UPPSC: यूपी के 2382 केंद्रों पर होगी RO-ARO की परीक्षा; 2 सेट में तैयार किए गए प्रश्नपत्र, AI से होगी निगरानी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) परीक्षा-2023 आगामी 27 जुलाई को होगी. 75 जिलों में यह परीक्षा 2,382 केंद्रों पर कराई जाएगी. परीक्षा सुबह… Source Link: UPPSC: यूपी के 2382 केंद्रों पर होगी RO-ARO की परीक्षा; 2 सेट में तैयार किए गए प्रश्नपत्र, AI से होगी निगरानी

Jul 21, 2025 - 00:37
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UPPSC: यूपी के 2382 केंद्रों पर होगी RO-ARO की परीक्षा; 2 सेट में तैयार किए गए प्रश्नपत्र, AI से होगी निगरानी
UPPSC: यूपी के 2382 केंद्रों पर होगी RO-ARO की परीक्षा; 2 सेट में तैयार किए गए प्रश्नपत्र, AI से होगी निगरानी

UPPSC: यूपी के 2382 केंद्रों पर होगी RO-ARO की परीक्षा; 2 सेट में तैयार किए गए प्रश्नपत्र, AI से होगी निगरानी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित की जा रही समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) परीक्षा-2023 का आयोजन 27 जुलाई को किया जाएगा। इस परीक्षा में 75 जिलों में कुल 2,382 केंद्रों पर 10.76 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है।

परीक्षा से पूर्व की तैयारियां

परीक्षा की तैयारी को लेकर आयोग ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। कड़े सुरक्षा इंतजामات के साथ, परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए एआई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल प्रश्नपत्र की सुरक्षा सुनिश्चित होगी बल्कि परीक्षा का संचालन भी सही तरीके से किया जा सकेगा।

प्रश्नपत्र की सुरक्षा

विधानसभा की गोपनीयता बनाए रखने के उद्देश्य से प्रश्नपत्रों को दो अलग-अलग सेट में तैयार किया गया है। ये प्रश्नपत्र दो अलग-अलग मुद्रकों द्वारा तैयार किए जाएंगे, और परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले कंप्यूटर आधारित रैंडमाइजेशन के जरिए प्रश्नपत्र का चयन होगा। सभी प्रश्नपत्रों में यूनिक और वैरिएबल बारकोड भी होंगे, जिससे उनकी सुरक्षा और बढ़ जाएगी।

परीक्षा केंद्र पर सख्त निगरानी

परीक्षा केंद्रों पर हर कोण से निगरानी रखने के लिए प्रबंधन में सुधार किया गया है। परीक्षा केंद्र में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट, एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट, साथ ही केंद्र व्यवस्थापक और प्रशिक्षित अंतरीक्षक तैनात किए जाएंगे। इस तरह से सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अनुचित गतिविधि न हो सके और सभी प्रबंधन प्रक्रियाएं पारदर्शी रहें।

बायोमेट्रिक और फेस रिकग्निशन तकनीक

अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया में बायोमेट्रिक और फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तकनीक प्रवेश के समय सभी संभावना को नियंत्रित करेगी और किसी प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी।

सोशल मीडिया पर नजर

सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह या अनधिकृत जानकारी के प्रसार को रोकने के लिए विशेष मॉनिटरिंग सेल का गठन किया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी अभ्यर्थी सुरक्षित और निष्पक्ष तरीके से परीक्षा में भाग लें, यह कदम बहुत महत्व रखता है।

आयोग की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि यूपी सरकार परीक्षा की प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए संपूर्ण प्रयास कर रही है। परीक्षा की तैयारियों की बारिकी से निगरानी करते हुए, सभी जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

इस प्रकार, आगामी RO-ARO परीक्षा न केवल उत्तर प्रदेश में युवा प्रतिभाओं के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करेगी, बल्कि यह परीक्षा प्रणाली में भी नई शुरुआत की ओर इंगित करती है।

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लखनऊ में आयोजित होने वाली RO-ARO परीक्षा के साथ, सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों में जोश भी देखने को मिल रहा है। यह परीक्षा उन ढेरों लोगों के लिए संभवना का एक नया दरवाजा खोलने जा रही है जो अपनी करियर की शुरुआत एक सरकारी नौकरी के साथ करना चाहते हैं।

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