'मल्लिकार्जुन खरगे ने किया वक्फ संपत्तियों पर कब्जा', बीजेपी नेताओं का कांग्रेस पर बड़ा आरोप
Rajasthan Politics: राजस्थान के भरतपुर में शुक्रवार (18 अप्रैल) को बीजेपी कार्यालय पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और जसकौर मीणा पहुंचे जहां उन्होंने वक्फ सुधार जन जागरण कांर्यशाला में बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को वक्फ बिल के बारे में आवश्यक जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विपक्ष के लोग अल्पसंख्यक समाज के लोगों के बीच गलत भ्रांतिया फैला रहे हैं, जबकि वक्फ बिल गरीबों व मुस्लिम महिलाओं और बच्चों के लिए समृद्धि वाला साबित होगा. वक्फ की संपत्तियों से जो लाभ अल्पसंख्यक के गरीबों को मिलना चाहिए था उनको नहीं मिला. कुछ गिने चुने लोगों ने ही जिनमें अल्पसंख्यक के कुछ केंद्र सरकार के पूर्व मंत्री व नेताओं और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिक्कार्जुन खरगे ने वक्फ सम्पतियों पर कब्जा किया है. उन्हें मुक्त करवाया जाएगा. इस दौरान जसकौर मीणा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा हमारे साथ हैं. वह हमारे नेता हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल जो पास हुआ है, यह देश के हित में कानून है. गरीबों के कल्याण के लिए कानून है. विपक्ष और समाज के ठेकेदार देश का कानून ख़राब करना चाहते हैं. इस कानून के फायदे बताने के लिए पूरे देश में जन जागरण अभियान शुरू किया गया है. यह कानून गरीबों के कल्याण के लिए बना है. कैलाश चौधरी ने कहा कि यह देश के हित के लिए बना है. 2013 में वक्फ का जो कानून बना था. उस समय जो अधिकार दिए गए थे. उन अधिकारों की वजह से संपत्ति दोगुना से भी अधिक हो गई. जो जमीन 4 लाख हेक्टेयर थी वह बढ़कर 8 लाख हेक्टेयर से भी बढ़कर अधिक हो गई. उस समय इनकम 163 करोड़ थी. आज उसकी संपत्ति की इनकम 166 करोड़ है. जसकौर मीण ने कहा कि इस बिल के अंतर्गत मुस्लिम महिलाओं को उत्तराधिकारी का अधिकार दिया है. महिलाओं की समृद्धि के लिए बिल में बहुत कुछ कहा गया है. यह बिल मुस्लिम महिलाओं और बच्चों के लिए जो अधिकार देगा वह उनकी समृद्धि का बहुत बड़ा कारण बनेगा. चुनाव लड़ने के सवाल पर जसप्रीत मीणा ने कहा कि चुनाव लड़ाने का फैसला पार्टी करती है हम नहीं करते. किरोड़ी लाल मीणा हमारे साथ हैं. कार्यक्रम में पूर्व राजस्व मंत्री नत्थी सिंह की पोती अनामिका सिंह महिला समर्थकों के साथ बीजेपी ज्वाइन की, अनामिका सिंह को महिला मोर्चा की शहर अध्यक्ष बनाया गया.

मल्लिकार्जुन खरगे ने किया वक्फ संपत्तियों पर कब्जा, बीजेपी नेताओं का कांग्रेस पर बड़ा आरोप
मुख्य प्रस्तुति: “नेता नागरी” द्वारा, लेखिका: साक्षी रॉय, प्रियंका वर्मा, टीम नेता नागरी
परिचय
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। बीजेपी के नेताओं ने इन्हें गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बड़े आरोप लगाए हैं। इस लेख में हम इस घटना की पूरी जानकारी, राजनीतिक प्रतिक्रिया और इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
आरोपों का विवरण
बीजेपी नेताओं का कहना है कि मल्लिकार्जुन खरगे और उनकी पार्टी ने जानबूझकर वक्फ संपत्तियों का अनधिकृत आधिकारिककरण किया है। इन संपत्तियों का उपयोग राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया गया है, जो कि एक गंभीर कानूनी मामला है। बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि यह केस असंवैधानिक और असामाजिक गतिविधियों के श्रेणी में आता है।
कांग्रेस का प्रत्युत्तर
कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि ये सभी आरोप निराधार और राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा हैं। कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी इस तरह की गतिविधियों के माध्यम से अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना चाहती है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
ताजा घटनाक्रम पर राजनीति में बढ़ी गर्मी को देखते हुए, बीजेपी नेता आदित्यनाथ का कहना है कि कांग्रेस को इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने इन आरोपों को हंसी में उड़ाया, और उन्हें ‘राजनीतिक स्टंट’ करार दिया।
समाजिक और कानूनी पहलू
यह मामला केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक और कानूनी भी है। वक्फ संपत्तियाँ देश के अल्पसंख्यकों की धार्मिक सम्पत्ति होती हैं। इन पर कब्जा करना न केवल कानूनी दृष्टि से गलत है, बल्कि यह एक समाज के अधिकारों का भी उल्लंघन है।
निष्कर्ष
इस विवाद में अब आगे क्या होने वाला है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। यह न केवल कांग्रेस और बीजेपी के बीच का संघर्ष है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में चल रहे व्यापक बदलावों को भी उजागर करता है। आने वाले समय में इस मुद्दे पर और क्या प्रतिक्रिया देखने को मिलती है, यह निश्चित रूप से राजनीतिज्ञों और आम जनता के लिए एक चिंतन का विषय होगा।
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