मुरादाबाद में सिपाही ने फंदे से लटकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में साथी पुलिसकर्मियों का लिखा नाम

Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में साथी पुलिसवालों और होमगार्ड के उत्पीड़न से तंग आकर एक सिपाही ने आत्महत्या कर ली, सुसाइड नोट में सिपाही ने दो पुलिस वालों और एक सिपाही को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने तीनो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. घटना मुरादाबाद के मझोला थाना इलाके की है. मुरादाबाद के मझोला थाना इलाके के लाइन पार प्रकाश नगर में यूपी 112 पर तैनात सिपाही अमित कुमार ने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली. उसने सुसाइड नोट में अपनी ही गाड़ी पर तैनात सिपाही और होमगार्ड को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है.  जानकारी के मुताबिक, अमरोहा जनपद के रजबपुर थाना इलाके के अटेरना गांव निवासी अमित कुमार यूपी पुलिस में 2016 में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे. उनकी मुरादाबाद में ड्यूटी यूपी 112 पीआरवी पर चल रही थी. वह मझोला थाना क्षेत्र के लाइन पार प्रकाश नगर में चंद्र प्रकाश के मकान की ऊपरी मंजिल पर किराए पर रहते थे, जबकि पत्नी संतोष और दो बेटे ऋषभ व अंशुल अमरोहा के गजरौला में रहते हैं. रविवार की सुबह अमित ने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली. मकान मालिक के परिवार के लोग ऊपर गए तो उन्होंने देखा कि अमित के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद हैं. पुलिस ने सुसाइड नोट किया बरामदअनहोनी की आशंका में उन्होंने अमित के नंबर पर कॉल की, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई. खिड़की से झांक कर देखा तो अमित रस्सी के सहारे पंखे से लटका हुआ था. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस और अमित के परिवार को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने धक्का मारकर दरवाजा खोला तो देखा कि सिपाही का शव फंदे से लटका हुआ था. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी जांच कराई जा रही है. सुसाइड नोट में अपने साथी पुलिसकर्मी और होमगार्ड पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. सिपाही ने अपने सुसाइड नोट में दो सिपाहियों और एक होमगार्ड को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. सुसाइड नोट में 40 लीटर पेट्रोल की बात भी लिखी है, जिसमें बताया है उसके साथ यूपी 112 की पीआरवी तैनात पुलिसकर्मी और होमगार्ड उसे 40 लीटर पेट्रोल के लिए परेशान कर रहे थे. पेट्रोल गाड़ी में भरवाया गया था लेकिन कार्ड पर नहीं चढ़ा था इसी बात को लेकर साथी पुलिसकर्मी उसे ब्लैकमेल कर रहे थे.  मुरादाबाद के एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि रविवार को UP 112 मुरादाबाद के आरक्षी चालक द्वारा अपने किराये के मकान में आत्महत्या कर लेने तथा आरक्षी के पास से मिले सुसाइड नोट व तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही शुरू दी गई है. मृतक के द्वारा अपने ही साथियों पर जो आरोप लगाए गए है उन सब आरोपों की जांच की जा रही है. डायल 112 के एक हेड कांस्टेबल, एक कांस्टेबल और एक होमगार्ड पर आरोप लगाए है. सभी तथ्यों की जांच की जा रही है. ये भी पढ़ें : ओपी राजभर ने बीजेपी पर बढ़ाया और दबाव! बिहार के बाद अब इस राज्य में भी पसार रहे पांव

Mar 17, 2025 - 18:37
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मुरादाबाद में सिपाही ने फंदे से लटकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में साथी पुलिसकर्मियों का लिखा नाम
मुरादाबाद में सिपाही ने फंदे से लटकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में साथी पुलिसकर्मियों का लिखा नाम

मुरादाबाद में सिपाही ने फंदे से लटकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में साथी पुलिसकर्मियों का लिखा नाम

बिहार से सिपाही की आत्महत्या का मामला सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है। मुरादाबाद जिले में एक युवा सिपाही ने अपने ही विभाग में साथी पुलिसकर्मियों के नाम के साथ आत्महत्या का कदम उठाया। यह घटना न केवल उसकी व्यक्तिगत परेशानी को उजागर करती है, बल्कि पुलिस विभाग में बढ़ते तनाव और सहकर्मियों के बीच असामान्य परिस्थितियों को भी दर्शाती है।

आत्महत्या का कारण और सुसाइड नोट

सूत्रों के अनुसार, मुरादाबाद के एक पुलिस थाने में तैनात सिपाही ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपने कुछ साथी पुलिसकर्मियों का नाम लिखा है। बताया जा रहा है कि सुसाइड नोट में उसने अपने मानसिक दबाव और साथियों द्वारा उत्पीड़न का उल्लेख किया है, जो उसकी मानसिक स्थिति को बेहद प्रभावित कर रहा था। इस पत्र के सामने आने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि पुलिस विभाग इस मामले की गहन जांच करेगा।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एक विशेष जांच समिति गठित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें उम्मीद है कि इस घटना के बाद इससे जुड़े मुद्दों को समझा जाएगा।

पुलिस विभाग में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य

पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य की चर्चा हाल के वर्षों में बढ़ी है। पुलिस एक तनावपूर्ण पेशा है, और कई बार कर्मचारियों को तनाव, दबाव, और कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह जरूरी है कि पुलिसकर्मियों के लिए एक सपोर्ट सिस्टम हो, ताकि वे सच्चाइयों का सामना कर सकें।

संबंधित मुद्दों पर चर्चा

इस घटना ने पुलिस विभाग के भीतर की समस्याओं को उजागर किया है, जो सामान्यतः आम जनता की नज़रों से दूर होती हैं। इसके जरिए हमें समझना होगा कि मानसिक स्वास्थ्य केवल आम नागरिकों का मुद्दा नहीं है, बल्कि पुलिस जैसे संगठनों में भी इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

निष्कर्ष

मुरादाबाद में हुई यह आत्महत्या न केवल एक सिपाही की व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह हम सभी के लिए एक चेतावनी भी है। हमें अपने आस-पास के लोगों की मानसिक स्थिति के प्रति जागरूक रहना चाहिए और उन्हें सर्पोट देना चाहिए। पुलिस विभाग को भी इस मामले में गंभीरता से कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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