Adani ने शुरू किया भारत का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, ऊर्जा क्षेत्र में रचा नया इतिहास

Adani Group: भारत की ऊर्जा क्रांति को नई दिशा देते हुए Adani New Industries Limited (ANIL) ने गुजरात के कच्छ में भारत का पहला 5 मेगावाट क्षमता वाला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट शुरू कर दिया है। यह देश में हरित ऊर्जा क्षेत्र की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। पूरी तरह … The post Adani ने शुरू किया भारत का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, ऊर्जा क्षेत्र में रचा नया इतिहास appeared first on Bharat Samachar | Hindi News Channel.

Jun 24, 2025 - 00:37
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Adani ने शुरू किया भारत का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, ऊर्जा क्षेत्र में रचा नया इतिहास
Adani ने शुरू किया भारत का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, ऊर्जा क्षेत्र में रचा नया इतिहास

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लेखिका: सिमा पटेल, निर्मला वर्मा, टीम नेटानागरी

गुजरात में इतिहास रचते हुए Adani New Industries Limited (ANIL)

भारत की ऊर्जा क्रांति को नई दिशा देते हुए, Adani New Industries Limited (ANIL) ने गुजरात के कच्छ जिले में भारत का पहला 5 मेगावाट क्षमता वाला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट चालू कर दिया है। इस आधुनिक संयंत्र का उद्घाटन देश में हरित ऊर्जा क्षेत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इस परियोजना के माध्यम से हमें न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का अवसर मिला है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में भारत को अग्रणी बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित

यह अत्याधुनिक संयंत्र 100% सौर ऊर्जा से संचालित है और इसमें बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) भी एकीकृत किया गया है। यह संयंत्र बिना किसी पारंपरिक ग्रिड सपोर्ट के, पूरी तरह हरित ऊर्जा से काम कर रहा है। यह न केवल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करता है, बल्कि पर्यावरण को भी पारिस्थितिकीय संतुलन में मदद करता है।

स्वचालित तकनीक और रीयल-टाइम नियंत्रण

इस प्लांट में पूर्णतः ऑटोमेटेड और क्लोज-लूप इलेक्ट्रोलाइज़र सिस्टम स्थापित है, जो रीयल-टाइम रिन्यूएबल एनर्जी इनपुट के अनुसार काम करता है। यह सिस्टम सोलर पावर की वैरिएबिलिटी को संभालने की क्षमता रखता है, जिससे दक्षता, सुरक्षा और प्रदर्शन में वृद्धि होती है। इस तकनीक के माध्यम से, भारत एक नई ऊर्जा क्रांति की ओर बढ़ रहा है जो अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन सकती है।

आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम

यह परियोजना भारत की नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन (NGHM) से पूरी तरह जुड़ी हुई है, जिसका उद्देश्य है देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ाना और ऊर्जा गहन क्षेत्रों को डीकार्बोनाइज करना। यह प्लांट हमें हरित हाइड्रोजन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करता है, जो भविष्य में भारतीय ऊर्जा क्षेत्र की रीढ़ बन सकता है।

भारी उद्योगों में उपयोग की संभावना

ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल विभिन्न उद्योगों जैसे उर्वरक, रिफाइनिंग और भारी परिवहन में किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में मुंद्रा, गुजरात में स्थापित होने वाले ग्रीन हाइड्रोजन हब का प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट भी है। यह परियोजना न केवल ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार लाएगी, बल्कि देश की औद्योगिक वृद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

निष्कर्ष

Adani Group की इस पहल से यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत हरित ऊर्जा में एक नई क्रांति के द्वार पर खड़ा है। यह परियोजना न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को भी सुनिश्चित करती है। ऐसे प्रयासों से हमें उम्मीद है कि भारत जल्द ही ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में एक वैश्विक नेता बनेगा।

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