इंडोनेशिया में स्कूल ढहने की घटना: मृतकों की संख्या 53 तक पहुंची, चल रहा है तलाशी अभियान
जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में एक स्कूल की इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है, जबकि फंसे हुए लोगों की तलाश अभियान अभी भी जारी है। क्षेत्रीय बचाव अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पूर्वी जावा खोज एवं बचाव कार्यालय के प्रमुख नानंग सिगिट के अनुसार, एक संयुक्त बचाव दल ने रविवार शाम सिदोअर्जो रीजेंसी स्थित अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल परिसर के मलबे के नीचे से आठ शव बरामद किए। अभियान के आठवें दिन तक कुल 157 पीड़ित मिल चुके हैं, जिनमें 104 जीवित बचे हैं और 53 की मौत हो...

इंडोनेशिया में स्कूल ढहने की घटना: मृतकों की संख्या 53 तक पहुंची
जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में एक निजी इस्लामिक स्कूल की इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है। इस घटना में फंसे लोगों की तलाश के लिए चल रहा अभियान अभी भी जारी है, जिसमें बचाव कर्मी दिन-रात काम कर रहे हैं। सोमवार को क्षेत्रीय बचाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
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ध्वस्त इमारत की पृष्ठभूमि
घटना सिदोअर्जो रीजेंसी स्थित अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल में हुई थी, जहाँ सैकड़ों छात्र नमाज़ अदा कर रहे थे। यह त्रासदी 29 सितंबर को हुई थी और उसके बाद से स्थानीय खुफिया और बचाव अधिकारी लगातार मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
पूर्वी जावा खोज एवं बचाव कार्यालय के प्रमुख नानंग सिगिट के अनुसार, रविवार शाम को संयुक्त बचाव दल ने मलबे के नीचे से आठ शव बरामद किए। यह मलबा हटाने का कार्य अब घटनास्थल के उत्तरी हिस्से में उन इलाकों पर केंद्रित है, जो मुख्य इमारत से नहीं जुड़े थे।
तलाशी अभियान की स्थिति
अभियान के आठवें दिन तक, कुल 157 पीड़ितों की पहचान की गई है, जिनमें से 104 जीवित बचे हैं जबकि 53 की मौत हो चुकी है। प्रभावित स्थान पर भारी मशीनरी और बिजली के उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है ताकि तलाशी अभियान को तेज किया जा सके। इस घटना का प्रभाव पूरे समुदाय पर पड़ा है, और स्थानीय लोग दुखी हैं।
स्थानिय बचाव दलों ने कहा है कि वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को बचाया जा सके। इस बीच, घटना की गंभीरता को देखते हुए, सरकार ने प्रभावित परिवारों के लिए सहायता की घोषणा की है।
सुरक्षा मानकों की कमी?
यह घटना सुरक्षा मानकों की अनुपालन में भी एक बड़ा मुद्दा उठाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्कूल की इमारत को बनाने में गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया था। स्थानीय अधिकारी अब यह सुनिश्चित करने के लिए जांच कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों, और ऐसे संरचनाओं की नियमित रूप से जांच की जाए।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में शोक का माहौल है। कई अभिभावकों ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सरकार से सवाल उठाए हैं कि आखिर क्यों ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई। इसके अलावा, स्थानीय धार्मिक नेताओं ने भी प्रार्थना सभा का आयोजन किया है और मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
कम शब्दों में कहें तो, यह घटना न केवल एक भौतिक त्रासदी है, बल्कि यह समुदाय की एकता और सुरक्षा पर भी सवाल उठाती है।
फिलहाल, दाताओं और स्थानीय समूहों ने फंड जुटाने का मिशन शुरू कर दिया है, ताकि प्रभावित परिवारों की मदद की जा सके।
इस पूरे मामले से सबक लेते हुए, स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे स्कूलों की सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन किया जाए ताकि भविष्य में कोई और त्रासदी ना हो।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ: Netaa Nagari
संकलित एवं विवरण प्रस्तुत किया: सीमा शर्मा, टीम Netaa Nagari
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