मेरठ मेट्रो के शताब्दी नगर स्टेशन का काम पूरा:जल्द नए स्टेशन पर एक साथ दौड़ेंगी रैपिड, मेट्रो
मेरठ मेट्रो का शताब्दी नगर स्टेशन भी जल्द शुरू होने वाला है। स्टेशन के बनने का काम लगभग पूरा हो चुका है। बस फंग्शनिंग शुरू होना बाकी है। जो इसी महीने के लास्ट तक शुरू हो जाएगी। दिल्ली-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर शताब्दी नगर स्टेशन का काम लास्ट स्टेज पर है। फिलहाल नमो भारत न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किलोमीटर पर चल रही है। मेरठ साउथ के बाद अगला स्टेशन (मेरठ-मोदीपुरम की ओर) शताब्दी नगर है। स्टेशन की जानकारी बुधवार को NCRTC के स्टाफ ने दी। बताया कि 6 किमी के हिस्से तक ट्रैक बिछ चुका है, ओएचई का काम भी पूरा हो चुका है। शताब्दी नगर स्टेशन चलने के बाद नमो भारत मेरठ शहर के इंटरनल हिस्से में जुड़ जाएगी। शताब्दी नगर शताब्दी नगर स्टेशन की लंबाई 215 मीटर है जबकि चौड़ाई 30 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर है। इस स्टेशन पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों का स्टॉप होगा। इस स्टेशन में यात्रियों के आने-जाने के लिए दो एंट्री-एग्जिट हैं जो कि लगभग तैयार हैं। यात्रियों को पार्किंग की सुविधा भी इस स्टेशन पर मिलेगी। मेरठ साउथ से चलने के बाद नमो भारत ट्रेन शताब्दी नगर ही रुकेगी। स्टेशन संचालित होने से हापुड़ की तरफ़ जाने वालों को भी फ़ायदा मिलेगा जो बिजली बंबा बाईपास से हापुड़ की तरफ़ जाते हैं। इसके अलावा ब्रह्मपुरी, रेल विहार (रिठानी), पंचवटी एन्कलेव, सुपरटेक पाम ग्रीन सोसायटी, जलवायु टॉवर आदि में रहने वालों को भी स्टेशन संचालित होने से लाभ होगा। मेरठ मेट्रो का चौथा स्टेशन एक अनूठी पहल के तहत भारत में पहली बार सेमी हाई स्पीड नमो भारत और मेट्रो ट्रेन एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर और एक ही ट्रैक पर शहर में दौड़ती दिखाई देगी। मेरठ साउथ से यात्रियों को मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी। मेरठ मेट्रो के लिए शताब्दी नगर चौथा स्टेशन होगा। इस खंड पर एनसीआरटीसी द्वारा ट्रायल रन किए जा रहे हैं। परतापुर मेट्रो स्टेशन के पास रेलवे स्टेशन मेरठ साउथ के बाद मेरठ मेट्रो का अगला स्टॉप परतापुर मेट्रो स्टेशन है। इस स्टेशन पर फिनिशिंग कार्य जारी है। ये एक मेट्रो स्टेशन है, जिसकी लंबाई करीब 75 मीटर है। इस स्टेशन पर नमो भारत का स्टॉप नहीं होगा। परतापुर स्टेशन के पास में ही भारतीय रेलवे का परतापुर रेलवे स्टेशन भी है। रिठानी स्टेशन परतापुर के बाद रिठानी मेट्रो स्टेशन है, जहां के नजदीक कुछ औद्योगिक क्षेत्र भी बने हैं। स्टेशन की लंबाई 75 मीटर और ऊंचाई करीब 15 मीटर है। स्टेशन में फिनिशिंग कार्य तीव्र गति से जारी है, जो समाप्ति की ओर है। स्टेशन पर दो एंट्री-एग्जिट हैं, जिनमें से एक का काम लगभग पूर्ण हो गया है। स्टेशन के तकनीकी कमरे भी तैयार हैं। मेरठ मेट्रो की खासियत * अत्याधुनिक बॉडी डिजाइन, 3.2 मीटर चौड़े और 22 मीटर लंबे स्टेनलेस स्टील कोच * करीब 175 सीटों वाली 3 कोच की मेट्रो ट्रेन, 700 से अधिक यात्री एक बार में कर सकेंगे सफर * एर्गोनॉमिक डिजाइन, 2x2 स्टाइल की आरामदायक सीटें, सामान रखने के लिए रैक * खड़े होने वाले यात्रियों के लिए सीटों पर ग्रैब हैंडल के साथ आधुनिक इंटीरियर * 'मेक-इन-इंडिया' का शानदार उदाहरण, भारत में ही 100 प्रतिशत डिजाइन और निर्माण * ऊर्जा कुशल, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण और संचालन, आधुनिक रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम * इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए चार्जिंग पोर्ट, इंडिकेशन लाइट के साथ पुश बटन वाले दरवाजे * बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड और स्पीकर, इनडोर-आउटडोर सीसीटीवी कैमरे * इमर्जेंसी अलार्म और टॉक बैक सिस्टम जैसे सुरक्षा उपाय, आपातकालीन निकासी के लिए उपकरण * बेहतर भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) * आपातकालीन स्थिति में मेडिकल स्ट्रेचर ले जाने के लिए जगह, व्हीलचेयर के लिए भी स्थान * लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) पर हाइब्रिड लेवल-3 के साथ यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस) लेवल 2 सिग्नलिंग

मेरठ मेट्रो के शताब्दी नगर स्टेशन का काम पूरा:जल्द नए स्टेशन पर एक साथ दौड़ेंगी रैपिड, मेट्रो
टैगलाइन: Netaa Nagari
लेखक: शिल्पा मेहता, टीम नेटानगरी
मेरठ मेट्रो के शताब्दी नगर स्टेशन का निर्माण कार्य अब पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। यह स्टेशन मेरठ की जनता के लिए एक नई उम्मीद की किरण लाएगा। मेट्रो सेवा जल्द ही शुरू होने की संभावना है, जिससे शहरवासियों को किफायती और तेज़ यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह स्टेशन न केवल मेरठ के विकास में योगदान देगा, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास को भी गति देगा।
शताब्दी नगर स्टेशन का महत्व
शताब्दी नगर स्टेशन, मेरठ मेट्रो रूट पर एक प्रमुख स्थान होगा। इस स्टेशन से मेरठ की रैपिड ट्रांजिट प्रणाली से जोड़ने के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहाँ से यात्रियों के लिए मेट्रो और रैपिड ट्रांसपोर्ट दोनों की सेवाएँ एक साथ उपलब्ध रहेंगी। इस स्टेशन के निर्माण के पीछे की योजना शहर के यातायात समस्या को सुलझाना है।
यातायात प्रबंधन में सुधार
शहर में बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की संख्या के चलते यातायात प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन गया है। शताब्दी नगर स्टेशन के निर्माण से लोगों को बेहतर परिवहन विकल्प मिलने की उम्मीद है। मेट्रो और रैपिड दोनों के एक साथ चलने से शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी और लोग अपने कार्यस्थलों तक ज्यादा जल्दी पहुंच सकेंगे।
स्थान और सहूलियतें
यह स्टेशन गाजियाबाद और दिल्ली के मध्य की कड़ी के रूप में कार्य करेगा। इसके आस-पास कई सहूलियतें जैसे कि पार्किंग, खाद्य स्टॉल और सुरक्षा उपाय भी लगाए गए हैं, जिससे यात्रियों का अनुभव और भी बेहतर हो सकेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह स्टेशन उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा। भव्यता और आधुनिकता से भरा यह स्टेशन नए युग की यात्रा का प्रतीक बनेगा। “यह स्टेशन हमें हर जगह जल्दी पहुँचने में मदद करेगा,” एक स्थानीय निवासी ने कहा।
निष्कर्ष
शताब्दी नगर स्टेशन का निर्माण खत्म होने से मेरठवासियों की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं। आने वाले समय में यह स्टेशन रेलवे और मेट्रो के बीच एक कड़ी के रूप में काम करेगा, जिससे शहर का विकास संभव होगा। इस नई परिवहन प्रणाली से जोड़े जाने से मेरठ का व्यावसायिक और सामाजिक जीवन एक नई दिशा में बढ़ेगा। जल्दी ही मेट्रो और रैपिड सेवाएं एक साथ कार्यशील होंगी, जिससे सभी के जीवन में सुख-सुविधा आएगी।
इसके अतिरिक्त, अधिक अपडेट्स के लिए, netaanagari.com पर जाएं।
Keywords
मेरठ मेट्रो, शताब्दी नगर स्टेशन, रैपिड ट्रांजिट, मेट्रो सेवाएं, यातायात प्रबंधन, स्थानीय निवासियों, यात्रा अनुभव, मेरठ विकासWhat's Your Reaction?






