सूबे के नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूर्व की भांति जारी रहेगा

विभागीय मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया निर्णय देहरादून: चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेशभर के राजकीय एवं निजी नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया इस बार भी पूर्व की भांति आयोजित की जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिये प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दे दिये गये हैं। […] Source Link: सूबे के नर्सिंग कॉलेजों में पूर्व की भांति रहेगी प्रवेश प्रक्रिया

Jul 3, 2025 - 00:37
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सूबे के नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूर्व की भांति जारी रहेगा
सूबे के नर्सिंग कॉलेजों में पूर्व की भांति रहेगी प्रवेश प्रक्रिया

सूबे के नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूर्व की भांति जारी रहेगा

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देहरादून: चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी राजकीय और निजी नर्सिंग कॉलेजों में इस वर्ष प्रवेश प्रक्रिया पूर्व की भांति जारी रहेगी। विभागीय मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस निर्णय के अनुसार, विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को शीघ्र आरंभ करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। छात्रों और उनके अभिभावकों में इस निर्णय से संतोष और राहत की भावना है।

बैठक का उद्देश्य और महत्वपूर्ण निर्णय

आज दून मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता सुबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने की। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय प्रशासन, निजी नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया समय पर शुरू की जा सके, ताकि किसी भी तरह की देरी न हो सके।

प्रवेश प्रक्रिया की चुनौतियां और समाधान

बैठक में मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया न शुरू करने के लिए उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और शासन को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि छात्रों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।

नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बैठक में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के माध्यम से प्रवेश परीक्षा के तहत निजी कॉलेजों की 50 प्रतिशत सीटें भरना संभव नहीं है। उन्होंने पुरानी व्यवस्था के अनुसार 50 प्रतिशत सीटें निजी संस्थान संचालकों को भरने की अनुमति देने की माँग की। इस पर डॉ. ओकांर सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि यदि प्रवेश परीक्षा के उपरांत कुछ सीटें रिक्त रह जाती हैं, तो निजी संस्थान योग्यतानुसार उन्हें भर सकते हैं।

भविष्य की योजनाएं

बैठक में यह भी तय किया गया कि अगले शैक्षणिक सत्र के लिए नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाया जाएगा। इसके लिए एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें दो सदस्य निजी नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन से भी शामिल होंगे। इस समिति की रिपोर्ट और आईएनसी की गाइडलाइन के आधार पर शासन नई गाइडलाइन जारी करेगा।

इस निर्णय के साथ ही सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे समय सीमा का ध्यान रखते हुए प्रवेश प्रक्रिया को निर्धारित समय पर पूरा करें।

नर्सिंग कॉलेजों की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर ये सभी बातें भविष्य के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं। विद्यार्थियों को यह जानकर प्रसन्नता हुई होगी कि उन्हें पूर्व की भांति ही नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए कोई अतिरिक्त बाधा नहीं झेलनी पड़ेगी।

हमारा निष्कर्ष: नर्सिंग कॉलेजों की प्रवेश प्रक्रिया का यह स्पष्ट और पारदर्शी दृष्टिकोण छात्रों के लिए एक सकारात्मक कदम है। इससे नर्सिंग के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार संभव हो सकता है। हमें आशा है कि इस प्रवेश प्रक्रिया से छात्रों को उनके लक्ष्य तक पहुँचने में मदद मिलेगी।

कम शब्दों में कहें तो, नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूर्व की भांति जारी रहेगी, जिससे छात्रों को राहत मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए, कृपया यहाँ क्लिक करें

धन्यवाद, टीम नेटaa नगरी - स्नेहा वर्मा

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