जालौर में नकल माफियाओं और तस्करों की खैर नहीं, ADG वीके सिंह का दावा- 'जल्द 500 से ज्यादा...'

Rajasthan News: राजस्थान के जालौर में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर राजस्थान पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) विजय कुमार सिंह ने वार्षिक निरीक्षण किया और जिले की स्थिति की गहन समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने नकल प्रकरण और तस्करी में लिप्त 500 से अधिक लोगों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया. वीके सिंह ने बताया कि इन सभी आरोपियों के दस्तावेज एसओजी के पास पहुंच चुके हैं और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.   एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जालौर लंबे समय से नकल प्रकरणों के कारण बदनाम रहा है. पहले यहां भर्तियों में नकल और पेपर लीक जैसी घटनाएं आम थीं, लेकिन अब इस पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है. जेल गए कई आरोपी भी मान चुके हैं कि अब परीक्षाओं की पारदर्शिता बढ़ी है और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगी है. उन्होंने साफ किया कि एसओजी और एटीएस की टीमें अब भी संदिग्धों पर नजर रखे हुए हैं और जो भी नकल प्रकरण में लिप्त होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.   नशा तस्करी को लेकर जताई चिंताजिले में बढ़ती नशा तस्करी को लेकर भी वीके सिंह ने चिंता जताई और बताया कि जालौर-सिरोही क्षेत्र में एंटी-नॉरकोटिक्स टास्क फोर्स (एनटीएफ) की चौकी स्थापित की जा रही है. इससे मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगेगी और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी. उन्होंने कहा कि एमडी ड्रग्स के बढ़ते मामलों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है, ताकि युवा नशे की गिरफ्त में न आएं.   वार्षिक निरीक्षण के दौरान एडीजी ने पुलिस लाइन में परेड का निरीक्षण किया और अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की. उन्होंने बच्चियों से जुड़े अपराध, संपत्ति संबंधी अपराध और अन्य गंभीर अपराधों को लेकर गहन समीक्षा की और पुलिस अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस को नई रणनीतियों के साथ काम करने की जरूरत है.   बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चादरअसल, शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कोतवाली परिसर में सीएलजी बैठक आयोजित की गई, जिसमें नागरिकों ने अपने सुझाव रखे. इस दौरान ऑन-ड्यूटी शहीद हुए पुलिसकर्मियों की स्मृति में पट्टिका लगाने के प्रस्ताव पर सहमति बनी. इसके अलावा शहर में बढ़ते अपराध, नशे की रोकथाम, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने और बोगस खातों से करोड़ों की ठगी की जांच तेज करने पर भी चर्चा हुई. वीके सिंह ने स्पष्ट किया कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के साथ-साथ आमजन का सहयोग भी जरूरी है. एडीजी सिंह के इस दौरे से स्पष्ट संकेत मिला है कि जालौर में नकल, तस्करी और अपराध पर सख्त कार्रवाई होने वाली है. जबकि एसओजी और एटीएस पहले से ही एक्टिव मोड में हैं. (हीरालाल भाटी की रिपोर्ट)

Mar 30, 2025 - 11:37
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जालौर में नकल माफियाओं और तस्करों की खैर नहीं, ADG वीके सिंह का दावा- 'जल्द 500 से ज्यादा...'
जालौर में नकल माफियाओं और तस्करों की खैर नहीं, ADG वीके सिंह का दावा- 'जल्द 500 से ज्यादा...'

जालौर में नकल माफियाओं और तस्करों की खैर नहीं, ADG वीके सिंह का दावा- 'जल्द 500 से ज्यादा...'

लेखक: स्नेहा चौधरी, टीम नेटानगरी

जालौर: नकल माफियाओं और तस्करों पर कानून का डंडा अब और भी सख्त होने वाला है। राजस्थान पुलिस के ADG वीके सिंह ने हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया है कि जल्द ही 500 से ज्यादा नकल माफियाओं और तस्करों को पकड़ने का अभियान चलाया जाएगा। यह आयोजन जालौर जिले में बढ़ते नकल और तस्करी के मामलों के बीच एक मजबूत कदम है, जो जिले की युवा पीढ़ी और शिक्षा प्रणाली को प्रभावित कर रहा है।

नकल माफियाओं की बढ़ती गतिविधियाँ

वर्तमान में, जालौर जिले में नकल माफियाओं की गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। छात्रों के भविष्य को धूमिल करने वाले ये तत्व न केवल शिक्षा प्रणाली को कमजोर कर रहे हैं, बल्कि समाज में एक नकारात्मक संदेश भी फैला रहे हैं। ADG वीके सिंह ने कहा कि ऐसे माफियाओं को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया जा रहा है।

तस्करी की नए तरीके

इसके अलावा, तस्करों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे नए तरीकों की पहचान की जा चुकी है। ये तस्कर न केवल नकल सामग्री, बल्कि अन्य प्रतिबंधित उत्पादों की तस्करी भी कर रहे हैं। वीके सिंह ने कहा कि ऐसे मामलों की सतत निगरानी की जा रही है और उन्हें रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर ध्यान

अधिकारियों का मानना है कि नकल माफिया और तस्करी के मामलों को रोकने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। शिक्षा से संबंधित मामलों में सुधार के लिए स्थानीय शिक्षण संस्थानों के साथ साझेदारी की जाएगी। इसके तहत स्कूलों और कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को नकल के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाएगा।

समाज की भूमिका

इस अभियान में केवल पुलिस की भूमिका नहीं, बल्कि समाज के सभी वर्गों को शामिल किया जाएगा। परिजनों को भी अपने बच्चों की गतिविधियों की निगरानी करनी होगी ताकि नकल माफियाओं के जाल में फंसने से उन्हें रोका जा सके।

निष्कर्ष

जालौर में नकल माफियाओं और तस्करों के खिलाफ इस सख्त अभियान से समाज में एक नई उम्मीद जगी है। ADG वीके सिंह का कहना है कि पुलिस प्रशासन जल्द ही ठोस कदम उठाएगा, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षा प्रणाली सुरक्षित और सक्षम बनेगी। इस प्रकार का प्रयास निश्चित रूप से युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने में सहायक होगा।

हम सभी को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना होगा ताकि युवा पीढ़ी सुरक्षित और सच्चे मार्ग पर आगे बढ़ सके। अधिक अपडेट के लिए, netaanagari.com पर जाएं।

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