पहलगाम आतंकी हमले पर राज ठाकरे की दो टूक, ‘गोली चलाते समय धर्म पूछ रहे थे, सरकार को एक ही बार…’
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने अपनी पार्टी की ओर से इस हमले की निंदा की है. राज ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' लिखा कि 'एमएनएस की ओर से इस हमले में जिन लोगों की मौत हुई है, उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि. यह घटना अत्यंत गंभीर है और इस कठिन समय में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना सरकार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है.' राज ठाकरे ने लिखा, "केंद्र सरकार को इन हमलावरों का ऐसा बंदोबस्त करना चाहिए कि आने वाली दस पीढ़ियां भी इस घटना को याद कर कांप उठें. 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के दौरान जब फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने इजरायली खिलाड़ियों पर हमला किया था, तब इजरायल ने उन आतंकवादियों और इस हमले के सूत्रधारों को इस प्रकार खत्म किया था कि लंबे समय तक फिलिस्तीनियों के दिलों में दहशत घर कर गई थी. भारत और इजरायल के संबंध मजबूत हैं." आतंकवादियों को जड़ से खत्म कर देना चाहिए- राज ठाकरे एमएनएस प्रमुख ने आगे लिखा, "केंद्र सरकार को इजरायल की तरह कदम उठाकर इन आतंकवादियों और उनके हर समर्थक को जड़ से खत्म कर देना चाहिए, ऐसी हम अपेक्षा करते हैं. इस हमले के बारे में पढ़ते समय एक बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई. एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया कि हमलावर गोली चलाते समय सामने वाले का धर्म पूछ रहे थे. यह तुम्हारी गुंडागर्दी?" हम सब हिंदू एकजुट होकर खड़े होंगे- राज ठाकरे ठाकरे ने कहा, "जैसा कि मैं अपने भाषणों में बार-बार कहता हूं, इस देश में अगर हमारे हिंदुओं पर कोई हमला करेगा, तो हम सब हिंदू एकजुट होकर उनके खिलाफ खड़े होंगे. इन हमलावरों के पीछे जो भी मास्टरमाइंड छिपे हैं, उन्हें हमारी ताकत का एहसास होना ही चाहिए." 'कौन वहां जमीन खरीदेगा' राज ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाया. इसके बाद कश्मीर में हालात कुछ हद तक सामान्य हो रहे थे और पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही थी. लेकिन अब अगर ऐसे हमले होने लगेंगे, तो कौन वहां जमीन खरीदेगा, व्यवसाय शुरू करेगा? इसलिए केंद्र सरकार को इस बात पर गंभीरता से विचार कर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए. जम्मू काश्मीरमधील पहलगाम येथे झालेल्या दहशतवादी हल्ल्याचा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना तीव्र निषेध व्यक्त करत आहे. या घटनेत जे लोक मृत्यूमुखी पडले, त्यांना महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेची भावपूर्ण श्रद्धांजली... ही घटना अतिशय गंभीर आहे आणि या प्रसंगात सरकारच्या पाठीशी महाराष्ट्र… — Raj Thackeray (@RajThackeray) April 23, 2025 सरकार के साथ खड़ी रहेगी एमएनएस- राज ठाकरे अंत में उन्होंने लिखा, "हमें विश्वास है कि सरकार इस पूरे प्रकरण में कठोर कदम उठाएगी और इस देश के सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़े रहेंगे. सरकार को एक ही बार ऐसा प्रहार करना चाहिए कि फिर कोई सवाल ही न उठे. बाकी दलों के बारे में नहीं कह सकता, लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना निश्चित रूप से सरकार के साथ खड़ी रहेगी."

पहलगाम आतंकी हमले पर राज ठाकरे की दो टूक, ‘गोली चलाते समय धर्म पूछ रहे थे, सरकार को एक ही बार…’
Netaa Nagari द्वारा, नेहा शर्मा और साक्षी जैन की रिपोर्ट
इन दिनों जम्मू-कश्मीर का पहलगाम क्षेत्र एक बार फिर चर्चा में है। यहां हाल ही में हुए आतंकी हमले ने न केवल पूरे देश को झकझोर दिया है, बल्कि प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की प्रतिक्रिया भी आकर्षित की है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने इस हमले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
राज ठाकरे का बयान
राज ठाकरे ने कहा, "जब गोलियां चल रही थीं, तब आतंकवादियों ने यह पूछना नहीं छोड़ा कि धर्म क्या है। यह एक स्पष्ट संकेत है कि आतंकवाद अब किसी भी धर्म से जुड़ा नहीं है। सरकार को एक बार गंभीर कदम उठाने की जरूरत है, वरना हम फिर से इसी तरह के हमलों का सामना करते रहेंगे।"
यह बयान उन लोगों के लिए एक करारा जवाब है जो अक्सर आतंकवाद को किसी विशेष धर्म से जोड़ने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का जन्म सिर्फ सियासी स्वार्थों से होता है और इसे किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए।
आत्मसमर्पण की आवश्यकता
राज ठाकरे ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को अब और समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह सुझाव दिया कि आतंकवादियों से निपटने के लिए ठोस और निर्णायक कार्रवाई की जानी चाहिए। उनके अनुसार, भारत की सुरक्षा एजेंसियों को पहले से अधिक सक्रिय होना चाहिए और ऐसे आतंकवादी नेटवर्क को तोड़ने का काम करना चाहिए।
उत्तर भारत की सुरक्षा चुनौतियां
पहलगाम में हालिया हमले ने एक बार फिर से यह दर्शाया है कि उत्तर भारत में सुरक्षा को लेकर चुनौतियां बरकरार हैं। राज ठाकरे ने कहा कि केवल सरकार नहीं, बल्कि आम जनता को भी जागरूक रहना चाहिए और अनुशासित रहना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम सभी नागरिकों को एकजुट होकर ऐसी स्थिति का सामना करना होगा।
निष्कर्ष
राज ठाकरे का यह बयान एक महत्वपूर्ण संदेश है, जिसमें सुरक्षा, जागरूकता और सामूहिक δράση पर ध्यान दिया गया है। यह स्पष्ट है कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सही समय पर ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है। अब देखना यह है कि क्या सरकार उनकी बातों पर ध्यान देकर इन समस्याओं का समाधान कर पाएगी या नहीं।
कोई भी परिवर्तन तभी संभव होगा जब हम एकजुट हों और सामूहिक रूप से इस तरह के आतंकवाद का सामना करें। अधिक अपडेट के लिए, विजिट करें netaanagari.com।
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