सुप्रीम कोर्ट पर BJP सांसद निशिकांत दुबे का बड़ा बयान, '...तो बंद कर देनी चाहिए संसद'
Nishikant Dube On Supreme Court: वक्फ कानून के समर्थन और विरोध के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने न्यायपालिका और विधायिका को लेकर नई बहस छेड़ दी है. वहीं अब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार (19 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट को लेकर बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि कानून अगर शीर्ष अदालत ही बनाएंगी तो संसद भवन को बंद कर देना चाहिए. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए केवल सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है. सुप्रीम कोर्ट अब अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है. अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है तो संसद और विधानसभा बंद कर देनी चाहिए. भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना इस देश में हो रहे सभी गृहयुद्धों के लिए जिम्मेदार हैं. 'राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश को करते हैं नियुक्त'दुबे ने आगे कहा, "आप अपॉइंटिंग अथॉरिटी को निर्देश कैसे दे सकते हैं? राष्ट्रपति भारत के मुख्य न्यायाधीश को नियुक्त करते हैं. संसद इस देश का कानून बनाती है. आपने नया कानून कैसे बनाया? किस कानून में लिखा है कि राष्ट्रपति को तीन महीने के भीतर फैसला करना है? इसका मतलब है कि आप इस देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहते हैं. जब संसद बैठेगी तो इस पर विस्तृत चर्चा होगी." निशिकांत दुबे की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वक्फ (संशोधन) अधिनियम की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर शीर्ष अदालत में सुनवाई चल रही है अधिनियम को इस महीने की शुरूआत में संसद ने पारित किया था. न्यायालय द्वारा इस कानून के कुछ विवादास्पद प्रावधानों पर सवाल उठाए जाने के बाद केंद्र सरकार ने अगली सुनवाई तक उन्हें लागू न करने पर सहमति व्यक्त की है. उपराष्ट्रपति के बयान से छिड़ी बहसराष्ट्रपति को भेजे गए विधेयकों पर निर्णय लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल में समयसीमा निर्धारित किये जाने पर भी बहस शुरू हो गई है उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शीर्ष अदालत के इस निर्णय से असहमति जताई है. वहीं दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने शीर्ष अदालत के उक्त निर्देश के साथ-साथ वक्फ (संशोधन) अधिनियम मामले में उच्चतम न्यायालय की कार्यवाही की सराहना की है निशिकांत दुबे मजबूती से रखते हैं बीजेपी का पक्षझारखंड के गोड्डा से सांसद दुबे अक्सर लोकसभा में अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बीजेपी के राजनीतिक हमलों में अग्रणी भूमिका में रहते हैं और विभिन्न मुद्दों पर सत्तारूढ़ पार्टी का रुख स्पष्टता से सदन में रखते हैं.

सुप्रीम कोर्ट पर BJP सांसद निशिकांत दुबे का बड़ा बयान, '...तो बंद कर देनी चाहिए संसद'
Netaa Nagari - भारतीय राजनीति में कुछ बयान ऐसे होते हैं जो तात्कालिक मुद्दों को और गंभीर बना देते हैं। हाल में ही, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट से संबंधित एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने संसद के बंद होने की बात कही है। इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं इस बयान की पूरी जानकारी और इसके गहरे राजनीतिक मायने क्या हैं।
बयान का प्रमुख कारण
निशिकांत दुबे ने कहा है कि यदि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णयों का पालन नहीं किया जाता है, तो संसद को बंद कर देना चाहिए। उनका मानना है कि न्यायपालिका के प्रति यह असम्मान हमारे संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। उनके इस बयान ने न केवल सुप्रीम कोर्ट बल्कि सभी उपस्थित सदस्यों के प्रति भी सवाल उठाए हैं।
बीजेपी का मोदी सरकार पर विश्वास
बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र में न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच एक संतुलन होना चाहिए। "यदि हम न्यायपालिका के आदेशों का पालन करने में असफल होते हैं, तो यह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है," उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा। उनके अनुसार, यह सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के फैसले नहीं बल्कि सभी न्यायालयों के फैसले का सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
दुबे के इस बयान पर राजनीतिक टिप्पणीकारों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ नेताओं ने उनकी बात का समर्थन करते हुए कहा कि यह समय की मांग है कि कार्यपालिका और विधायिका को न्यायपालिका की शक्ति का सम्मान करना चाहिए। वहीं, कुछ ने इसे राजनीति का एक खेल करार दिया है, जिससे ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है।
निष्कर्ष
निशिकांत दुबे का बयान निश्चित रूप से भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ दे सकता है। इसे केवल एक साधारण बयान नहीं मानना चाहिए, बल्कि इसके पीछे की भावनाओं और राजनीतिक सुरागों को समझना आवश्यक है। भविष्य में यह देखा जाएगा कि क्या इस बयान का असर संसद की कार्यशैली पर पड़ता है या नहीं।
इस मामले पर और अधिक जानने के लिए www.netaanagari.com पर जाएं।
Keywords
Supreme Court statement, BJP MP Nishikant Dubey, political statements, Indian democracy, court orders, parliament closure, political reactions, legal respect.What's Your Reaction?






