महिमा और युविका की खेल प्रतिभा ने बढ़ाया भारत का मान, 54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता
लखनऊ, अमृत विचार: पीएम श्रीकेंद्रीय विद्यालय गोमती नगर की देखरेख में आयोजित की गई 54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के अंडर-17 आयु वर्ग में रांची ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियन बनने में कामयाबी हासिल की। मो. शाहिद हॉकी स्टेडियम में खेले गये खिताबी मुकाबले में रांची ने जयपुर को 3-2 से हराकर विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमाया, जबकि जयपुर को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। रांची ने मैच की शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपना लिया था। विजेता टीम की ओर से महिमा केराकेटा ने दो गोल किये। तीसरे स्थान के लिए खेला गया मुकाबला एकतरफा ही दिखा।...

महिमा और युविका की खेल प्रतिभा ने बढ़ाया भारत का मान, 54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता
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लखनऊ, अमृत विचार: पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, गोमती नगर की देखरेख में आयोजित की गई 54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में रांची और जयपुर की युवा प्रतिभाओं ने अपनी अद्वितीय क्षमताओं का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता ने न केवल खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता को उजागर किया, बल्कि आगामी पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी बन गई।
रांची ने अंडर-17 वर्ग में लंबी छलांग लगाई
54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के अंडर-17 आयु वर्ग के फाइनल में रांची की टीम ने जयपुर को 3-2 से हराया और चैंपियन बन गई। मो. शाहिद हॉकी स्टेडियम में खेले गए इस निर्णायक मुकाबले में रांची ने शुरू से ही आक्रमण की धार अपनाई। महिमा केराकेटा ने अपनी टीम के लिए दो शानदार गोल करके जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी अद्भुत खेल प्रतिभा ने न केवल उनकी टीम को आगे बढ़ाया, बल्कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर भी पहचान दिलाई।
रांची की टीम ने पहले मिनट से लेकर अंतिम समय तक अपने खेल का दबदबा बनाए रखा और जयपुर को पोज़ीशन में पहुँचने का कोई अवसर नहीं दिया। जयपुर की टीम ने कठिन मेहनत की, लेकिन अंत में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जो उनकी मेहनत का प्रतीक था।
युविका की उपस्थिति ने अंडर-14 वर्ग को बनाया प्रदीप्त
जहां अंडर-17 वर्ग में रांची ने विजय प्राप्त की, वहीं अंडर-14 वर्ग में जयपुर ने अपनी खेल कौशल का परिचय देते हुए चैंपियन बनने में सफलता हासिल की। युविका चौधरी ने अपनी टीम के लिए चार गोल किए, जिससे जयपुर ने चेन्नई को 5-0 से पराजित किया। इस शानदार जीत ने उन्हें विजेता ट्रॉफी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युविका की खेल क्षमता ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, और उनके खेल ने साबित किया कि वे भविष्य की खेल सितारे बन सकती हैं।
समापन समारोह का आयोजन और विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में पूर्व ओलंपियन सुजीत कुमार श्रीवास्तव, केवीआई लखनऊ के सहायक आयुक्त विजय कुमार और उत्तर प्रदेश हॉकी के ज्वाइंटर सेक्रेटरी अविनाश ने विजेता टीमों को ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए। सुजीत कुमार ने बच्चों को खेल भावना बनाए रखने की प्रेरणा दी और उन्हें शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में बताया।
इस समारोह का संचालन अपराजिता त्रिपाठी और मोहित सिंह ने किया, जिन्होंने दर्शकों में उत्साह भरने में सफलता प्राप्त की। खेल प्रशिक्षक और तकनीकी सहयोगियों ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निष्कर्ष: भविष्य के सितारों की पहचान
54वीं हॉकी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता ने यह प्रदर्शित किया कि भारत में युवा खिलाड़ियों में प्रतिभा और जुनून की कोई कमी नहीं है। रांची और जयपुर की टीमों ने साहस और समर्पण के साथ खेलकर सभी को प्रेरित किया। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करती हैं और देश के भविष्य के खेल सितारों को उजागर करती हैं।
इसमें न केवल खेल की गुणवत्ता को बढ़ावा मिला, बल्कि बच्चों में खेल भावना और एकता की भावना को भी मजबूत किया गया। आने वाले समय में ऐसे आयोजनों का होना आवश्यक है ताकि युवा खिलाड़ी अपने खेल कौशल को लगातार निखार सकें।
कम शब्दों में कहें तो, यह प्रतियोगिता न केवल खेल के प्रति बच्चों की रुचि को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि यह भारत के युवा खिलाड़ियों को अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।
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टीम Netaa Nagari, स्नेहा शर्मा
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