कानपुर: अपर सांख्यिकी अधिकारी के साथ 30 लाख रुपये का धोखाधड़ी मामला
पीड़ित अपर सांख्यिकी अधिकारी के पति अर्मापुर पीजी कालेज में हैं असिस्टेंट प्रोफेसर
कानपुर: अपर सांख्यिकी अधिकारी के साथ 30 लाख रुपये का धोखाधड़ी मामला
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Netaa Nagari
कम शब्दों में कहें तो, कानपुर में अपर सांख्यिकी अधिकारी के साथ हुए 30 लाख रुपये के धोखाधड़ी की घटना ने समाज में सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर किया है। पीड़ित की पहचान शिल्पी के रूप में हुई है। उनके पति विजय कुमार मिश्रा, अर्मापुर पीजी कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। यह मामला रावतपुर थाना क्षेत्र का है, जहाँ पीड़िता ने स्थानीय पुलिस में अपना आरोप दर्ज कराया है।
घटनाक्रम का परिचय
शिल्पी और उनके पति ने तीन वर्ष पहले रावतपुर के यूनाइटेड नगर में विकास चंद्र शुक्ला नामक एक मकान मालिक से किराए पर घर लिया। विकास चंद्र शुक्ला ने उन्हें बताया कि यदि वे अपना खुद का मकान बनाना चाहते हैं, तो वह इसके लिए जमीन उपलब्ध करवा सकते हैं। इस विश्वास के आधार पर, शिल्पी ने विकास द्वारा प्रस्तावित योजना पर भरोसा करते हुए बैंक से ऋण लेकर 30 लाख रुपये का भुगतान किया।
वहीं, जब शिल्पी ने प्लॉट की रजिस्ट्री की मांग की, तो विकास ने हर बार उन्हें टालने का प्रयास किया। स्थिति तब बिगड़ी जब शिल्पी ने अपने निवेश की वापसी की मांग की, तब विकास ने उन्हें गालियाँ देकर जान से मारने की धमकी दी। ऐसी परिस्थिति में शिल्पी ने रावतपुर पुलिस से सहायता मांगी।
पुलिस की कार्रवाई
रावतपुर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाएगी। यह मामला उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो इस तरह की धोखाधड़ी का सामना कर सकते हैं, कि उन्हें कानून के सहारे अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने का साहस करना चाहिए।
सोचने वाली बातें
यह घटना हमें इस बात पर ध्यान केंद्रित करने पर मजबूर करती है कि आधुनिक समाज में किस तरह लोग धोखाधड़ी का शिकार बनते हैं। हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी वित्तीय लेनदेन से पहले उचित जांच करनी चाहिए। यदि आप कभी भी धोखाधड़ी का शिकार बनें, तो तुरंत संबंधित पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं ताकि आपको न्याय मिल सके।
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए, लोगों को हमेशा पहचान पत्र, दस्तावेज और रजिस्ट्री की गहन जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की ठगी से बचा जा सके।
अंत में
यह मामला समाज के सुरक्षा पहलुओं और व्यक्तिगत सुरक्षा की आवश्यकताओं को उजागर करता है। हमें अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिये जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए अपनी सतर्कता को बनाए रखें और किसी भी धोखाधड़ी की सूचनाएं तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
अधिक ताज़ा ख़बरों के लिए हमारे वेबसाइट पर जाने का आग्रह करते हैं: https://netaanagari.com
लेखकों में शामिल हैं: शिल्पा कुमारी, प्रिया सिंह, और भावना तिवारी। यह लेख टीम नेटानागरी द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
Keywords:
कानपुर, अपर सांख्यिकी अधिकारी, 30 लाख का धोखाधड़ी, रावतपुर थाना, विकास चंद्र शुक्ला, धोखाधड़ी मामले, पुलिस कार्रवाई, शिल्पी, विजय कुमार मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफेसरWhat's Your Reaction?






