अयोध्या में जुटा भक्तों का हुजूम, 4 दिन में 65 लाख श्रद्धालु पहुंचे; टूटा प्राण प्रतिष्ठा के समय का रिकॉर्ड
केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को अयोध्या पहुंच रहे हैं। राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में रोजाना कम से कम 3 लाख श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाकर लगभग 18 घंटे कर दिया गया है।

अयोध्या में जुटा भक्तों का हुजूम, 4 दिन में 65 लाख श्रद्धालु पहुंचे; टूटा प्राण प्रतिष्ठा के समय का रिकॉर्ड
Netaa Nagari
लेखक: स्नेहा शर्मा, टीम नेतानगरि
परिचय
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचा है। पिछले चार दिनों में 65 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं, जिससे यह समारोह ऐतिहासिक बन गया है और प्राण प्रतिष्ठा के समय का रिकॉर्ड टूट गया है। यह नजारा न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति की अनुपम छवि भी प्रस्तुत करता है।
भक्तों की आस्था का अद्भुत प्रदर्शन
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भक्तों का हुजूम अयोध्या की गलियों में नजर आया। हर जगह राम नाम का जयकारा गूंजने लगा। जैसे-जैसे समारोह का दिन नजदीक आ रहा था, श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही थी। माना जा रहा है कि यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि अनेक श्रद्धालु समारोह में शामिल होने की योजना बना रहे हैं।
सरकारी व्यवस्थाएँ और सुरक्षा
सरकार ने इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए व्यापक योजनाएं बनाईं। सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में पुलिस बल, जनसेवा संगठन, और स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या तैनात की गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाएँ सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।
क्यों महत्वपूर्ण है प्राण प्रतिष्ठा?
प्राण प्रतिष्ठा का समारोह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोन से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था का प्रतीक है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ-साथ भगवान राम के प्रति श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत प्रदर्शन होता है।
अयोध्या का महत्व
अयोध्या, भगवान राम की जन्मभूमि के तौर पर जानी जाती है। यह स्थल न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां अयोध्या में होने वाले आयोजनों से समाज में धार्मिक सौहार्द और विश्वास का विस्तार होता है। आगामी समय में अयोध्या और भी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनेगा।
निष्कर्ष
जानकारी के अनुसार, अयोध्या का यह प्राण प्रतिष्ठा समारोह सभी श्रद्धालुओं के लिए एक नयी प्रेरणा का स्रोत है। इस समय, जब लाखों श्रद्धालु एक ही स्थान पर एकत्रित होकर भगवान राम की स्तुति कर रहे हैं, वह न केवल भीड़ का निम्नतम स्तर दिखाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति के अद्भुत संगम को भी प्रदर्शित करता है। भविष्य में भी ऐसे आयोजनों से श्रद्धा और समर्पण का एक नया अध्याय शुरू होगा।
अयोध्या का यह अद्भुत नजारा न केवल भक्तों के लिए एक साधना स्थल है, बल्कि यह भारत की धार्मिक विविधता और एकता का प्रतीक भी है।
कम शब्दों में कहें तो, अयोध्या में जुटे श्रद्धालुओं का यह अद्भुत संगम आस्था और धार्मिक समर्पण की एक मिसाल है।
Keywords
Ayodhya, Pran Pratishtha, Ram Mandir, devotees, religious festival, Hinduism, Indian culture, security arrangements, historical significance, unity in diversityWhat's Your Reaction?






