दिल्ली में सनसनीखेज लूट, रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी को बनाया बंधक, नौकरानी की साजिश का पर्दाफाश
Delhi Robbery Case: दिल्ली के अशोक विहार इलाके में हुई एक सनसनीखेज वारदात ने पुलिस और स्थानीय निवासियों को चौंका दिया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर ओम प्रकाश अग्रवाल और उनकी पत्नी ललिता अग्रवाल को उनके ही घर में बंधक बनाकर लूट की गई. इस अपराध में चौंकाने वाली बात यह रही कि वारदात की साजिश उनके घर में काम करने वाली नौकरानी ने ही रची थी. दरअसल, अशोक विहार के जी-ब्लॉक स्थित इस घर में 17 वर्षीय नौकरानी काम करती थी, जो कथित रूप से लूट के मास्टरमाइंड सचिन की गर्लफ्रेंड भी थी. पुलिस जांच में सामने आया कि नौकरानी ने ही सचिन को घर में रखी नकदी और गहनों के बारे में जानकारी दी थी. इसी सूचना के आधार पर सचिन ने अपने साथियों सूरज, मोनू और अमित के साथ इस लूट की योजना बनाई. बदमाशों ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?सोमवार (17 मार्च) की सुबह जब नौकरानी घर में काम कर रही थी, तभी उसने दरवाजा खुला छोड़ दिया. इसी मौके का फायदा उठाकर तकरीबन 10 बजे चार हथियारबंद बदमाश घर में घुस आए. उनके हाथों में पिस्तौल थी. वे सीधे प्रोफेसर और उनकी पत्नी के पास पहुंचे और उन्हें हथियार दिखाकर धमकाया. इसके बाद बदमाशों ने दंपती और नौकरानी के हाथ-पैर बांध दिए और उनके मुंह पर टेप चिपका दिया ताकि वे शोर न मचा सकें. करीब आधे घंटे तक बदमाशों ने घर का कोना-कोना खंगाला और करोड़ों रुपये की नकदी, जूलरी और कीमती सामान लूट लिया. जाते-जाते वे प्रोफेसर की कार भी साथ ले गए. पुलिस ने कैसे सुलझाई यह हाई-प्रोफाइल लूट?वहीं डीसीपी (क्राइम) आदित्य गौतम ने बताया कि, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें जांच में जुट गईं. एसीपी रमेश लांबा की देखरेख और इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट और रोहित कुमार के नेतृत्व में एसआई रवींद्र कुमार, सिमरजीत कौर, संजय, रुपेश और देवेद्र समेत 16 पुलिसकर्मियों की दो टीमें बनाई गईं. जांच के दौरान पता चला कि लुटेरे वजीरपुर जेजे कॉलोनी में कार छोड़कर वहां से एक कैब में सवार होकर फरार हुए थे. पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में उस कैब ड्राइवर को ट्रेस किया, जिसने बदमाशों को परी चौक तक छोड़ा था. इसके बाद गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक मॉल के पास से पुलिस ने पहले आरोपी सूरज को धर दबोचा. उसकी निशानदेही पर लूट के मास्टरमाइंड सचिन को भी गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के हाथ क्या-क्या लगा?पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि यह लूट पूरी तरह सुनियोजित थी. पुलिस ने उनके कब्जे से लूटी गई प्रोफेसर की कार, सोने की चेन, 37 चांदी के सिक्के, 57 धार्मिक चांदी के सिक्के, 10 चांदी की छोटी-बड़ी कटोरियां और 4 चांदी के चम्मच बरामद किए. नौकरानी की भूमिका संदिग्धइस पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाला पहलू नौकरानी की भूमिका रही. पुलिस को पता चला कि इस महीने की शुरुआत में सचिन की बहन की शादी थी, जिसमें यह नौकरानी भी शामिल हुई थी. वहीं, आधार कार्ड में दर्ज जन्मतिथि के अनुसार, वह 17 साल की बताई जा रही है, लेकिन पुलिस को संदेह है कि उसकी असली उम्र 19 साल है. इसके लिए उसके स्कूल के दस्तावेजों की जांच की जा रही है. बाकी आरोपियों की तलाश जारीपुलिस जांच में सामने आया कि इस लूट में शामिल बदमाश पहले भी कई अपराध कर चुके हैं. सूरज के खिलाफ 17 और सचिन के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल, पुलिस दो अन्य फरार बदमाशों मोनू और अमित की तलाश में जुटी हुई है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. ये भी पढ़ें मयूर विहार में 3 मंदिरों को तोड़ने पहुंचा DDA का बुलडोजर, आक्रोशित पुजारी बोले- 'संभल में मस्जिद...'

दिल्ली में सनसनीखेज लूट, रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी को बनाया बंधक, नौकरानी की साजिश का पर्दाफाश
Netaa Nagari - समीरिका शर्मा, रॉज़ी गुप्ता, टीम नेटानगरी
दिल्ली की एक गंभीर घटना ने शहर को हिला कर रख दिया है। रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी को लूट के इरादे से बंधक बनाकर उनके घर में एक बड़ी चोरी की गई। यह वाकया तब हुआ जब उनकी नौकरानी ने साजिश रचकर इस लूट को अंजाम दिया। इस घटना ने न केवल प्रोफेसर दंपत्ति को बल्कि पूरे इलाके में सुरक्षा के मुद्दों को फिर से जागृत कर दिया है।
घटना का विवरण
यह घटना दिल्ली के वसंत कुंज क्षेत्र में घटी। रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी, जो कि एक उच्च शिक्षित दंपत्ति हैं, अपनी दिनचर्या में उलझे हुए थे। अचानक, उनकी नौकरानी ने कुछ अज्ञात अपराधियों को अपने घर बुला लिया। जब दंपत्ति अपने घर के अंदर थे, तब इन अपराधियों ने घर में घुसकर उन्हें बंधक बना लिया।
अपराधियों ने ना केवल उन्हें बंधक बनाया, बल्कि घर में रखी सारी कीमती चीजें चुरा लीं। बड़ी चतुराई से, उन्होंने घर में CCTV कैमरों को भी निष्क्रिय कर दिया, जिससे उनकी पहचान को छिपाना आसान हो गया। परिवार के सदस्य इस घटना के समय घर में मौजूद नहीं थे, वरना स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना पुलिस को तुरंत दी गई। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। इस क्रम में, पुलिस ने सबसे पहले नौकरानी से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में ही यह स्पष्ट हो गया था कि उसे लूट की योजना में शामिल किया गया था। उसके द्वारा दिए गए सुरागों के आधार पर, पुलिस ने कुछ संदिग्धों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
कई घंटे की मशक्कत के बाद, पुलिस ने चोरी किए गए सामान में से कई कीमती चीजें बरामद कर लीं। पुलिस ने सुनिश्चित किया कि रिटायर्ड प्रोफेसर दंपत्ति को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे भविष्य में किसी प्रकार की चिंता न करें।
बंदूक की नोक पर बंधक बनाना - समाज पर प्रभाव
इस घटना ने समाज में सुरक्षा सम्बन्धी सवाल उठाए हैं। कई लोग अब यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या उनके घरों में सुरक्षा के उपाय पर्याप्त हैं। इस मामले ने यह भी दर्शाया कि घरेलू नौकरों पर भरोसा करना कभी-कभी खतरनाक हो सकता है।
स्थानीय निवासियों ने इस पर चिंता जताते हुए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग की है। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
निष्कर्ष
दिल्ली में हुए इस सनसनीखेज लूटकांड ने हमें एक बार फिर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया है। हमें सावधान रहना चाहिए और अपने आस-पास की हर छोटी-बड़ी चीज पर नज़र रखनी चाहिए। घर में सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग और हर व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित करना आवश्यक है। आइए, हम सभी मिलकर एक सुरक्षित वातावरण बनाने में सहयोग करें।
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