, जिसमें लोगों को यह बताने की कोशिश की गई है की शराब का सेवन करते वक्त सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। विभाग ने यह भी कहा है कि होली के रंगों में बीमारी और नशे की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि बिहार में लोग एक सुरक्षित और खुशहाल होली मनाएं।
सुरक्षित होली का संदेश
पोस्टर में लिखा गया है कि "रंगों से भरी होली, पर शराब से दूर रहो।" यह संदेश बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि होली का मुख्य उद्देश्य प्रेम और उल्लास फैलाना है। बिहार के नागरिकों को इस बार होली पर न केवल दोस्तों और परिवार के साथ मस्ती करनी है बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक भी बनना है।
निष्कर्ष
इस बार 2025 की होली बिहार में एक नया संदेश लेकर आई है। मद्य निषेध विभाग की पहल से यह साबित होता है कि राज्य न केवल रंगों में, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में भी अग्रणी है। ऐसे में हमें चाहिए कि हम इस पर्व को पूरी खुशियों के साथ मनाएं और स्वस्थ समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं। तो होली की शुभकामनाएँ, साथी!
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