सीएम धामी ने नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाने के लिए निर्देश
नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जाए- मुख्यमंत्री मुख्य सचिव हर माह और मण्डलायुक्त प्रत्येक सप्ताह करेंगे यात्रा की तैयारियों की समीक्षा यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत हेल्पलाईन नंबर किया जायेगा जारी देहरादून: उत्तराखण्ड में 2026 में होने वाली नदां देवी राजजात यात्रा की सभी […] Source Link: सीएम धामी ने नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाने के लिए निर्देश

सीएम धामी ने नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाने के लिए निर्देश
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देहरादून: उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नंदा देवी राजजात यात्रा को लेकर आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की सुविधाएं विकसित करते हुए एक डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम का निर्माण किया जाए। इस निर्देश का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा के सुचारू संचालन की क्षमता में सुधार करना है।
यात्रा तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री धामी ने वर्चुअल बैठक में बताया कि यात्रा की सभी तैयारियों को गति दी जानी चाहिए। मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि वह हर महीने और मण्डलायुक्त प्रत्येक सप्ताह यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी समस्या समय पर हल हो सके।
यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान
मुख्यमंत्री ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। यात्रा के दौरान हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा, जिससे यात्रियों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके। स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसमें मेडिकल कैंप और चिकित्सकों की उपलब्धता शामिल है।
स्वच्छता और सुविधाएँ
नंदा राजजात यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, भोजन और स्नान घरों की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। यात्रा का ट्रैक स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। हाई-वे के साथ-साथ पैदल मार्गों की बेहतर देखभाल की जाएगी।
डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम की आवश्यकता
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान विविध चुनौतियों का सामना किया जा सकता है, इसलिए दूरसंचार व्यवस्थाओं के साथ-साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम का निर्माण महत्वपूर्ण है। इससे न सिर्फ यात्रा की ट्रैकिंग संभव होगी, बल्कि सरकार को भी सही स्थिति का पता चल सकेगा।
पर्यावरण और वन सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा का अधिकांश हिस्सा वन क्षेत्र में है, इसलिए वन और पर्यावरण की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं के लिए टेंट और अन्य सुविधाएं पर्याप्त रूप से उपलब्ध हों।
सभी विभागों का सहयोग
राज्य सरकार ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं, ताकि यात्रा के भव्य आयोजन में कोई कमी न रह जाए।
नंदा राजजात यात्रा का महत्व
उत्तरी भारत में 2026 में होने वाली 280 किमी की ऐतिहासिक नंदा देवी राजजात यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण में भी सहायक होगी। इस यात्रा को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री के अनुसार, नंदा राजजात यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और यातायात सिस्टम को प्रभावित न होने देने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसी तरह के सक्रिय कदम उठाते हुए, उत्तराखण्ड के पर्यटन विभाग द्वारा यात्रा के उल्लास और लोकप्रियता को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
संगगठित प्रयासों के साथ, नंदा देवी राजजात यात्रा का आयोजन धूमधाम से किया जा सकेगा, जिससे इस पुनीत यात्रा का महत्व और भी बढ़ जाएगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त हुई है और इसे नंदा राजजात यात्रा की तैयारी के संदर्भ में सभी संबंधित पक्षों के साथ साझा किया जा रहा है।
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