बदायूं: अफीम तस्करी के आरोपी को 720 ग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार
बदायूं, अमृत विचार। इस्लामनगर पुलिस ने अफीम की तस्करी करने के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 720 ग्राम अफीम बरामद हुई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अफीम की कीमत लगभग 14 लाख रुपये है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा है। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह के निर्देश पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत पुलिस ने रात में भी गश्त बढ़ा दी है। इस्लामनगर पुलिस क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्ति व वाहनों की चेकिंग कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर...
बदायूं: अफीम तस्करी के आरोपी को 720 ग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार
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कम शब्दों में कहें तो, बदायूं जिले में इस्लामनगर पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े एक मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 720 ग्राम अफीम बरामद हुई है। इसे देखते हुए क्षेत्र में मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे पुलिस अभियान को बढ़ावा मिला है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस अफीम की कीमत लगभग 14 लाख रुपये आंकी जा रही है।
गिरफ्तारी का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अध्याय में, इस्लामनगर पुलिस ने रात में गश्त को बढ़ाते हुए संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग की। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने गांव चंदोई के निकट नौ नंबर मार्ग पर एक युवक को पकड़ा। पुलिस ने उसे ट्यूबवैल के समीप रोककर उसकी तलाशी ली, जिसमें 720 ग्राम अफीम बरामद हुई।
आरोपी की पहचान
गिरफ्तार युवक की पहचान 25 वर्षीय राहुल पुत्र राजाराम के रूप में हुई, जोकि पंजाब के नवाबशहर जिले के बंगा क्षेत्र के आंबेडकर नगर का निवासी है। वह इस समय बदायूं के कस्बा चंदौसी स्थित नीलम अस्पताल के पास रह रहा था। पूछताछ के दौरान, राहुल ने स्वीकार किया कि वह अफीम की तस्करी के इरादे से यहां आया था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके न्यायालय में पेश किया, जहाँ उसे जेल भेजा गया।
पुलिस की कार्रवाई और समाज पर प्रभाव
यह गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कितना सावधान और सक्रिय है। ये कार्रवाइयाँ न केवल तस्करों की हिम्मत को तोड़ेंगी, बल्कि युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों से सुरक्षित करने में भी मदद करेंगी। मादक पदार्थों का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह परिवारों को भी गंभीर संकट की ओर ले जा सकता है। इसलिए पुलिस की इस तरह की सक्रियता निस्संदेह समाज के लिए महत्वपूर्ण है।
गिरफ्तारी के इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस अधिकारियों में उपनिरीक्षक नाजिर अली, हेड कांस्टेबल राजीव, कांस्टेबल जोनी यादव और यतेंद्र चौहान शामिल हैं। पुलिस बल ने अपनी दबिश को इस प्रकार सफल बनाया है कि यह बिना किसी स्थानीय सहयोग के संभव हो पाया।
निष्कर्ष
बदायूं जैसे शहरों में मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की गिरफ्तारी मात्र एक प्रक्रिया का अंत नहीं है, बल्कि यह तस्करों के लिए एक चेतावनी भी है। समाज के हर वर्ग को इस समस्या के प्रति जागरूक रहना चाहिए और मिलकर तस्करी के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
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